राहुल ने आक्रामक राजनीति से मोदी सरकार को चौंकाया

Publsihed: 02.Nov.2016, 19:33

संसद सत्र शुरु होने से 15 दिन पहले वन रैंक-वन पेंशन की अधूरी योजना लागू होने से नाराज हरियाणा निवासी एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या ने मोदी सरकार को नई राजनीतिक मुश्किल में डाल दिया है. राहुल गांधी ने फौरन मौका लपका और राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंच गए, जहाँ राम किशन ग्रेवाल की लाश रखी थी. वह ग्रेवाल के प्रियजनो से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हे रोक दिया और जब वह वही डटे रहे तो उन्हे हिरासत में ले कर मंदिर मार्ग थाने ले गई. जहा 70 मिनट के बाद उन्हे छोड दिया गया.

लाशो पर राजनीति ठीक नहीं

देर शाम दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को सारी घटना की रिपोर्ट दी. उन पुलिस वालो पर कार्यवाई हो सकती है, जिन्होने आत्महत्या करने वाले के परिजनो के साथ मारपीट की और उन्हे हिरासत में लिया. राजनाथ सिंह ने बाद में एक न्यूज चेनेल को बताया कि लाशो पर राजनीति ठीक नहीं.

राहुल ने पिछले महीने उठाया था मुद्दा 

राहुल गांधी ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर वन रैंक वन पैंशन को ठीक ढंग से लागू करने की मांग की थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली के मौके पर पहले किन्नौर में सेनिको से बातचीत करते हुए और बाद में उत्तराखंड में कहा कि उन्होने वन रैंक वन पैंशन लागू कर दी है, आज जब इसी मुद्दे पर एक पूर्व सैनिक ने आत्महत्या की तो राहुल गांधी के लिए नरेंद्र मोदी को कटघरे में खडा करने का उचित मौका था.

हिरासत में लेने का गलत कदम

राहुल गांधी को इस मुद्दे पर राजनीति करने में दिल्ली पुलिस ने अहम भूमिका निभाई. दिल्ली पुलिस ने न सिर्फ राहुल गांधी और रणदीप सिंह सुरजेवाला ही नहीं, अलबत्ता मृतक के परिजनो तक को हिरासत में ले लिया और थाने ले गई .हालांकि राहुल गांधी के अस्पताल पहुंचने से पहले ही दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया अस्पताल पहुंच चुके थे और वह पुलिस हिरासत की बाजी मार चुके थे, बाद में अरविंद केजरीवाल भी मौके का राजनीतिक फायदा उठाने के लिए अस्पताल पहुंचेव और खुद को गिरफ्तार करने के लिए पेश किया. बाद में केजरीवाल ने ट्विटर पर बताया कि पुलिस ने उन्हे भी हिरासत में लिया गया था. देर रात आप कार्यकर्ताओ ने कई पुलिस स्टेशनो पर धरना प्रदर्शन किया.

पुलिस की बर्बरता का वीडियो

लेकिन इसी बीच राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया गया है. इस वीडियो में रामकिशन के बेटे को पुलिस पीटती हुई दिखाई दे रही है.रामकिशन के बेटे ने कहा कि वह राहुल गांधी से मिलना चाह रहा था, लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं मिलने दिया गया. इसके साथ ही उनके साथ मारपीट भी की गई. उन्हें पुलिस वालों ने लात-घूंसों से मारा और गाली गलौज भी की. उन्होंने बताया कि उनके छोटे भाई और जीजा को भी पुलिस ने पीटा है.

राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किया हमला

राहुल गांधी को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया था,वहां पुलिसवालों से उनकी बहस भी हुई,राहुल गांधी ने आत्महत्या करने वाले के रिश्तेदारो को गिरफ्तार करने पर पुलिस वालो को आडे हाथो लेते हुए कहा कि यह कैसा हिंदुस्तान है. जैसे ही यह खबर फैली कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बडी तादाद में मंदिर मार्ग पहुंचने लगे और देखते ही देखते सारे रास्ते जाम हो गए. कांग्रेस नेता अहमद पटेल,गुलामनबी आज़ाद, भुपेंद्र हुड्डा, आनंद शर्मा, सज्जन कुमार, शीला दीक्षित, राज बब्बर थाने पहुंच गए.थाने पर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस के झंडे लहराए.

आप और कांग्रेस का मुकाबला

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी बडी तादाद में थाने पहुंचने लगे और ऐसा लगा जैसे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में मुकाबला शुरु हो गया है. 70 मिनट बाद में राहुल गांधी मंदिर मार्ग थाने से बाहर आए तो  उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने रामकिशन ग्रेवाल के बेटे को हिरासत में लिए जाने का विरोध किया और कहा कि ये कैसा हिंदुस्तान बनाया जा रहा है जहां पूर्व सैनिक के बेटे के गिरफ्तार किया जा रहा है.

राहुल ने कहा यह कैसा हिंदुस्तान है 

राहुल गांधी अस्पताल के गेट पर बार यह कहते सुने गए कि यह कैसा हिंदुस्तान है. थाने से बाहर आने पर उन्होने कहा कि मुझे सैनिक के परिवार से नहीं मिलने दिया गया. ये कैसा हिंदुस्तान बन रहा है? ये कैसा लोकतंत्र है. 

सिसोदिया ने कहा यह कैसा लोकतंत्र

वहीं सिसोदिया ने ट्वीट किया कि दिल्ली का उप मुख्यमंत्री अगर शोकग्रस्त सैनिक परिवार से मिले तो आपकी कानून व्यवस्था खतरे में पड़ जाती है? ये कौन सी व्यवस्था हैं मोदी जी? मुझे बताया गया है कि धारा 65 के तहत पुलिस बिना कोई कागज बनाए 23 घंटे तक हिरासत में रख सकती है. मैं अस्पताल आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने गया था, धरना देने नहीं. इसमें कौन सा अपराध है?

केजरीवाल ने उठाए सवाल

मनीष सिसोदिया को हिरासत में लिए जाने पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाए . उन्होंने कहा कि अगर अपने राज्य में किसी की मौत पर उप मुख्यमंत्री परिवार को सांत्वना देने जाए तो क्या उसे गिरफ्तार किया जाएगा? गुंडागर्दी की हद है मोदी जी. पुलिस ने मृतक पूर्व सैनिक के बेटे को भी हिरासत में ले लिया है.

बाद में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल खुद  रामकिशन के परिवार से मिलने लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल गए हैं। हालांकि, पुलिसकर्मियो ने उन्हे अंदर नही जाने दिया, तो वह भी वही अड गए और गिरफ्तार करने की जिद्द करने लगे. केजरीवाल वहीं अड़ गए और ऐलान किया है कि पूर्व फौजी के परिजनों से मिले बिना वे वापस नहीं जाएंगे. जब पिलिस ने उन्हे हिरासत में लिया तो वह राजी राजी वापिस लौट गए और बाद में ट्विट पर हिरासत की जानकारी दी. 

 

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