अजय सेतिया / ये जाने पहचाने पत्रकार हैं , जो बड़े बड़े मीडिया घरानों में काम करते हैं | वे अपनी विचारधारा के सम्पादकों की बदौलत नौकरी पा लेते हैं और फिर एक ही तरह की खबरें लिखते और बोलते हैं , उन के लिए उन की विचारधारा ही सर्वोच्च है , उन की विचारधारा विरोधी सरकार के खिलाफ कोई आन्दोलन कर रहा हो , तो वही उन के लिए खबर का असली मौक़ा होता है | फिर वे सही गलत नहीं देखते , सच झूठ नहीं देखते , तर्क कुतर्क नहीं देखते , बस आन्दोलन को हवा देना ही उन की पत्रकारिता का धर्म है| जो भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह इंशा अल्