कम्युनिस्ट चीन में मुसलमान गुलाम क्यों
अजय सेतिया / पूरी दुनिया में जहां जहां मुस्लिम राज है , वहां वहां कम्युनिस्ट पार्टी को कोई घुसने नहीं देता | पाकिस्तान में तो कम्युनिस्ट नेताओं पर देशद्रोह के आरोप में उम्र कैद तक हुई , उन में से एक ने तो बाद में किसी तरह माफी मांग कर भारत में आ कर पनाह ली थी | इसी तरह जहां जहां कम्यूनिस्ट राज है , वहां वहां मुसलमानों को धार्मिक आज़ादी नहीं है | पर भारत में कम्युनिस्ट मुसलमानों को उन का सब से बड़ा हितैषी बताने में कामयाब हैं | उन्हीं की छत्रछाया में अलगाववादी जेएनयू में कश्मीर की आज़ादी और भारत के टुकड़े करने के नारे लगाने में कामयाब हो जाते हैं | जेएनयू के छुटके कम्युनिस्ट कंहैया और शाहला