मुस्करा कर मुरझा से गए कांग्रेसियों के चेहरे
अब मीडिया ही ऐसी हरकतें करेगा। तो नेता दुर्गति करेंगे ही। अपन नीतिश को लेकर मीडिया की पतंगबाजी बताएंगे। पर पहले बात वामपंथियों के गुस्से की। ए बी वर्धन ने भीड़ के सामने एक खबरची को डांटा। कहा- 'आपका चैनल ज्यादा ही पतंगबाजी पर उतारू।' वृंदा करात ने कहा- 'समझ नहीं आ रहा विजुअल मीडिया को हो क्या गया। बेसिर पैर की खबरें चला रहा है।' पतंगबाजी का लाईव प्रदर्शन तो तब हुआ। जब एक चैनल मुखिया ने कहा- 'वेंकैया नायडू हैदराबाद में डेरा डाले बैठे हैं। चंद्रबाबू मिलने का वक्त नहीं दे रहे।' रविशंकर प्रसाद ने डांटते हुए कहा- 'जरा तथ्य जांचकर खबर चलाओ। वेंकैया नायडू तो दिल्ली में ही हैं।' चैनल मुखिया ने माफी नहीं मांगी। वह अपनी गलत खबर पर खिलखिलाया। फिर खबर चलाई- 'जयललिता बीजेपी की फोन काल नहीं उठा रही। सारी कोशिशें नाकाम।' फिर खबर चली- 'कांग्रेस ने जयललिता से संपर्क साधा।' जयललिता ने बयान जारी करके कहा- 'कांग्रेस या बीजेपी ने मुझ से संपर्क नहीं साधा।' हू-ब-हू ऐसी खबर आडवाणी-मायावती मुलाकात की चली। तो मायावती को भी खंडन करवाना पड़ा। खबर बड़ी दिलचस्प थी। मायावती मारुति-800 पर बैठकर आडवाणी से मिली।