नरेंदर मोदी अपने मंत्रिमंडल मे कभी भी फेरबदल कर सकते हैं। अमित शाह ने इसी इंतजार मे अभी तक अपनी नयी टीम का ऐलान नहीं किया है। भाजपा का पदाधिकारी बनने की लाइन मे खड़े भाजपा के नेता चाहते हैं कि मोदी इसी हफ्ते मे मंत्रिमदल का फेरबदल कर लें ताकि संगठन का काम भी ढंग से शुरू हो सके। आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की प्रेस कान्फ्रेंस ने इन अटकलों को रफ्तार दे दी है कि इसी हफ्ते मंत्रिमंडल मे फेरबदल हो रहा है।
सवाल सेहत का
सुषमा स्वराज से एनएसजी , चीन , पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, बांग्लादेश , पासपोर्ट , वीसा, विजय माल्या, ललित मोदी जैसे सभी मुद्दों पर सवाल पूछे गए। पर किसी ने उन की सेहत को ले कर कोई सवाल नहीं पूछा, फिर भी इस मुद्दे पर वह खुद बोली। उन्होने कहा की वह अपनी सेहत के कारण कई काम नहीं कर पा रहीं। जैसे 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। प्रधानमंत्री मोदी इस दिन चंडीगढ़ मे रहेंगे। मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। इस लिए माना जा रहा था कि पिछले साल की तरह इस साल भी भारत सरकार विदेशों मे योग दिवस को ज़ोर शोर से मनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी । सुषमा स्वराज ने अपने आप ही कहा कि उन्होने योग दिवस पर एक देश मे जाना था लेकिन स्वस्थ नहीं होने के कारण वह नहीं जा रही।जब सुषमा स्वराज से संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल मे उनके विभाग बदले जाने के बारे मे पूछा गया तो उन्होने कहा कि यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह किस विभाग की ज़िम्मेदारी किस को देते हैं।
एनएसजी के श्रेय का सवाल
संभवत सुषमा स्वराज मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले एनएसजी पर किए गए अपने प्रयासों को स्पष्ट कर देना चाहती थीं, इस लिए भी उन्होने रविवार को प्रेस कान्फ्रेंस करने का फैसला किया होगा। अगले हफ्ते ही भारत की एनएसजी मे स्द्स्यता को ले कर भी फैसला होना है। सुषमा स्वराज ने स्पष्ट किया कि उन्होने खुद 27 देशों से बातचीत की है। आखिर यह स्पष्ट होना चाहिए कि अगर चीन का विरोध खत्म हो जाता है और भारत को एनएसजी की सदस्यता मिल जाती है तो उसमे सुषमा स्वराज कि भूमिका भी याद रखी जाए।
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