विपक्ष ने आज बुधवार को संसद शुरु होने से पहले एकजुट होकर संसद भवन परिसर में गांधी की प्रतिमा के आगे खडे हो कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा शुरु होते ही लोकसभा में पहुंच कर विपक्ष को हैरत में डाल दिया. विपक्ष ने फिर भी लोकसभा नहीं चलने दी. राहुल गांधी ने अब पैंतरा बदल लिया. बोले लोकसभा स्पीकर स्थगन प्रस्ताव मंजूर नहीं कर रही.
अब विपक्ष ने स्पीकर को मुद्दा बना लिया, लेकिन इस मामले में भी बचकानेपन की शिकार हो गई है, स्पीकर के कमरे में हुई बैठक में कांग्रेस के कुछ सांसद हैंड बैनर ले कर चले गए. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. सत्ता पक्ष ने कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की है.
विपक्ष अब काफी हद तक बचाव की मुद्रा में है, क्योंकि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडके ने आज सदन में कहा कि बाहर यह संदेश जा रहा है कि विपक्ष बहस नहीं करना चाहता. संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार तो बहस को तैयार है, सरकार सुझावओ पर विचार करने को भी तैयार है. लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रही तो स्पीपीकर ने सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया.
विपक्ष नोटो को ले कर भले ही सरकार के खिलाफ एक जुट हैं, लेकिन मांग सब की अलग अलग है, किसी की मांग है कि मोदी सदन में मौजूद हो,कोई कह रहा है, जेपीसी बनाई जाए, कोई कह रहा प्रधानमंत्री सदन में बयान दे, कोई कह रहा है नोट बदलने का फैसला वापस लिया जाए.
विपक्ष ने हगामा कर के दोनो सदनो को फिर स्थगित करवा दिया.अब साफ हो गया है कि विपक्ष का इरादा सिर्फ हंगामा करना है. सुबह 13 विपक्षी दलों के 200 से ज्यादा सांसद संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना भी दिया. इस धरने की रणनीति विपक्ष ने सोमवार को ही बना ली थी और मंगलवार को इसे अंतिम रूप दिया गया.
विपक्ष संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर लिए फैसले पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने और बयान देने की मांग पर अड़ा हुआ है. मोदी ने अब संसद का सामना करने का मन बना लिया है तो विपक्ष लोकसभा में बहस के नियम को ले कर अड गया है. जबकि राज्यसभा में बहस शुरु होने से पहले नरेंद्र मोदी के सदन में हाजिर होने की मांग रखी गई है.
नोटबंदी लागू होने के दो हफ्ते बाद राजनीतिक लड़ाई और तेज हो गई. बीएसपी सांसद सतीश मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी को सदन में आकर नोटबंदी पर अपनी बात रखें. मायावती ने राष्ट्रपति के आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री को तलब करे.
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