इटानगर: सुप्रीम कोर्ट से अपना सरकार बनवाने के बाद कांग्रेस ने कुछ दिन में ही पीपीए हाथो अरुणांचल की सरकार गवा ली थी, पर अब घूम फिर कर भाजपा की ही सरकार बन गई है. वही मुख्यमंत्री , वही मंत्रिमंडल पर हो गई भाजपा सरकार. अब भाजपा के 12 मुख्यमंत्री हो गए हैं,जबकि जम्मू कश्मीर में उप-मुख्यमंत्री हैं,इस के अलावा आंध्र और पजाब में भाजपा साझा सरकार में शामिल है. पूर्वोतर में सिक्किम,नगालैंड, असम और अरुणांचल में भाजपा की सरकार बन गई है.
जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के 32 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं. भाजपा की अरुणाचल इकाई के अध्यक्ष तपिर गाओ ने कहा कि आज पीपीए के 33 विधायक हमारे साथ शामिल हो गए हैं। अब भाजपा की मजबूत सरकार होगी. उन्होंने कहा कि अब 60 सदस्यीय अरुणाचल विधानसभा में भाजपा सरकार का बहुमत है और खांडू मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
सबसे सम्पन्न विधायक तकम परियो सहित पीपीए के शेष विधायकों के बारे में पूछे जाने पर तपिर गाओ ने कहा कि यह फैसला उन्हें करना है कि उन्हें क्या करना है. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने का अलग से दावा नहीं किया जाएगा क्योंकि भाजपा की सरकार स्वत: ही बन गई है.
हालांकि पीपीए अध्यक्ष काफा बेंगिया ने कहा कि यह विलय ‘अवैध’ है और वह कानूनी कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा, “हम भाजपा में शामिल हुए विधायकों के खिलाफ अदालत जाएंगे.” ज्ञात हो कि गुरुवार को छह विधायकों सहित पीपीए से बर्खास्त किए गए खांडू, अक्टूबर में 43 विधायकों सहित कांग्रेस छोड़कर क्षेत्रीय पार्टी में शामिल हो गए थे.
अरुणाचल में सियासी उथल-पुथल कोई नई बात नहीं, इसी साल राज्य में चार मुख्यमंत्री देखे गए। इससे पहले यहां बड़ा सियासी संकट तब खड़ा हो गया था, जब पेमा खांडू समेत कांग्रेस के 43 विधायक पार्टी छोड़कर पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल हो गए थे. इसके बाद से ही पीपीए में पहले से मौजूद और हाल ही में शामिल हुए नए सदस्यों में मतभेद जारी था.
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