पत्रकारिता को इस संकट में ला कर किस ने खडा किया
अजय सेतिया / साथियो , वामपंथी लीनिंग वाले पत्रकारों को लगता है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारतीय पत्रकारिता अपने अब तक के सब से बड़े संकट के दौर से गुजर रही है | पूरी तरह नहीं , लेकिन किसी हद तक मैं भी उन से सहमत हूँ | मेरा मानना है पत्रकारों के एक वर्ग ने गोधरा काण्ड के बाद दंगों में मोदी की भूमिका के आरोप लगा टकराव की स्थिति पैदा की थी | अदालतों ने मीडिया के उन आरोपों को खारिज कर दिया, इस के बावजूद उन के रूख में कोई बदलाव नहीं आया | देश की जनता ने उन पत्रकारों के आरोपों को खारिज करते हुए 30 साल बाद मोदी को स्पष्ट बहुमत का जनादेश दिया , लेकिन उन ख़ास व