अजय सेतिया / जब हम उतर प्रदेश के चुनावी समर की बात करते हैं , तो हमें पश्चिम
बंगाल के चुनाव की याद आती है | चुनाव से ठीक पहले वहां बड़े पैमाने
पर दलबदल हुआ था , तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्री सांसद विधायक
भाजपा में शामिल हुए थे | हवा ऐसी बनी थी कि भाजपा स्पष्ट बहुमत
ले कर आएगी | लेकिन हुआ क्या | भाजपा 294 सीटों के सदन में सौ
का आंकडा पार नहीं कर पाई , 77 पर अटक गई , जो सदन का एक
चौथाई ही बनता है | अब वैसी ही हवा उतर प्रदेश में भाजपा से बड़े
पैमाने पर दलबदल करवा कर सपा के पक्ष में बन रही है | इस का