दादरी : वह गाय का ही मांस था

Publsihed: 31.May.2016, 19:26

अखलाक के घर से पाई गयी मीट गाय का मांस ही था । फ़ाइनल रिपोर्ट आज अदालत मे पेश कर दी गयी। इस रिपोर्ट मे कहा गया है की दादरी मे अखलाक के घर से बरामद की गयी मीट असल मे गाय का मांस ही था। यह रिपोर्ट मथुरा की केन्द्रीय लैब ने जारी की है, यह लेब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से संचालित की जाती है। महत्वपूर्ण यह है की इसी लेब ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट मे अखलाक के घर से बरामद मीट को गाय का मीट मानने से इंकार किया था। जबकि आगरा लेब की रिपोर्ट ने 3 अक्तूबर को लिखा था की बरामद मीट गौवंश का है लेकिन राज्य सरकार ने उस रिपोर्ट को छुपाए रखा था। 

अभिव्यक्ति की आजादी

जब यह खबर फैली थी कि अखलाक के घर मे गौ मांस बनाया गया है, तो 50 वर्षीय अखलाक को भीड़ ने उन के घर पर हमला कर के मौत के घाट उतार दिया था । इस घटना के बाद तथाकथित बुद्धिजीवियों ने अभिव्यक्ति की आजादी के साथ खाने पीने की आजादी को जोड़ते हुये मोदी सरकार के खिलाफ मीडिया मे जोरदार अभियान शुरू कर दिया था। दुनिया भर मे अभियान चलाया गया कि मोदी सरकार आने के बाद गैर हिन्दुयो के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। देश भर मे आक्रोश उत्पन्न करने के लिए वामपंथी साहित्यकारों, कलाकारों, फ़िल्मकारों ने अपने पुरस्कार लौटने शुरू कर दिये थे। जिस पर मोदी सरकार कटघरे मे खड़ी हो गयी थी।

बिहार चुनावों में भाजपा के खिलाफ इस्तेमाल

पुरस्कार लौटायो ब्रिगेड के सहारे बिहार मे भाजपा को हराने  और नितीश कुमार को जीताने का जोरदार मौहौल बनाया गया। अखलाक की  मौत को मोदी विरोधियों ने बिहार  मे चुनावी मुद्दा बना कर पेश किया, जिस का नितीश और लालू को चुनावी लाभ मिला। बिहार विधानसभा चुनावों के बाद पुरस्कार लौटायो ब्रिगेड एक डैम शांत हो गयी थी। 

अब उत्तरप्रदेश में बनेगा चुनावी मुद्दा

अब यह ताज़ा रिपोर्ट उत्तरप्रदेश विधान सभा चुनावों से ठीक पहले आई है तो राज्य मे सांप्रदायिक मौहौल फिर से खड़ा होना तय है। राजनीतिक दल चुनावों मे इस ताज़ा रिपोर्ट को अपने अपने हिसाब से इस्तेमाल करने  से गुरेज नहीं करेंगे। रिपोर्ट क्योंकि उत्तरप्रदेश सरकार कि लेब से आई है, इसलिए सपा मुश्किल मे फंस गयी है, क्योंकि सपा ने कहा था कि अखलाक के घर से बरामद मीट बकरे का था। मुलायम सिंह ने आरोप लगाया था कि भाजपा के तीन नेताओ ने बिहार में चुनावी मुद्दा बनाने के लिए साजिश रची थी। 

तब कहा था बकरे का मीट

यह घटना दादरी के बिसहरा गाँव मे 28 सितंबर 2015 को घटी थी। भीड़ की ओर  से अखलाक को मौत के घाट उतारे जाने के बाद पुलिस ने उस के घर के फ्रिज से करीब 5 किलो मीट बरामद की थी। मीट बरामद करने वाले सब इंस्पेक्टर तेजपाल सिंह ने अपनी रिपोर्ट मे लिखा था कि उसे देखनेव मे बकरी का मीट लगा, लेकिन मीट को जांच के लिए लेब मे भेज दिया गया है। 

ब्राज़ील मे गौहत्या पर फांसी

ब्राज़ील मे गौवंश की हत्या पर फांसी की सजा का प्रावधान है, लकीन भारत का कानून इतना सखत नहीं है, पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कानून को सखत बनाने के निर्देश दिये थे, इसके बाद उत्तरप्रदेश सरकार की सिफ़ारिश पर राज्यपाल ने नया नोटिफ़िकेशन जारी किया है, जिस के मुताबिक गौमांस की घटना पाये जाने पर गैंगस्टर एक्ट लगाने का प्रावधान किया गया है।

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