उत्तराखंड में भाजपा अभी भी भारी रहेगी
उत्तराखंड में भाजपा ने कांग्रेस के सभी 10 विधायकों को टिकट न दिया होता, तो भाजपा इस बार विधानसभा चुनावों में ४२ से ज्यादा सीटें जीतती | मार्च 2016 में कांग्रेस से बगावत करने वाले 9 विधायकों के बाद रेखा आर्य और आख़िरी दिन मंत्री पद से इस्तीफा दे कर भाजपा में शामिल होने वाले यश पाल आर्य तो खुद की टिकट के साथ अपने बेटे की टिकट भी ले गए | इस के अलावा दो अन्य कांग्रेसी भी भाजपा में शामिल हो कर टिकट पाने में सफल रहे | नतीजा यह निकला कि कम से कम छह स्थानों पर भाजपा के मजबूत नेता बागी हो कर चुनाव मैदान में कूद गए , जिस का खामियाजा भाजपा को भुगतना पडा है | इस के बावजूद भाजपा अभी भी 34 से 38 सीटें जीत