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Published: 27.Jul.2021, 22:53

अजय सेतिया / दो साल पहले जब कर्नाटक में कुमार स्वामी की सरकार गिरी थी तो 76 साल का होने के बावजूद येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाया गया था | नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से भाजपा ने संगठन और सरकार में 75 साल के बाद रिटायर का फार्मूला बना रखा है | पर येदियुरप्पा की बात अलग थी | कुमार स्वामी की सरकार उन्होंने ही गिराई थी , उन के सिवा भाजपा का कोई नेता सरकार गिरा भी नहीं सकता था | स्वाभाविक है कि नेतृत्व को उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाना पड़ा था | दूसरी वजह उन का जमीनी आधार था, आज भी कर्नाटक की पालिटिक्स पर जितनी पकड़ येदियुरप्पा की है उतनी किसी और भाजपा नेता की नहीं | वह लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं | लिंगायत धर्म गुरु येदियुरप्पा का बेहद सम्मान करते हैं और आज भी उन के साथ खड़े हैं | राज्य में लिंगायतों की आबादी 17 प्रतिशत से ज्यादा है और 224 सीटों में से कम से कम 100 सीटों पर लिंगायतों का प्रभाव है | 

पर भाजपा हमेशा उन पर तो निर्भर नहीं रह सकती | दो साल बाद चुनाव आते आते वह 80 साल से ऊपर हो जाते | इसलिए भाजपा ने वक्त रहते भविष्य का नेतृत्व तैयार करने के इरादे स…

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Published: 22.Jul.2021, 18:50

अजय सेतिया / पंजाब से खबर आई है कि मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह राजनीतिक लड़ाई हार गए हैं | कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को अपने अमृतसर वाले घर में शक्ति प्रदर्शन किया | जिसमें कांग्रेस के 77 में से 62 विधायकों के पहुंचने का दावा किया गया | जिसमें चार मंत्री और सुनील जाखड भी मौजूद थे , जिन्हें हटा कर राहुल गांधी ने उन्हें अध्यक्ष बनाया है | आखिर ऐसा कैसे हुआ | तो इस की वजह यह है की अमरेन्द्र सिंह राजाओं की तरह सरकार चला रहे थे | वह अपने आईइएस बाबुओं पर ज्यादा भरोसा करते थे , अपने मंत्रियों और विधायकों की सुनते ही नहीं थे | लोकतंत्र में यह नहीं चलता | चुन कर आए विधायक कुंठित थे , जैसे ही मौक़ा मिला अमरेन्द्र सिंह को छोड़ कर सिद्धू के साथ हो लिए | वह नेता लंबे समय तक नेता नहीं रह सकता , जो बाबुओं के बूते सरकार चलाने की कोशिश करता है | संविधान निर्माताओं ने ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी | बाबुओं पर भरोसा कर के चुने हुए नुमाईन्दों की उपेक्षा करने वाले मुख्यमंत्री ज्यादा नहीं चलते | अगर हाईकमान उन के पर नहीं कुतरे , तो जनता कुत्तर देती है | यह बात…

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Published: 19.Jul.2021, 17:16

अजय सेतिया / जब से कोविड शुरू हुआ है, संसद ढंग से नहीं चल रही | पिछले साल शीत सत्र तो हुआ ही नहीं था | बाकी सारे सत्र भी आधे अधूरे हुए | वैसे सरकार ने तो राहत महसूस की है | कोविड के बहाने उसे विपक्ष के हमलों से निजात मिली थी | पर इस बार का सत्र सरकार पर बहुत भारी पड़ने वाला है | विपक्षके साथ मीडिया भी हमलावर होगा | कोविड के बहाने संसद भवन परिसर में मीडिया की एंट्री पर अंकुश लगा है | लोकतांत्रिक इतिहास में यह पहली बार हुआ है , जब संसद में मीडिया पर पाबंदियां लगी हैं | मीडिया की संस्थाएं संसद पर प्रदर्शन की तैयारी में हैं | पहले प्रधानमंत्री नेहरु और पहले स्पीकर मावलंकर ने मीडिया को लोकतंत्र की प्राणवायु माना था | मीडिया जनता और संसद में कड़ी का काम करता है | तभी संसद भवन परिसर में पत्रकारों का प्रवेश जन…

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Published: 16.Jul.2021, 20:14

अजय सेतिया / थोड़े विराम के बाद अपन फिर हाजिर हैं , कोविड की तीसरे दौर की आहट ने अंदर तक हिला दिया है | हालांकि अपन दोनों वेक्सीन ले चुके हैं | पर यह रिपोर्ट चिंतिंत करने वाली है कि दो डोज के बाद भी अपन सौ फीसदी सुरक्षित नहीं हैं | रिसर्च की रिपोर्ट यह है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज के बाद भी मौत का खतरा पांच फीसदी बना रहता है | जबकि एक डोज के बाद 18 फीसदी खतरारहता है | अपन को रह रह कर डाक्टर के.के अग्रवाल की याद आती है , जो दोनों डोज़ ले चुके थे | तमिलनाडु के पुलिसकर्मियो पर इसीसाल स्टडी की गई है | ऐसे चार पुलिसकर्मियों की मौत हुई ,जिनने वैक्सीन की दोनो डोज ले रखी थी | एक डोज़ लेने वाले 7 पुलिसकर्मियों की कोविड से मौत हुई | इस लिए अपन केजरीवाल की उस दिल्ली से दूर…

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Published: 03.Jul.2021, 16:45

अजय सेतिया / उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 20 साल पूरे हो चुके हैं | इन बीस सालों में उत्तराखंड ने दस सीएम देख लिए | सिर्फ 114 दिन पूरे कर के तीर्थ सिंह रावत भी मुख्यमंत्री पद से विदा हो गए | उन की जगह पर अब पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बनाए गए हैं |  पहले मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी का कार्यकाल खत्म होने से चार महीने पहले देहांत हो गया था | तब भाजपा ने बाकी बचे 123 दिन के लिए भगत सिंह कोशियारी को मुख्यमंत्री बनाया था | भाजपा 2007 का विधानसभा चुनाव हार गई | कांग्रेस का चेहरा नारायण दत्त तिवारी नहीं थे | लेकिन कई दावेदारों को पछाड़ कर सोनिया गांधी की नजदीकी के कारण मुख्यमंत्री बने | बल्कि वह अब तक के एक मात्र मुख्यमंत्री रहे , जिन्होंने 2002-07 का अपना कार्यकाल पूरा किया |

भाजपा के 2007 से 2012 के कार्यकाल में तीन मुख्यमंत्री रहे | हालांकि पहले बनाए गए भुवन चन्द्र खंडूरी को ही कार्यकाल खत्म होने से पहले दुबारा सीएम बनाया गया था | बीच में रमेश पोखरियाल मुख्यमंत्री रहे | चुनाव से सिर्फ छह महीने पहले निशंक को इस लिए हटाना पड़ा था , क्योंकि हाई कमान को लगता था उन की र…

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Published: 25.Jun.2021, 19:14

अजय सेतिया / ट्विटर ने ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार शुरू कर दिया है | जिस तरह मुगलों के राज से ट्रस्ट कुछ भारतीयों ने अंग्रेजों का साथ दिया था | ठीक उसी तरह जब ट्विटर भारतीय क़ानून को चुनौती दे रहा है तो भारत के कुछ विपक्षी दल खुल कर ट्विटर का साथ दे रहे हैं | क्यों न दें , आखिर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उन की सरकार को बदनाम करने को लेकर कांग्रेसी टूलकिट का बवाल उठा था | तो ट्विटर ने ही कांग्रेस का साथ दिया था | वैसे तो ट्विटर कई दिन से भारतीय क़ानून की धज्जियां उड़ा रहा था | लेकिन सरकार और ट्विटर का सीधा विवाद कांग्रेसी टूलकिट से ही शुरू हुआ | इस लिए कांग्रेस के साथ बाकी विपक्षी दल भी ट्विटर के साथ खड़े हैं | मोदी को चुनौती देने वाला चीन हो , तो वे चीन के साथ खड़े हो कर गलवान घाटी पर मोदी से सवाल पूछेंगे | मोदी को चुनौती देने वाला पाकिस्तान हो , तो वे पाकिस्तान के साथ खड़े हो कर सर्जिकल स्ट्राईक पर सवाल दागेंगे |

अब अमेरिकी कंपनी भारत को चुनौती दे रही हो , तो वे अमेरिकी कंपनी के साथ खड़े दिख रहे हैं | उन्हें भारतीय क़ानून के सम्मान की चिंता नहीं , बस उन्हें मोदी क…

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Published: 24.Jun.2021, 13:03

अजय सेतिया / 46 साल पहले आज के दिन इंदिरा गांधी ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगाया था | अपन तब 19 साल के थे , इंदिरा गांधी को अपन से खतरा था | इसलिए अपनी गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापे मारे गए | पर अपन हर रात दीवारों पर नारे लिख देते थे | आखिर तंग आ कर पुलिस ने अपने पिताश्री को हिरासत में ले लिया | इस तरह आधी रात को थाने में पहुंच कर गिरफ्तारी देनी पड़ी | अपने जैसे अनेकों अनेक युवाओं को महानगरों , शहरों, कस्बों और गाँवों से गिरफ्तार किया गया | क्या इतना काफी था , जी नहीं , झूठे केस बना कर पुलिस रिमांड लिया गया | मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाईं गई | पुलिस यातनाएं दी गई | अपन भुगतभोगी हैं | अपने एक मित्र प्रेम फुटेला के पाजामें को नीचे बाँध कर चूहे डाल दिए गए | यह एक उदाहरण है , ऐसे हजारों उदाहरण देश के हर जिले में मौजूद हैं | मानवाधिकार संगठनों ने दावा किया था कि 1,40,000 लोग जेलों में डाल दिए गए थे |

पर ऐसी नौबत आई क्यों थी | राज नारायण ने 1971 में इंदिरा गांधी के रायबरेली से लोकसभा सांसद चुने जाने को चुनौती दी थी | इंदिरा गांधी से हारे राजनारायण ने भ्र…

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Published: 23.Jun.2021, 19:00

अजय सेतिया / भारत उन बड़े देशों में शामिल है जिसने विकसित देशों से पहले वेक्सिन तैयार की | पर वेक्सिन और संक्रमण  को लेकर राजनीतिक दलों में जैसी बेवकूफी भरी बयानबाजी हुई और हो रही है , वैसी दुनिया के और किसी देश में नहीं हुई | इन बेवकूफियों के कारण हमें मूढ़ मति अवार्ड मिलना चाहिए | सोमवार को भारत ने एक दिन में 88 लाख लोगों को वेक्सिनेट कर के विश्व रिकार्ड बनाया | तो इस पर भी विपक्षी दलों को मिर्ची लग गई | जमानत पर जेल से बाहर पी. चिदंबरम ने कहा है कि मोदी को इस पर नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए | अपन भूले नहीं हैं कि चिदंबरम के सहयोगी शशि थरूर, जयराम रमेश और मनीष तिवारी ने भी अखिलेश यादव की तरह भारतीय वेक्सीन पर संदेह जताया था | कहा था कि अगर वेक्सिन इतनी ही विश्वसनीय है तो मोदी ने खुद  क्यों नहीं लगवाई |

पहली मार्च को जब मोदी ने भारत बायोटेक की वेक्सिन लगवाई तो देश में भरोसा जगा | वेक्सिन लगवाने वालों की लाइनें लगी | तब गैर राजग मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने वेक्सिन की कमी पर बवाल खड़ा कर दिया | वेक्सिन सर्टिफिकेट पर मोदी के फोटो पर बवाल खड़ा किया | फोट…

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Published: 22.Jun.2021, 20:23

अजय सेतिया / आज की चर्चित खबर शरद पवार के घर पर हुई यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच की बैठक है | चर्चा यह थी कि पीके यानी प्रशांत किशोर की सलाह पर शरद पवार 2024 की तैयारी के लिए तीसरा मोर्चा खड़ा कर रहे हैं | पीके ने सोमवार को दूसरी बार पवार से मुलाक़ात की थी | ममता बेनर्जी के चुनाव रणनीतिकार पीके कुछ ज्यादा ही बम बम हैं | वह समझते हैं कि शरद पवार और ममता को आगे कर के मोदी को मात दी जा सकती है | लगता है पवार और ममता दोनों पीके की रणनीति से सहमत हैं | इसलिए शरद पवार ने अपने घर पर मीटिंग की सहमती दी | रणनीति को आगे बढाने के लिए तृणमूल के नेता यशवंत सिन्हा को आगे किया गया है | बंगाल के चुनाव में वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे | यशवंत सिन्हा ने 30 जनवरी 2018 को राष्ट्र मंच नाम से संगठन खड़ा किया था | तीन साल बाद मंच की पहली बैठक थी | जिस में चुन चुन कर मोदी विरोधी लाए गए | पत्रकार करण थापर, आशुतोष , राजदीप सरदेसाई, प्रीतिश नंदी , पूर्व पत्रकार और वाजपेयी के ओएसडी रहे सुधींद्र कुलकर्णी , गीतकार जावेद अख्तर, सामरिक विशेषज्ञ केसी सिंह, पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, अर्थशास्त्री…

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Published: 21.Jun.2021, 21:30

अजय सेतिया / आठ महीनें बाद यूपी , उत्तराखंड , पंजाब के चुनाव हैं | सब से ज्यादा महत्वपूर्ण है यूपी , जहां भाजपा के नेता अभी तो खुद ही एक दूसरे से लड रहे हैं | योगी दिल्ली से बड़ी लड़ाई जीत कर लौटे हैं | प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने साफ़ साफ़ कहा था कि योगी ही चुनावों में भाजपा का चेहरा होगा | लेकिन अब केशव प्रशाद मौर्य ने कह दिया कि मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद होगा |  हालांकि यह भ्रम इस लिए भी फैलाया गया होगा ताकि ओबीसी एक उम्मींद के साथ भाजपा से जुड़े रहें | पर अपना मानना है कि प्रदेश में इस समय योगी के पक्ष में हवा है , भाजपा के नेताओं को उसे किसी समांतर रणनीति के तहत खराब नहीं करना चाहिए | दो तीन घटनाओं में योगी की तेजी ने हिन्दुओं को फिर से एकजुट करना शुरू कर दिया है | भाजपा तभी जीतेगी , जब हिन्दू फिर से एकजुट हुए | अगर भाजपा ने जातिवाद को बढावा दिया , तो भाजपा की लुटिया डूबेगी |

योगी ने हाल ही के दो मामलों में तेजी से कार्रवाई कर के हिन्दुओं का दिल फिर से जीता है | एक घटना अब्दुल समद की दाढी काटने और जय श्रीराम का नारा लगवाने की  है | और दूसरी घटना धर्मांतर…

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