इंडिया गेट से अजय सेतिया/ संसद में दो लेफ्टिस्ट लफंगों के घुसने की बहुत चर्चा हो रही है, पिछले वीडियो में मैंने बताया था कि संसद में सेंधमारी के पीछे लेफ्ट लिबरल गैंग, नक्सलियों, खालिस्तानियों और अमेरिका के एजेंट एनजीओ गैंग का हाथ है| अब जांच उसी दिशा में शुरू हो चुकी है| लेकिन इस बीच एक बड़ी घटना हुई है| उस घटना से ध्यान हटाने के लिए विपक्ष के नेताओं ने तरह तरह के जुमले फैंकना शुरू कर दिया है| बड़ी घटना यह है की एनआईए ने 15 मुस्लिम आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है, जो देश भर में 40 जगह उसी तरह एक साथ ड्रोन से बम फेंकने की योजना बना रहे थे, जैसे हमास के आतंकवादियों ने इजराईल पर हमला किया था| इन आतंकियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार, बंदूकें, तलवारे, बम, मोबाईल, 3 हार्ड डिस्क, डाटा रिकार्डर, नगदी और हमास के 51 झंडे मिले हैं| इस बारे में कहीं चर्चा नहीं हो रही, बल्कि इस चर्चा को दबाने के लिए इंडी एलायंस के घटक दलों ने संसद में हुई घुसपैठ को हिन्दू मुस्लिम का सवाल बनाना शुरू कर दिया है| जदयू के अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह और योगेन्द्र यादव ने कहा है कि अगर संसद में घुसने वाले दोनों मुसलमान होते, तो पता नहीं क्या हो जाता| तो क्या हो जाता, इस देश में जितनी भी आतंकवादी वारदातें हुई हैं, उनमें किस का हाथ था| 22 साल पहले संसद पर हुए जिस हमले में 9 लोग मारे गए थे, वह हमला किस ने किया था, कौन लोग थे उसमें| अब भी अगर संसद में घुस कर स्मोक गन चलाने वाले मुसलमान होते, तो आप लोग ही उनका बचाव करते, जैसे आप लोगों ने एस आर गिलानी का और बाद में बुहरानवाणी को भटका हुआ होनहार युवक बता कर उस का महिमामंडन किया था| अगर ये भी मुस्लिम होते तो बरखा दत्त, आरिफा खानम , रविश कुमार, स्वरा भास्कर सब इन्हें भटके हुए नौजवान कह कर इनके बचाव में आकर खडे हो चुके होते| और यह भी तो कहा जा सकता है कि सनातन विरोधी विपक्ष के सांसद. इसी लिए हल्ला कर रहे हैं, क्योंकि संसद में घुस कर धुंआ उड़ाने वाले दोनों हिन्दू हैं| कोई सनातनी, कोई भाजपाई, कोई आएएसएस वाला तो उनका बचाव नहीं कर रहा| बचान कौन कर रहा है, बचाव कर रहे हैं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सारथी योगेन्द्र यादव| उनके पक्ष में अदालत में खड़ा होने की बात कौन कर रहा है, महाराष्ट्र का वकील असीम शेरोड़े, जो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुआ था| ये इंडी एलायंस के नेता रवीश कुमारों और योगेन्द्र यादवों से विकृत ज्ञान लेते हैं| जो संसद में स्मोक गन चलाने वालों को भगत सिंह बता कर उनका बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं| इन्हें भगत सिंह बताते हुए योगेन्द्र यादव को शर्म भी नहीं आती, जो लोग खुद को आग लगाने के लिए ऐसा पदार्थ ढूंढ रहे थे कि आग का नाटक हो जाए, लेकिन उनका बाल भी बांका न हो| वे उस लिक्वड को ढूंढ रहे थे, जो फिल्मों में स्टंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है| ऐसे नौटंकीबाजों को योगेन्द्र यादव भगत सिंह बता रहे हैं| कांग्रेस के इस सिपाहसलार योगेन्द्र यादव और लेफ्ट लिबरल लाबी ने बेरोजगारी का मुल्लमा चढाकर नया नेरेटिव गढने की शुरुआत कर दी है| प्रशांत भूषण भी इन्हें राजनीतिक प्रदर्शनकारी बता रहे हैं, अजमल कसाब , अफजल गुरू और याकूब मेमन की फांसी रुकवाने के लिए यही प्रशांत भूषण सुप्रीमकोर्ट गया था|
वीडियो बड़ा हो रहा है, लेकिन वह बात छूट गई, जिसका मैंने शुरू में जिक्र किया था| NIA ने पिछले हफ्ते कर्नाटक में एक जगह और महाराष्ट्र में 43 ठिकानों पर छापे मारे थे| इन छापों में isis से जुड़े 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया| ये सभी ड्रोन से बम धमाकों की ट्रेनिंग ले रहे थे| बम ब्लास्ट का ट्रायल पुणे, कोल्हापुर और सतारा के जंगलों में किया जा चुका था| जंगल में ये टेंट में रहते थे, और ड्रोन के जरिए एरियल ब्लास्ट की टेक्नीक सीख रहे थे।| इनका सरगना साकिब नचान है| इस साकिब नचान को 2002-03 के सीरियल रेल बम धमाके मामले में गिरफ्तार किया गया था| बम धमाकों में एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे गए थे| उसे बम धमाकों के दो मामलों में दस दस साल की सजा हो चुकी है, लेकिन सजा एक साथ चली इसलिए दस साल में ही रिहा हो गया था| साकिब का बेटा शामिल नाचन पहले से ही गिरफ्तार है| दोनों बाप बेटा बम बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने में एक्सपर्ट हैं| साकिब ने ठाणे के पड्घा गांव को फ्री जोन घोषित करके उसका नाम “अल शाम” रख दिया था। मुसलमान सीरिया को शाम कहते हैं, और अल शाम का मतलब है ग्रेटर सीरिया| आपमें से कुछ लोगों को शरजील इमाम का वह भाषण याद होगा, जिसमें उसने मुसलमानों से असम को भारत से अगल करने की योजना पर काम करने को कहा था| कुछ इसी तरह 90 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले पडघा गाँव को उसने ग्रेटर सीरिया बना दिया था|
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