भारत में 33 करोड़ पक्के आलसी
अजय सेतिया / जब वेक्सीन लगाने जाने वालों को वापस लौटना पड़ा था | तो अपन ने भी लिखा था कि वेक्सीन का निर्यात तुरंत रोक कर पहले भारत को वेक्सीनेट किया जाए | सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया था | पर असली गलती ब्यूरोक्रेसी की थी जिसने कोवाशील्ड बनाने वाली कंपनी को पर्याप्त आर्डर ही नहीं दिए थे | न ही अग्रिम का इतना भुगतान हुआ था कि अदार पूनावाला निर्यात की चिंता छोड़ पहले भारत को सप्लाई करते | जब चारों तरफ से आलोचना हुई तो नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन के भीतर स्थिति संभाली | निर्यात पर रोक लगाई गई और सीरम इंस्टीच्यूट को पर्याप्त अग्रिम आर्डर दे कर चेक भेजा गया | पर आलोचकों की