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राष्ट्रपति के चुनाव के लिए एनडीए के पास अब स्पष्ट बहुमत

Publsihed: 17.May.2017, 09:50

नई दिल्ली राष्ट्रपति के चुनाव की घोषणा 19-20 मई को और अधिसूचना जून के पहले हफ्ते में होने की संभावना है | अगर जरुरत पडी तो जुलाई के तीसरे हफ्ते में वोटिंग होगी | नया राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेगा | एनडीए को सिर्फ 13 हजार वोट कम पद रहे थे | आंध्र प्रदेश के जग्गन रेड्डी और तेलंगाना के चन्द्र शेखर राव की ओर से एनडीए के समर्थन की घोषणा के बाद एनडीए का सपष्ट बहुमत हो चुका है | जग्ग्न्मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के 7 सांसद और 45 विधायक हैं | टीआरएस के 12 सांसद और 90 विधायक हैं |

पोक्सो केस में जमानत नहीं होनी चाहिए 

Publsihed: 04.May.2017, 19:47

अजय सेतिया / इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गायत्री प्रजापति  को जमानत देने वाले लखनऊ के अतिरिक्त जिला एंव सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश मिश्रा को निलम्बित कर के सही कदम उठाया है | हाईकोर्ट के इस कदम की जितनी तारीफ़ की जाए, उतनी कम है | कोई भी क़ानून तब तक सार्थक नहीं हो सकता, जब तक उसे लागू करने वाली एजेंसियां ईमानदारी से काम नहीं करती | यौन अपराधों से बच्चों का सरंक्षण सम्बंधित पोक्सो क़ानून को लागू हुए अब पांच साल होने को हैं | लेकिन आज पांच साल बाद भी देश के सभी जिलों में स्पेशल पोक्सो अदालतें नहीं बनाई गई हैं | कम से कम उन जिलों में तो विशेष पोक्सो अदालतें बनाई जानी चाहिए , जहा बच्च

पंचायत से संसद तक मोदी लहर 

Publsihed: 26.Apr.2017, 22:57

दिल्ली नगर निगम का चुनाव एक प्रयोगशाला थी , जिस में सभी के टिकट काट दिए गए , विधानसभाओं में 75 प्रतिशत तक और लोकसभा में 50 प्रतिशत टिकट कटेंगे | 

ब्रिटिश काल तक मुसलमान नहीं करते थे गौकशी 

Publsihed: 10.Apr.2017, 10:23

आख़िरी मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र अंग्रेजों की साजिश समझ गए थे | उनने  28 जुलाई, 1857 को बकरीद के मौक़े पर फरमान जारी किया था | फरमान में कहा गया था -"जो भी गौ वध करने या कराने का दोषी पाया जाएगा, उसे मौत की सज़ा दी जाएगी | 

हलाला के लिए किराए पर मिलते हैं मुस्लिम मर्द

Publsihed: 05.Apr.2017, 20:53

बीबीसी से साभार / बीबीसी की एक पड़ताल में पता चला है कि तलाक़शुदा मुस्लिम महिलाओं को इस्लामिक विवाह 'हलाला' का हिस्सा बनाने के लिए कई ऑनलाइन सेवाएं उनसे हज़ारों पाउंड की कीमत वसूल रही हैं.

इन मुस्लिम महिलाओं हलाला का हिस्सा बनने के लिए पहले पैसे देकर एक अजनबी से शादी करनी होती है, उसके साथ सेक्स करना होता है, फिर उस अजनबी को तलाक़ देना होता है ताकि वे अपने पहले पति के पास लौट सकें.

फराह (बदला हुआ नाम) जब 20 साल की थीं तब परिवारिक दोस्त के माध्यम से उनकी शादी हुई. दोनों के बच्चे भी हुए, लेकिन फराह का कहना है कि आगे चलकर उनकी प्रताड़ना शुरू हो गई.

मीर बाक़ी से भारत के इतिहास की शुरुआत नहीं होती

Publsihed: 26.Mar.2017, 13:03

शोभित शक्तावत / सन् 1528 में मीर बाक़ी ने अयोध्या में बाबरी ढांचा बनवाया था,  लेकिन सन् 1528 से तो भारत के इतिहास की शुरुआत नहीं होती.

कथा इससे बहुत बहुत पुरानी है, बंधु. श्रीराम के मिथक से जुड़े लोक और शास्त्र के संपूर्ण वांग्मय में अहर्निश उल्लेख है अवधपुरी और सरयू सरिता का. पुरातात्त्विक सर्वेक्षण के अटल साक्ष्य हैं. परंपरा की साखी है. कोई इससे चाहकर भी इनकार नहीं कर सकता.

विवाद किस बात पर है? सन् 1528 में रामजन्मभूमि पर बाबरी ढांचे का बलात् निर्माण ही एक आक्रांताजनित दुर्भावना का परिचायक था. वह स्वयं एक भूल थी. भूलसुधार का तो स्वागत किया जाना चाहिए ना. 

बूथ कैपचरिंग से निजात दिलाई है ईवीएम मशीन ने

Publsihed: 17.Mar.2017, 00:23

 त्रिभूवन /   भारतीय ईवीएम न तो जापान से आयात की गई हैं और न ही किसी योरोपीय देश से। ये भारतीय चुनाव आयोग ने भारत इलेक्ट्रोनिक्स लि. बंगलूर और इलेक्ट्रोनिक्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया हैदराबाद जैसी पब्लिक सेक्टर कंपनियाें के सहयोग से तैयार की थीं।

इसे विकसित करने में सुजाता रंगराजन का भी खूब योगदान रहा है। वे एक प्रसिद्ध एमआइटियन थीं। उन्होंने भारत इलेक्ट्रोनिक्स लि. बैंगलोर साथ खूब किया था और वे ईवीएम विकसित करने वाली टीम का अहम हिस्सा थीं। 

अब वे यूपी की जनता को साम्प्रदायिक कहेंगे ?

Publsihed: 12.Mar.2017, 01:10

मनीष ठाकुर / गुजरात की जनता को अपमानित करने वाले अब यूपी की जनता को साम्प्रदायिक कहेंगे? वो साजिश रचते रहे , नफरत फैलाते रहे ,खुद को पत्रकार कहने वाले। वे इस नफरत फैलाने की कीमत वसूलते थे। आम जन उनकी फर्जी ख़बरों को सत्य मानती रही। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा,भारत की सबसे बड़ी अदालत द्वारा बनाई एसआईटी ने  2013 तक साफ कर दिया कि ज्ञानवीरों की साजिश में दम नहीं है। घटिया स्तर तक जाकर ,दंगा के दौरान, गर्भ से बच्चे निकालकर मारने की एनजीओ और एनडीटीवी व् मीडिया गिरोह की साजिश की कहानी बेपर्दा होने के बाद भी पत्रकारिता का बलात्कार जारी रहा।  

चुनाव नतीजे : मेरा देश बदल रहा है 

Publsihed: 11.Mar.2017, 22:25

उत्तर प्रदेश और पंजाब के चुनाव नतीजे बहुत कुछ कहते हैं | देश की राजनीति नई करवट ले चुकी है | हमें उत्तराखंड , गोवा, पजाब और मणिपुर के चुनाव नतीजों को अलग ढंग से देखना होगा | जब कि उत्तरप्रदेश के नतीजों को अलग नजर से देखना होगा | पंजाब और उत्तराखंड की सरकारें बहुत बदनाम हो चुकी थीं | इन दोनों राज्यों की सरकारों से जनता का मोह भंग था | पंजाब में क्योंकि भाजपा खुद सरकार का हिस्सा थी, इस लिए उसे भी जनता के गुस्से का शिकार होना पडा | भाजपा, जैसा कि सोच रही थी, अगर एक साल पहले अकाली दल से अलग हो जाती, तो वह इन चुनावों में भी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तरह एक बड़ी ताकत बन कर उभरती | आम आदमी

रेप ... की धमकियों के बाद #

Publsihed: 08.Mar.2017, 08:31

रेप ... की धमकियों के बाद #गुरमेहर ने अपना मिशन अधूरा छोड़ दिया ।
वो अपनी पढाई भी अधूरी छोड़ कर पटियाला लौट गई ।
भले ही सब प्रायोजित हो , मगर उतना ही दुखद भी है ।

आखिर क्यों कभी मनोवैज्ञानिकों द्वारा बीमार मानसिकता की देन माना जाने वाला रेप ,कालांतर में हथियार की तरह प्रयोग होने लगा ।
अगर कोई पुरुष आपके विचारों के विपरीत जाता है ,तो उसको जान से मार देना ,और महिला द्वारा आपसे भिन्न विचार रखने पर रेप करने की धमकी ।
ये धमकियाँ किसी भी पक्ष से आ रही हो , उसका प्रायोजक कोई भी हो , फर्क नही पड़ता ।
फ़र्क़ पड़ता है , तो सिर्फ मानसिकता से ।