Current Analysis

Earlier known as राजनीति this column has been re-christened as हाल फिलहाल.

उत्तराखंड में भाजपा अभी भी भारी रहेगी 

Publsihed: 08.Mar.2017, 12:14

उत्तराखंड में भाजपा ने कांग्रेस के सभी 10 विधायकों को टिकट न दिया होता, तो भाजपा इस बार विधानसभा चुनावों में ४२ से ज्यादा सीटें जीतती | मार्च 2016 में कांग्रेस से बगावत करने वाले 9 विधायकों के बाद रेखा आर्य और आख़िरी दिन मंत्री पद से इस्तीफा दे कर भाजपा में शामिल होने वाले यश पाल आर्य तो खुद की टिकट के साथ अपने बेटे की टिकट भी ले गए | इस के अलावा दो अन्य कांग्रेसी भी भाजपा में शामिल हो कर टिकट पाने में सफल रहे | नतीजा यह निकला कि कम से कम छह स्थानों पर भाजपा के मजबूत नेता बागी हो कर चुनाव मैदान में कूद गए , जिस का खामियाजा भाजपा को भुगतना पडा है | इस के बावजूद भाजपा अभी भी 34 से 38 सीटें जीत

सेक्यूलर,बुद्धिजीवियों और महिला अधिकारवादियों का इम्तिहान

Publsihed: 08.Mar.2017, 11:47

मंगलोर। महिला दिवस के मौके पर आज तथाकथित सेक्यूलरो, तथाकथित बुद्धिजीवियों और महिला अधिकारों की पैरवी करने वालों के इम्तिहान की घड़ी आ गयी है मीडिया पर एक मुस्लिम गायिका को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। लोग उन्हें काफिर से लेकर मुनाफिक तक कह रहे हैं। इस गायिका को ये सब सिर्फ इसलिए सुनना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने भजन गा दिया था।

आईएएस बाबूबाल तो बाबुओं के भ्रष्टाचार की मिसाल है

Publsihed: 08.Mar.2017, 11:03

रायपुर। निलंबित आईएएस बाबूलाल अग्रवाल तो भ्रष्ट नौकरशाही की एक मिसाल है | असल में इस देश में नौकरशाही सब से बड़ी मुसीबत बन चुकी है | अगर निलंबित आईएएस बाबूलाल अग्रवाल की जमानत हो जाती है, तो स्पष्ट हो जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के बावजूद हमारी व्यवस्था भ्रष्टाचार से लड़ने को कतई तैयार नहीं है |

कभी वो बाबा लगता है कभी वो लाला लगता है

Publsihed: 26.Feb.2017, 10:02

ब्रजेश राजपूत,भोपाल ! अच्छा सुनो , अब बस करो। ये पालिटिकल सेशन खत्म और स्पीरिचुअल सेशन शुरू। अब आप सब दो मिनिट कपाल भाति और अनुलोम विलोम करो। और ये कहकर बाबा ने अपना भगवा उत्तरीय कंधे पर डाला, सामने रखे माइक के टेबल को दूर किया और कुर्सी पर ही आलथी पालथी मारकर षुरू हो गये। लंबी लंबी गहरी सांस लेने। 
हू,,, हू,,,। 

महाराष्ट्र में बजा भाजपा का डंका , शिवसेना को झटका

Publsihed: 23.Feb.2017, 18:48

महाराष्ट्र में 10 नगरपालिकाओं और 25 जिला परिषदों के साथ ही 283 पंचायत समितियों के चुनाव नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। ये बीएमसी चुनाव बीजेपी के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। बीएमसी में जहां बीजेपी की सीटों में तकरीबन तीन गुना इजाफा हुआ है वहीं उसने बाकी की 9 में से 8 महानगरपालिकाओं पर कब्जा जमा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर के महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया है |

मंगलवार को हुई वोटिंग में औसतन 56.40 फीसदी वोटिंग हुई थी। बीएमसी में वोटिंग का प्रतिशत 55.53 फीसदी दर्ज हुआ था। ये 25 सालों में सबसे ज्यादा मतदान है।

धर्मांतरण करवाने वाले आफिस में लगे ताले

Publsihed: 07.Feb.2017, 21:29

 दुनिया भर में ईसाई धर्मांतरण कराने वाली सबसे बड़ी अमेरिकी एजेंसी “कंपैशन” ने भारत में अपना ऑफिस और सारे ऑपरेशन बंद करने का एलान कर दिया है.

किशोर उपाध्याय को सलीके से पटकनी दी रावत ने

Publsihed: 24.Jan.2017, 03:53

किशोर आखिर ‘किशोर’ ही निकले ! आखिर हरीश रावत ने किशोर उपाध्याय को शह-मात के खेल में मात दे ही दी। किशोर को शायद इसका आभास तक न हो, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि हरीश ने अपने मंसूबे तो पूरे किए ही साथ में कई शिकार भी एक साथ कर डाले।

स्मार्ट फोन बैन, पीएम की कोशिशो को पलीता

Publsihed: 14.Jan.2017, 11:25

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की "न खाऊंगा,न खाने दूंगा" मुहिम को झटका लगा है. अर्धसेनिक बलो के जवानो का शोषण करने वाले अफसरो को संरक्षण देने के लिए सरकार सरकार ने अर्धसेनिक बलो के जवानो पर प्रतिबंद्ध लगा दिया है कि वे सोशल मीडिया पर कोई वीडियो लोड नहीं कर सकते. सूत्रो से खबर मिली है कि सेना के जवानो पर स्मार्ट फोन रखने पर ही रोक लगा दी गई है.

http://indiagatenews.com/indiagate-se13.01,17       पीएम जवानो को सुरक्षा की गारंटी देंगे क्या 

शाबाश सेनिको और अर्धसेनिक बलो के जवानो

Publsihed: 13.Jan.2017, 12:44

सेना और अर्धसेनिक बलो में बडे पैमाने पर चल रहे भ्रष्टाचार की सुगबुगाहट तो हमेशा से रही है. जहाँ जहाँ सेना की छावनिया हैं, वहा वहा पेट्रोल-डीजल तक बिकने की खबरे आती रही हैं. लेकिन सरकार ने सेना में चल रहे बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार पर आंखे मूंदे रखी. यही कारण था कि शोषण का शिकार हो रहे जवान कभी सामने नहीं आए.

बीएसएफ के जवान का दावा झूठा नहीं

Publsihed: 11.Jan.2017, 12:48

बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने अपने वीडियो में इस बात का दावा किया था कि सरकार राशन का पर्याप्त सामान भेजती है, स्टोर्स भरे पड़े हैं लेकिन अधिकारी सामान को सैनिकों तक नहीं पहुंचने देते और बाहर ही सामान बेच दिया जाता है.  मीडिया रिपोर्ट्स की गर मानें तो बीएसएफ कैंपों के आसपास रहने वाले लोगों का दावा है कि कुछ सैन्य अधिकारी उन्हें ईंधन और राशन का सामान मार्केट से आधे दाम पर बेचते हैं.