India Gate Se

Published: 24.Dec.2021, 12:46

अजय सेतिया / एक तरफ दुनिया भर में कोरोना वायरस का नया खतरा बढ़ रहा है , तो दूसरी तरफ इलाज के विकल्प भी बढ़ रहे हैं | अमेरिका ने फाइजर के बाद मेरक कम्पनी की कोविड टेबलेट को भी मंजूरी दे दी है | लेकिन ये विकल्प कितने कारगर हैं , इस कोई गारंटी नहीं है | भारतीय डाक्टरों को श्रेय जाता है कि उन्होंने दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा लोगों की जान बचाई | अब तीसरी लहर सिर पर आ खडी हुई है , तो ओमिक्रोन का नया वेरियंट क्या गुल खिलाएगा , इस की भविश्यवाणी नहीं की जा सकती | इतनी भविश्यवाणी जरुर हो रही है कि मारक कम है , पर फैलेगा ज्यादा तेजी से | केंद्र सरकार ने वक्त रहते राज्यों को चेतावनी दे दी है , और कुछ राज्यों ने फुर्ती से काम करना शुरू भी कर दिया है |

उतराखंड के सभी बेरियर पर बसों और कारों को रोक कर वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट मांगने शुरू कर दिए हैं | आरटी-पीसीआर की पूछताछ शुरू हो गई है | दिली रेलवे स्टेशन और बीएस अड्डे पर बाहर जाने और , शहर में आने वालों का टेस्ट शुरू हो गया है | हालांकि अपने वाहनों से आने जाने वालों को कोई नहीं रोक रहा | मध्यप्रदेश सरकार ने रात्रि कर्फ्य…

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Published: 21.Dec.2021, 19:46

अजय सेतिया / जम्मू कश्मीर के विभाजन और केंद्र शासित राज्य बनाए जाने के बाद अब मोदी सरकार ने विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया शुरू कर के फारूख अब्दुल्ला परिवार और मुफ्ती परिवार के जले पर नमक छिडक दिया है | हालांकि जम्मू कश्मीर की सीटें  83 बढा कर 90 करने का प्रस्ताव उस बिल में ही था ,जो विभाजन के समय संसद से पास हुआ था | सरकार ने अपना इरादा तभी साफ़ कर दिया था कि जम्मू में 6 और कश्मीर घाटी में सिर्फ एक सीट बढ़ेगी | अब परिसीमन आयोग की और से जम्मू संभाग में कठुआ, सांबा, उधमपुर, रियासी, राजोरी और किश्तवाड़ जिलों में एक-एक विधानसभा सीट और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक सीट बढ़ाने का प्रस्ताव है | पहले की तरह 24 सीटें पीओके के लिए सुरक्षित रहेंगी |

 

केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने साफ़ साफ़ कहा है कि चुनाव परिसीमन के बाद ही होंगे | सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजना देसाई की अध्यक्षता वाले परिसीमन आयोग का कार्यकाल 6 मार्च 2022 तक है | आयोग का कार्यकाल न बढा तो 6 मार्च को रिपोर्ट आ जाएगी  । अब जब परिसीमन आयोग की बैठकें शुरू हुई हैं , तो कश…

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Published: 16.Dec.2021, 19:57

अजय सेतिया / राकेश टिकैत पश्चिम उत्तर प्रदेश की जाट राजनीति और किसान राजनीति में इतने महत्वपूर्ण हो गए हैं कि चौधरी चरण सिंह का स्थान हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं | सिर्फ पश्चिम उत्तर प्रदेश की जाट राजनीति के बूते चौधरी चरण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री , और बाद में देश के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे थे | राकेश टिकैत की महत्वाकांक्षा भी यूपी की सत्ता तक पहुंचने की है , समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें उप-मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश भी कर दी है | लेकिन सवाल है कि क्या राकेश टिकैत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश और खासकर जाटों में चौधरी चरण सिंह का वारिस होने की हैसियत बना ली है | किसान आन्दोलन से पहले राकेश टिकैत पश्चिम उत्तर प्रदेश तो छोडिए अपनी जाट बिरादरी में भी लोकप्रिय नहीं थे , वह पिछ्ला विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारे थे | लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब से शुरू हुए किसान आंदोलन में कूद कर राकेश टिकैत ने आन्दोलन की बागडौर संभालने में देर नहीं की | गणतन्त्र दिवस के मौके पर आन्दोलनकारियों की ओर से लालकिले पर खालिस्तान का झंडा लहराए जाने के बाद किसान…

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Published: 16.Dec.2021, 19:02

अजय सेतिया / आईसीएमआर और भारत सरकार के कोविड पैनल के प्रमुख डॉ. वी के पॉल पूरी तरह कन्फ्यूज्ड हैं कि कोवाशिल्ड और कोवेक्सीन की डबल डोज़ कोविड के ओमिक्रोन वेरियंट पर प्रभावी होगी या नहीं | डाक्टर पाल ने आशंका जताई है कि दोनों वेक्सीन ओमिक्रोन पर प्रभावी नहीं होंगी | वी.के पाल की गलत नीति के कारण ही कोविड की दूसरी लहर के समय खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शर्मसार होना पड़ा था , क्योंकि वी.के पाल दूसरी लहर से पहले उस का मुकाबला करने के लिए तैयारियां करने और प्रोटोकाल बनाने में विफल रहे थे | अब फिर वही हो रहा है , सारी दुनिया में ओमिक्रोन का मुकाबला करने के लिए बूस्टर डोज़ की जरूरत बताई जा रही है | अमेरिका , ब्रिटेन , इजराईल समेत कई देशों ने तो बूस्टर डोज़ शुरू भी कर दी है , लेकिन वी.के.पाल की रहनुमाई वाली टीम कोई फैसला ही नहीं कर पा रही | 14 दिसंबर को वी.के.पाल ने यह कह कर देश भर में दहशत तो फैला दी कि ओमिक्रोन पर दोनों डोज़ भी अप्रभावी हो सकती हैं , लेकिन बूस्टर डोज़ के बारे में फैसला फिर टाल दिया |   उधर अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड यूनिवर्सिट…

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Published: 10.Dec.2021, 16:45

अजय सेतिया / जनरल बिपिन रावत की हेलीकाप्टर क्रेश में मृत्यू को ले कर साजिश के एंगल पर जांच की जरूरत महसूस की जा रही है | संसद के भीतर और बाहर विदेशी साजिश के एंगल से जांच की मांग उठी है , रिटायर्ड ब्रिगेडियर और कांग्रेस के पूर्व सांसद सुधीर सांवत ने लिट्टे का हाथ होने की आशंका जताई है , यह वही सुधीर सांवत हैं , जो रिटायर होने के बावजूद कारगिल में वर्दी पहन कर लड़े थे | तो दूसरी ओर सांसद संजय राऊत ने पाकिस्तान और चीन पर ऊंगली उठाई है | चीन ने अपनी तरफ से अमेरिका की साजिश होने का शक जाहिर किया है | लेकिन इंडियन एयर फ़ोर्स ने साजिश के एंगल पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए एक बयान जारी किया है | जिस में कहा गया है कि हेलीकाप्टर क्रेश पर अटकलबाजी न लगाई जाए , वायुसेना बड़ी तेजी से जांच कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी |

लेकिन सवाल यह है कि क्या कोर्ट आफ मार्शल इन्क्वारी सचमुच सच्चाई सामने लाने में सक्षम है | वह आशंकाओं पर क्यों विराम लगाना चाहती है | वायु सेना को यह बयान जारी करने के लिए किस ने कहा था | सेना की तरफ से यह सफाई क्यों दी गई है | इस से पहले घटनास्थल से भी…

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Published: 10.Dec.2021, 09:28

अजय सेतिया / चीफ आफ आर्मी स्टाफ जनरल विपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में देहांत पर जहां एक ओर सारा देश स्तब्ध है , वहीं भारत की सुरक्षा प्रणाली पर भी अहम सवाल खड़े हो रहे हैं | हालांकि जब तक जांच पूरी नहीं होती , तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता , जांच में अहम ब्लैक बाक्स मिल चुका है | लेकिन जांच से पहले दुर्घटना के पीछे तोड़-फोड़ की साजिश का सवाल भी उठ रहा है | सब से पहले बिपिन रावत के साले यशवर्धन ने साजिश का सवाल उठाते हुए इस दृष्टिकोण से भी जांच की मांग उठाई है | जहां भारत में रक्षा विशेषज्ञ साजिश के पीछे चीन का हाथ होने की आशंका जाहिर की जा रही हैं , वहीं चीन ने साजिश का मुहं अमेरिका की तरफ मोड़ कर भारत में उठ रही पर अंतर्राष्ट्रीय साजिश की एक तरह से पुष्टि की है | चीन की टिप्पणी वहां की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी के अखबार ग्लोबल टाईम्स में एक प्रतिक्रिया के तौर पर आई है |

भारत के रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्म चेलानी ने अपने एक ट्विट में ताईवान के चीफ आफ आर्मी स्टाफ जनरल शेन यी-मिंग की इसी तरह 2020 में हेलीकाप्टर क्रेश में हुई मौत से तुलना की थी | इस हादसे में ताईवान के दो प्र…

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Published: 03.Dec.2021, 18:09

अजय सेतिया / बंगाल का चुनाव जीतने के बाद से ममता बेनर्जी ने कांग्रेस मुक्त भारत का मोदी का एजेंडा थाम लिया है | याद होगा उन के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चुनाव नतीजों के तुरंत बाद शरद पवार , अमरेन्द्र सिंह और मेघालय में कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकुल संगमा से मुलाक़ात की थी | अमरेन्द्र सिंह ने अलग पार्टी बना कर पंजाब में कांग्रेस को चुनौती दे दी है | वह सोनिया राहुल कोसबक सिखाने और नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करने के लिए किसान आन्दोलन को नाकाम कने में लगे हुए हैं | मुकुल संगमा कांग्रेस के 17 में से 12 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं और मेघालय में कांग्रेस को तीसरे नम्बर की पार्टी बना चुके हैं | मेघालय में रातो-रात कांग्रेस की लुटिया डुबोने की सारी रणनीति प्रशांत किशोर ने मुकुल संगमा के साथ बनाई थी |

अब ममता बनर्जी ने कांग्रेस को कमजोर करन…

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Published: 03.Dec.2021, 10:41

अजय सेतिया / यूपी में भाजपा की छह यात्राएं शुरू हो चुकी हैं , अखिलेश यादव ने भाजपा के गढ़ बुन्देलखण्ड से यात्रा शुरू की है , और प्रियंका गांधी ने मुस्लिम वोट बैंक पर सेंधमारी के लिए मुरादाबाद से यात्रा की शुरुआत की है | उधर मुस्लिम वोट बैंक को अपनी जागीर मानने वाले औवौसी ने भी यूपी में डेरा डाल लिया है , ओवैसी से अखिलेश यादव , मायावती और प्रियंका तीनों डरे हुए हैं , क्योंकि पिछले साठ साल से वे मुसलमानों को वोट बैंक के लिए इस्तेमाल करते रहे हैं , इस लिए वे सभी ओवैसी को भाजपा का एजेंट बता रहे हैं , जबकि भाजपा उन्हें विपक्ष का एजेंट बता रही है | कुछ भी हो - पहली बार हैदराबाद के ओवैसी यूपी में राजनीतिक मुद्दा बन गए हैं और सभी दलों पर फब्ती कसते हुए कहते हैं कि वे आपस में तय कर लें कि मैं किस का एजेंट हूँ |   यूपी का सच यही है कि चुनाव धार्मिक और जातीय ध्रुविकरण पर ही होगा | हालांकि मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी तक विकास को मुद्दा बनाए हुए हैं , लेकिन ये दोनों भी चुनाव आते आते ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू करेंगे , इस में कोई शक मुझे तो नहीं है | जमीनी राजनीत…

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Published: 01.Dec.2021, 19:02

अजय सेतिया / मोदी सरकार ने जिस तेजी के साथ कृषि बिल पास करवाए थे , उसी तेजी से संसद से बिल रद्द भी करवा लिए | लेकिन सरकार को नाकों चने चबवाने के बाद भी किसान आन्दोलन खत्म होने का नाम नही ले रहा | अब उन की मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिलवाने और आन्दोलन के दौरान मारे गए 700 के करीब किसानों को केंद्र सरकार से मुआवजा दिलाने की है | मोदी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बातचीत का न्योता भेज कर किसानों को सकारात्मक संकेत दिए हैं | आने वाले समय में सरकार इस मुद्दे पर भी पहल कर सकती है | क्योंकि आरएसएस का एक बड़ा वर्ग भी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने का समर्थक है | आरएसएस के विचारक माने जाने वाले गोबिन्दाचार्य ने जहां कृषि बिलों में खामियां बताई थीं , वही यह भी कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने में कोई हर्ज नहीं | इस तरह उन्होंने एमएसपी को कानूनी दर्जा देने संबधी किसानों की मांग को उचित बता दिया है | हालांकि गोबिन्दाचार्य अभी संघ या भाजपा के साथ सीधे तौर पर नहीं जुड़े , लेकिन उन की राय को संघ की राय ही माना जाता है , क्योंकि वह अप्रत्यक्ष तौर प…

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Published: 01.Dec.2021, 18:46

अजय सेतिया / कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि क्या मोदी सरकार अपने एजेंडे के बाकी काम करने की हिम्मत जुटा पाएगी | भाजपा का हिन्दू वोट बैंक यह मान कर चल रहा था कि राम मंदिर बनने का रास्ता साफ़ होने , कश्मीर से 370 हटने और पडौसी देशों से सताए गए हिन्दुओं को भारत की नागरिकता में ढील दिए जाने के बाद अब मोदी का अगला कदम जनसंख्या नियन्त्रण क़ानून बनाने का होगा | लेकिन कृषि कानूनों में मात खाने के बाद अब उन्हें लगता है कि मोदी जनसंख्या नियन्त्रण क़ानून बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे | सच यह है कि संघ परिवार से जुड़े किसान संघ ने सार्वजनिक तौर पर कृषि कानूनों का विरोध किया था | संघ परिवार के अनेक लोग यह भी मानने हैं कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर मात खाने का खामियाजा उतर प्रदेश के चुनावों में तो भुगतना ही पड़ेगा , परिवार के जनसंख्या क़ानून जैसे बाकी बचे एजेंडे को भी पूरा करने में दिक्कत आएगी |

किसान के आन्दोलन ने मोदी के दुबारा चुनाव जीतने से बनी हवा को नुक्सान पहुंचाया है | अब वह जनसंख्या नियन्त्रण क़ानून बनाने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाएंगे | जनसंख्या नियन्त्रण क़ा…

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