सिद्धू के लिए इमरान की लाबिंग

Publsihed: 24.Jan.2022, 19:00

अजय सेतिया  / पंजाब में भाजपा के लिए नया दरवाजा खुला है | वह जिस गठबंधन के साथ चुनाव लड  रही है , उस में बड़े भाई की भूमिका में है | पंजाब की भाजपा को यह मौक़ा पहली बार मिला है | वरना पहले जन संघ के रूप में और बाद में भाजपा के रूप में 50 साल से अकाली दल के साथ छोटे भाई की भूमिका में थी | अकाली दल और भाजपा के बीच 94-23 का स्थाई समझौता था | यह समझौता कांग्रेस को सत्ता से बाहर रखने के लिए हिन्दू-सिख एकता के आधार पर हुआ था | हालांकि पंजाब में 58.08 प्रतिशत सिख और 37.92 प्रतिशत हिन्दू हैं | इस आधार पर भाजपा का 42 सीटें मिलनी चाहिए थीं | पंजाब प्रदेश भाजपा ने कई बार सीटों पर फिर से बात करने की कोशिश भी की | लेकिन अरुण जेटली ने हमेशा भाजपा के नेताओं को ही चुप करवा दिया | 2017 के चुनावों से पहले तो पंजाब प्रदेश भाजपा गठबंधन तोड़ कर सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी | पर आलाकमान नहीं माना | खैर अब जब अकाली दल कृषि कानूनों के खिलाफ खुद गठबंधन छोड़ गया तो भाजपा के लिए नए विकल्प खुले हैं | अमरेन्द्र सिंह और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी से नया गठबंधन बना है | जिस में भाजपा 65 , ढींढसा की पार्टी 15 और अमरेन्द्र सिंह की पार्टी 35 सीटें लड़ेगी | यानी आधी से ज्यादा सीटें भाजपा लड रही है | पच्चास साल बाद भाजपा को पहली बार पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ने का मौक़ा मिला है | वरना सिर्फ 23 सीटों के भाजपा वर्कर ही भाग्यशाली थे | बाकी सीटों पर भाजपा नगर पालिका चुनाव लड़ने वाली स्थानीय स्तर की पार्टी बन कर रह गई थी |

पंजाब की असली राजनीति अब शुरू होगी | भाजपा और ढींढसा की पार्टी से सीटों का बंटवारा होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर बड़ा बम फैंक दिया है | उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की पोल खोल कर रख दी | सब को याद होगा कि जब सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था | तो खबरें बाहर आई थीं कि प्रियंका और राहुल ने सोनिया को मजबूर किया था | अमरेन्द्र सिंह तभी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहते थे | लेकिन सोनिया गांधी ने उन्हें रोका था | बाद में जब राहुल और प्रियंका ने सिद्धू के दबाव में मुख्यमंत्री बदलवाने का फैसला भी करवा लिया तो सोनिया ने लाचारी जताई थी | पर अब अमरेन्द्र सिंह ने खुलासा किया है कि प्रियंका गांधी ने एक बार सिद्धू को बेवकूफ आदमी कहा था | यह तब की बात है जब अमरेन्द्र सिंह ने सोनिया और प्रियंका के सामने खुलासा किया था कि सिद्धू ने मंत्री बनने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से  सिफारिश करवाई है | यह खुलासा ही कांग्रेस पर फैंका गया बम है , जिस का जवाब सोनिया , राहुल और प्रियंका तीनों को देना पड़ेगा | यह गंभीर बात है कि सिद्धू ने सोनिया , राहुल या प्रियंका से सिफारिश करवाने की बजाए इमरान खान से सिफारिश करवाई | अमरेन्द्र सिंह का खुलासा यह है कि यह बात उन्होंने तुरंत सोनिया गांधी और प्रियंका को बताई थी | अमरेन्द्र सिंह ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा-“ चूंकि मैं इमरान खान से न तो कभी मिला था और न ही व्यक्तिगत तौर उन्हें जानता था, इसलिए पंजाब में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद ऐसा संदेश देखकर मैं हैरान ही नहीं हुआ, बल्कि मुझे बड़ा झटका लगा कि एक व्यक्ति को राज्य का मंत्री पद दिलाने के लिए कैसे दूसरे देश का प्रधानमंत्री और उसके करीबी दबाव डाल रहे हैं | “

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह पहली बार खुलासा किया है कि उन्होंने इस मैसेज को तुरंत  सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को भेजा था | सोनिया का तो उन्हें कोई जवाब नहीं आया , लेकिन प्रियंका ने अमरेन्द्र सिंह को जवाब में लिखा कि वह बेवकूफ आदमी है जो इस तरह के मैसेज करवा रहा है | लेकिन  हैरानी की बात यह थी कि सिद्धू को बेवकूफ बताने और फटकार लगाने की बजाए प्रियंका ने भी सिद्धू को मंत्री बनाने की सलाह भेज दी थी | तो सवाल खड़ा होता है कि क्या इमरान खान ने प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी को भी सिफारिश की थी | क्योंकि चाहिए तो यह था कि सोनिया गांधी और प्रियंका अमरेन्द्र सिंह को बाहरी शक्तियों के दबाव में नही आने को कहती | लेकिन सोनिया की चुप्पी और प्रियंका का इमरान खान की सलाह मानने का मैसेज बहुत कुछ कहता है |

 

 

आपकी प्रतिक्रिया