India Gate Se
Exclusive Articles written by Ajay Setia
अजय सेतिया / संसदीय इतिहास में सब से छोटे मानसून सत्र का सत्रावसान हो गया | सत्र बुलाया तो 18 दिन के लिए गया था , लेकिन सिर्फ दस दिन में निपटाने का फैसला हो गया | सत्र छोटा रहा तो इस का यह मतलब नहीं कि कामकाज अधूरा रह गया | विपक्ष ने राज्यसभा में आख़िरी तीन दिन और लोकसभा में आख़िरी दो दिन बायकाट कर के सरकार का काम आसान ही किया | इन्हीं तीन दिनों में सर्वाधिक बिल पास हुए | सरकार ने 18 दिन का अपना काम 10 दिन में निपटा लिया | हालांकि यह अच्छी बात हुई कि टकराव से पहले 20 सितम्बर को ही जल्दी सत्रावसान की सहमती बन गई थी |
खालिद की गिरफ्तारी से मीडिया में बेचैनी क्यों
अजय सेतिया /दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार राजीव शर्मा की जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी से मीडिया कर्मी स्तब्ध है । राजीव कोई अनाम पत्रकार नहीं है , उन्होंने यूएनआई , ईनाडू , द ट्रिब्यून जैसे प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों के साथ काम किया है । रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को कम से कम तीन दशक तक अपने मीडिया संस्थानों के लिए कवर किया । जब अजीत डोवल आईबी के प्रमुख थे , उस समय आईबी के गिने-चुने विशेषज्ञ पत्रकारों में से थे । उनकी अजीत डोवल तक से निकटता थी , रिटायरमेंट के बाद अजीत डोवल जब विवेकानंद फाउंडेशन से जुडे तो राजीव वहां फैलो और को-आरडिनेटर के नाते उनके साथ थे ,लेकिन विचारधारा के टकराव
लोकतंत्र का गला तो विपक्ष दबा रहा था
अजय सेतिया / कृषि सम्बन्धी बिलों को ले कर घमासान अभी जारी है , हालांकि बिल दोनों सदनों में पास हो चुके हैं | बिल पास हो जाने के बाद सरकार के बचाव का मोर्चा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सम्भालना पड़ा क्योंकि अनुभव , खासकर कृषि मंत्रालय क
किस किस बदनामी से डरती है जया
अजय सेतिया / शिव सेना के अखबार सामना
कृषि से जुड़े अध्यादेशों से किसे फायदा
अजय सेतिया / कोरोना काल में संसद का म