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Exclusive Articles written by Ajay Setia

योगी ने दिखाया सुशासन का रास्ता 

Publsihed: 24.Mar.2017, 22:32

बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम बना कर दो काम किए | एक तो अपने हिन्दू वोट बैंक को मजबूत कर लिया | दूसरे सेक्यूलर ब्रिगेड के जख्मों पर नमक छिड़क दिया  | जनादेश इतना प्रचंड न होता  | तो मीडिया में बैठा सेक्यूलर हल्ला ब्रिगेड हंगामा खडा कर चुका होता | आदित्य नाथ ने लोकसभा में अपने आख़िरी भाषण में अपना एजेंडा बता दिया था | दो टूक शब्दों में बता दिया था कि वह क्या करने जा रहे हैं | उनने कहा-"उत्तरप्रदेश में बहुत कुछ 'बंदी' होने जा रहा है |" उन के इस भाषण से पहले ही बूचडखानों की बंदी शुरू हो चुकी थी | लोकसभा में मुस्लिम सांसद बूचड़खानों की बंदी पर तिलमिलाए हुए थे | पर आदित्यनाथ ने

आयोग ने निकाली ईवीएम विरोधी ब्रिगेड की हवा 

Publsihed: 17.Mar.2017, 07:33

गैर कांग्रेस दलों का गठबंधन शुरू हो चुका | गठबंधन का मुद्दा भले ही वोटिंग मशीने बनी हों | पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक मंच पर आ गए हैं | यह एक बड़ी एतिहासिक घटना है | मायावती ने रिजल्ट वाले दिन ही मशीनों पर सवाल उठा दिया था | अखिलेश यादव ने तुरंत  कहा कि अगर यह सवाल उठा है, तो जांच होनी चाहिए |कांग्रेस के अजय माकन ने दिल्ली नगर निगम के चुनाव बेलेट पेपर से करवाने की मांग रख  दी | इधर यानि कांग्रेस ने भी वोटिंग मशीन पर सवाल उठा दिया |  तो केजरीवाल को भी पंजाब की हार की वजह मशीने लगाने लगा  | जैसे ही केजरीवाल ने पंजाब में वोटिंग मशीनों पर सवाल उठाया | कांग्रेस

कोर्ट में हारी कांग्रेस लोकसभा में रोई 

Publsihed: 14.Mar.2017, 21:28

राहुल गांधी ने मान लिया है कि पंजाब में उनके कारण नहीं जीती कांग्रेस | साथ में यह भी कह दिया कि उत्तराखंड में मेरे कारण नहीं हारी कांग्रेस | यानि पंजाब में अमरेन्द्र सिंह ने पार्टी को जिताया | उत्तराखंड में पार्टी हरीश रावत के कारण हारी | अब अमरेन्द्र सिंह को ताज मिलेगा और हरीश रावत को बनवास | पर उत्तरप्रदेश का ठीकरा किस के सर फूटना चाहिए | अपन कुछ नहीं कह रहे | आप खुद अंदाजा लगाईए | वहां दो लडके प्रचार की जिम्मेदारी संभाले थे | पर सवाल यूपी,उत्तराखंड और पंजाब का है ही नहीं | इन तीनों राज्यों में तो जनता ने स्पष्ट बहुमत दे दिया था | अब असली राजनीतिक झगड़ा गोवा और मणिपुर का | जहां जनता ने किस

गोवा-मणिपुर में डेमोक्रेसी की ह्त्या 

Publsihed: 13.Mar.2017, 21:20

गोवा में भी बीजेपी की सरकार बन गई | अलबता उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से पहले बन गई | उत्तराखंड और  उत्तरप्रदेश में तो दो अनार, सौ बीमार हैं | गोवा में अनार था ही नहीं, बीमार कौन होता | जिन्होंने अनार दिया, उन्हीं ने बीमार भी बता दिया | असल में 40 के सदन में भाजपा को सिर्फ 13 सीटें मिली | जबकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली | पर बीजेपी को 32.5 फीसदी वोट मिले | जबकि कांग्रेस को 28.4 फीसदी वोट मिले | भाजपा को सीटें तो 4 कम मिली, पर वोट 4 फीसदी ज्यादा मिले | बाकी की दस सीटें बंट गई | तीन महाराष्ट्रवादी गोमान्तक पार्टी को, तीन गोवा फारवर्ड पार्टी को ,एक एनसीपी को और तीन निर्दलीय | त्रिशंकू जनादेश

चुनाव नतीजे : मेरा देश बदल रहा है 

Publsihed: 11.Mar.2017, 22:25

उत्तर प्रदेश और पंजाब के चुनाव नतीजे बहुत कुछ कहते हैं | देश की राजनीति नई करवट ले चुकी है | हमें उत्तराखंड , गोवा, पजाब और मणिपुर के चुनाव नतीजों को अलग ढंग से देखना होगा | जब कि उत्तरप्रदेश के नतीजों को अलग नजर से देखना होगा | पंजाब और उत्तराखंड की सरकारें बहुत बदनाम हो चुकी थीं | इन दोनों राज्यों की सरकारों से जनता का मोह भंग था | पंजाब में क्योंकि भाजपा खुद सरकार का हिस्सा थी, इस लिए उसे भी जनता के गुस्से का शिकार होना पडा | भाजपा, जैसा कि सोच रही थी, अगर एक साल पहले अकाली दल से अलग हो जाती, तो वह इन चुनावों में भी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तरह एक बड़ी ताकत बन कर उभरती | आम आदमी

यूपी हो ही नहीं सकता था बिहार 

Publsihed: 09.Mar.2017, 22:42

वैसे अभी नतीजे नहीं निकले | पर एग्जिट पोल के संकेत साफ़ हैं | उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर ,यूपी में बीजेपी आगे | उत्तराखंड में चाणक्य ने तो बीजेपी को 53 सीटें बता कर कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ़ कर दिया | एक्सिस ने बीजेपी को 49 सीटें बताई हैं | टाईम्स नाऊ-वीएमआर  ने बीजेपी को उत्तराखंड में 38 सीटें दी हैं | सी वोटर के कुछ समझ नहीं आया , तो उस ने बीजेपी-कांग्रेस को 29 से 35 के बीच खुला छोड़ दिया | पर अपना आकलन साफ़ है - बीजेपी सत्ता या सत्ता के करीब होगी ,कांग्रेस कम से कम 7-8 सीटें पीछे | पजाब में कांग्रेस | हालांकि एमआरसी ने "आप" और कांग्रेस को बराबरी पर 55-55 बता कर त्रिशंकू नतीजे बताए हैं | सी

हिन्दू आतंकवाद थ्योरी की हवा निकलने लगी 

Publsihed: 08.Mar.2017, 21:03

अजमेर शरीफ के ब्लास्ट का पहला नतीजा आ गया है | नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी की अदालत में पहला फैसला आ गया | यूपीए सरकार ने अजमेर शरीफ, मालेगांव, मक्का मस्जिद , समझौता एक्सप्रेस विस्फोटों को हिन्दू आतंकवाद बताया था | चारों आतंकवादी वारदातों के तार एक दूसरे से जोड़े थे | स्वामी असीमानंद तीनो वारदातों में मुख्य अभियुक्त बनाए गए थे | हिन्दू या भगवा आतंकवाद का पहला जुमला जयपुर में फैंका गया था | जयपुर में कांग्रेस का अधिवेशन था | तब सुशील कुमार शिंदे देश के गृह मंत्री थे | शिंदे ने कहा-" गृहमंत्रालय की जांच में निकला है कि आरएसएस और भाजपा के ट्रेनिंग केम्पों में हिन्दू आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रह

मुठभेड़ को बाटला हाऊस की तरह फर्जी मत बताना 

Publsihed: 07.Mar.2017, 21:53

क्या भारत में बम धमाकों का चुनावों से कोई सम्बन्ध है | चुनावों के समय बम धमाके होते रहे हैं | जब से नरेंद्र मोदी आए हैं, तब से तो सम्बन्ध बन ही गया | वैसे तो मध्यप्रदेश में अपन कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में भी बमबाजी देख चुके हैं | नरेंद्र मोदी जब अक्टूबर 2013 में पटना रैली करने गए तो धमाके हुए | सात धमाकों में 6 लोग मरे थे | अब जब यूपी के आख़िरी दौर का चुनाव है | तो मध्य प्रदेश में ट्रेन को बम से उड़ाने की कोशिश हुई | पर मध्यप्रदेश के ट्रेन बम धमाकों का यूपी से सीधा रिश्ता पाया गया है | । मध्य प्रदेश शाजापुर में मंगलवार सुबह ट्रेन में बम फटा |  भोपाल-उज्जैन पैसेंजर उज्जैन की तरफ जा रही

यूपी में मोदी की हार की मन्नत मांगते विरोधी

Publsihed: 06.Mar.2017, 21:04

चुनाव का शौर ख़त्म हुआ | बुधवार को सातवें और अंतिम चरण में वोट पड़ेंगे | यूपी के 7 जिलों की 40 सीटों पर मतदान होगा । इस सातवें चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश के सात जिलों में वोट पड़ने हैं | भदोही, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र और वाराणसी | नरेंद्र मोदी को आख़िरी दिन दो-दो रैलियाँ करनी पडी | पांच राज्यों का  चुनाव प्रचार निम्न स्टार के कई उदाहरण स्थापित कर गया | मोदी विरोधियों का अपना तर्क है | मोदी समर्थनों का अपना | मोदी विरोधी मानते हैं कब्रिस्तान- शमशान घाट वाला जुमला साम्प्रदायिक वोट अपील थी | जो निम्न स्तर की थी | मोदी मने यह जुमला अखिलेश सरकार को मुस्लिम परस्त बताने के लि

देशद्रोह की स्पष्ट परिभाषा वाला क़ानून जरूरी

Publsihed: 02.Mar.2017, 22:02

कम्यूनिस्ट और आरएसएस दिल्ली की सडकों पर आमने सामने आ चुके | कोई दिन नहीं जाता जब प्रदर्शन न हो | किसी दिन कम्यूनिस्टों के छात्र संगठनों का प्रदर्शन | तो किसी दिन विद्यार्थी परिषद का प्रदर्शन | अखाड़ा बन गया है दिल्ली | पिछले साल बिहार के चुनाव थे , तब भी अभिव्यक्ति की आज़ादी का बवंडर खडा हुआ  | अब यूपी के चुनाव हैं,तो फिर अभिव्यक्ति की आज़ादी का बवंडर | कश्मीर और बस्तर की आज़ादी के नारों को अभिव्यक्ति की आज़ादी बताया जा रहा | देश के टुकडे होंगे, इंशा अल्लाह  ,इंशा अल्लाह के नारे लग रहे | और इन नारों को अभिव्यक्ति की आजादी कहा जा रहा | इन नारों को देशद्रोह मानने को तैयार नहीं | सारे कम्