अजय सेतिया / आज अगर कट्टरपंथी मुस्लिमों के दबाव में स्कूलों कालेजों में हिजाब की इजाजत दे दी गई , तो कल को केरल और तमिलनाडू के ब्राह्मण कहेंगे कि उन के बच्चों को लूंगी में स्कूल जाने की इजाजत होनी चाहिए | उतर भारत के ब्राह्मण कहेंगे कि उन के बच्चे धोती कुर्ता पहन कर स्कूल जाएंगे | देश भर के जैन परिवारों के बच्चे मुंह पर सफेद पट्टी लगा कर स्कूल जाने की जिद्द करेंगे | जैन भी दो तरह के हैं , श्वेतांबर और दिगंबर | भारत एक सेक्यूलर देश है , हालांकि सेक्यूलर शब्द भी बाद में जोड़ा गया , लेकिन इस्लामिक देश तो नहीं है | नागरिकता संशोधन क़ानून के खिलाफ जो लोग सेक्यूलरिज्म और बाबा साहेब आम्बेडकर को कंधों पर उठा कर घूम रहे थे , वे अब इस्लाम को संविधान से ऊपर बताने लगे हैं | बाबा साहेब आम्बेडकर तो बुर्का और हिजाब के खिलाफ थे | उन्होंने कहा था कि मुस्लिम बीसवीं सदी के मुताबिक़ आधुनिक होने को तैयार ही नहीं है , वे महिलाओं को पर्दे से बाहर नहीं आने देना चाहते |
केरल हाईकोर्ट 2018 में इसी तरह के एक मामले में फैसला कर चुकी है , जिस में एक प्राईवेट स्कूल में यूनिफार्म के अलग फुल स्लीव की…
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