सच की खोज में निकली एक बेटी
प्रियंका अपने पिता राजीव की हत्या में सजायाफ्ता नलिनी से मिली। यह मुलाकात 19 मार्च को हुई। खुफिया एजेंसियों आईबी-रॉ ने मुलाकात का बंदोबस्त किया। खुफिया मुलाकात का राज नहीं खुलता। अगर चेन्नई का वकील डी राजकुमार आरटीआई के तहत खुलासा न मांगता। मानव बम बनने वाली धनु मौके पर ही मारी गई थी। फोटू खींच रहा हरि बाबू भी विस्फोट में मारा गया। श्रीनिवासन और शुभा बेंगलुरु में पकड़े गए। तो खुद को गोली मार ली थी। चारों नलिनी के पति मरुगन के दोस्त थे। नलिनी खुद भी उस हादसे के समय मौजूद थी। पहले सोनिया ने नलिनी की फांसी की सजा माफ कराई। अब प्रियंका की नलिनी से मुलाकात। राज खुला, तो प्रियंका बोली- 'मैं अपने पिता की हत्या से जुड़े सच को जानने गई थी।' राहुल अपनी बहन से सहमत नहीं।