खुद ही कटघरा बना लेती है कांग्रेस
अजय सेतिया / यह तो सुना था कि राजनीति में एक दूसरे को कटघरे में खड़ा किया जाता है और उन से जवाब तलबी होती है , पर कांग्रेस अपना कटघरा खुद बनाती है और फिर से में खडी हो जाती है | ऐसे लगता है कि कांग्रेस में राजनीतिक बौद्धिक कौशल का अकाल पड गया है | एक बार एक पत्रकार ने अमित शाह को राजनीतिक ज्ञान देने की कोशिश की थी , तो अमित शाह ने उसे कहा था कि आप पत्रकारिता करो, राजनीति मुझे करने दो, मुझे पता है कि मुझे क्या करना है | कांग्रेस में ठीक इस के उल्ट है , राहुल गांधी को आजकल एक विचारधारा के पत्रकारों ने घेरा हुआ है , जो उन को उल्टी सीधी सलाहें देकर उन के लिए कटघरे तैयार करवाते रहते हैं |