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टीएमसी बनेगी कांग्रेस का विकल्प ?
अजय सेतिया / ममता बनर्जी ने 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए यूपी और गोवा को टार्गेट करने की रणनीति बनाई है । वह अखिलेश यादव के साथ चुनावी तालमेल करेंगी । अखिलेश यादव ने अरविंद केजरीवाल और जयंत चौधरी से भी तालमेल शुरू कर दिया है । उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव राहुल गांधी के साथ मिलकर लड़ा था । ख़ुद को चुनावी राजनीति के धुरंधर माननेवाले प्रशांत किशोर ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी बनवाईं थी । याद होगा मोदी की चाय पर चर्चा के जवाब में प्रशांत किशोर ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की खाट रैली करवाई थी । प्रशांत किशोर का दावा था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जब वह नरेंद्र मोदी के रणनीतिका
टीएमसी बनेगी कांग्रेस का विकल्प ?
अजय सेतिया / ममता बनर्जी ने 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए यूपी और गोवा को टार्गेट करने की रणनीति बनाई है । वह अखिलेश यादव के साथ चुनावी तालमेल करेंगी । अखिलेश यादव ने अरविंद केजरीवाल और जयंत चौधरी से भी तालमेल शुरू कर दिया है । उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव राहुल गांधी के साथ मिलकर लड़ा था । ख़ुद को चुनावी राजनीति के धुरंधर माननेवाले प्रशांत किशोर ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी बनवाईं थी । याद होगा मोदी की चाय पर चर्चा के जवाब में प्रशांत किशोर ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की खाट रैली करवाई थी । प्रशांत किशोर का दावा था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जब वह नरेंद्र मोदी के रणनीतिक
भारत में 33 करोड़ पक्के आलसी
अजय सेतिया / जब वेक्सीन लगाने जाने वालों को वापस लौटना पड़ा था | तो अपन ने भी लिखा था कि वेक्सीन का निर्यात तुरंत रोक कर पहले भारत को वेक्सीनेट किया जाए | सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया था | पर असली गलती ब्यूरोक्रेसी की थी जिसने कोवाशील्ड बनाने वाली कंपनी को पर्याप्त आर्डर ही नहीं दिए थे | न ही अग्रिम का इतना भुगतान हुआ था कि अदार पूनावाला निर्यात की चिंता छोड़ पहले भारत को सप्लाई करते | जब चारों तरफ से आलोचना हुई तो नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन के भीतर स्थिति संभाली | निर्यात पर रोक लगाई गई और सीरम इंस्टीच्यूट को पर्याप्त अग्रिम आर्डर दे कर चेक भेजा गया | पर आलोचकों की
अमरेन्द्र ही रोक सकते हैं सोनिया की साज़िश
अजय सेतिया / दूसरी बार कांग्रेस छोड़ने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राजनीति में कई उतार चढाव देखे हैं | पहली बार जब उन्होंने आपरेशन ब्ल्यू स्टार के खिलाफ 1984 में कांग्रेस छोडी थी | तो चौदह साल के बनवास के बाद 1998 में बेआबरू से हो कर कांग्रेस में लौटे थे | पहली बार इंदिरा गांधी के कहने पर राजीव गांधी अपने बाल सखा को राजनीति में लाए थे | दूसरी बार राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी उन्हें 1998 में कांग्रेस में वापस लाई | वह दोनों बार कांग्रेस में तब शामिल हुए , जब कांग्रेस खुद संकट में थी | चलिए अपन आप को शुरू से बताते हैं | राजीव गांधी और अमरेन्द्र सिंह दून स्कू
उत्तराखंड में फिर भयानक आपदा
अजय सेतिया /अपन इस समय उस नैनीताल में हैं , जहां मंगलवार को लगातार बारिश का तीसरा दिन था | बारिश से चप्पे चप्पे पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो रहा है | पता था कि सत्तताल से भीमताल तक जाना मुश्किल होगा | यह सिर्फ सात किलोमीटर का रास्ता है | फिर भी अपनी काटेज से इसलिए निकले कि हार्ट की एक दवा खत्म हो गई थी | पर आधे किलोमीटर के बाद ही वापिस लौटना पड़ा क्योंकि भूस्खलन से रास्ता बंद हो चुका था | पर शाम तक जेसीबी से रास्ता खोला जा चुका था | जैसे ही रास्ते खुलने की खबर मिली अपन दुबारा चल पड़े | पर उस के बाद जो देखने को मिला भयावह था | भीमताल से पहले ही सडक पर भारी मलबे का सामना करना पड़ा | थोड़ा आगे
माब लिंचिंग के साम्प्रदायिक ख़तरे
अजय सेतिया / 2015 में दादरी में मोहम्मद इखलाक की मॉब लिंचिंग का मामला अंतर्राष्ट्रीय खबर बना था | यह गौकशी का मामला था | वैसे यह कोई पहली बार नहीं हुआ था | गौकशी के खिलाफ यूपीए शासन काल में और उस से पहले कांग्रेस सरकारों के समय भी मॉब लिंचिंग का इतिहास रहा है | लेकिन मोहम्मद इखलाक की मॉब लिंचिंग क्योंकि हिंदुत्ववादी मोदी राज में हुई थी , इसलिए यह अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बना | जिन्होंने इखलाक की मॉब लिंचिंग अंतर्राष्ट्रीय शर्म का मुद्दा बनाया उनके लिए गौ माताओं की मॉब लिंचिंग कभी मुद्दा नहीं रहा | गऊओं की मॉब लिंचिंग के कई वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे हैं | भारत में मनुष्यो