अजय सेतिया / बंगाल में ममता बेनर्जी ने चारों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जीत कर अपनी लोकप्रियता के झंडे फिर से गाड दिए | राजस्थान में अशोक गहलोत ने दोनों सीटें जीत कर कांग्रेस आलाकमान को साफ़ संदेश दिया है कि वह पंजाब जैसी गलती राजस्थान में न करे | वाई एस राज शेखर रेड्डी के बेटे ने कांग्रेस और तेलुगु देशम को अपनी लोकप्रियता का स्वाद एक बार फिर चखाया है | मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा लोकसभा सीट जितवा कर अपनी धाक का पार्टी आलाकमान को फिर से प्रूफ दिया | बिहार में नीतीश कुमार ने दोनों विधानसभा सीटें जीत कर लालू यादव को बता दिया कि उन की दाल अब नहीं गलेगी | मेघालय और मिजोरम में भी सत्ताधारी पार्टियों ने सारी सीटें जीतीं | शिवसेना तो अपने दायरे से बाहर दादरा नगर हवेली की लोकसभा सीट तक जीत गई | असम में भाजपा की सरकार है , तो वहां के उपचुनावों के नतीजे भाजपा के पक्ष में गए |
पर भाजपा की सरकार वाले हिमाचल में उलटे रिजल्ट आए हैं | भाजपा के लिए सब से ज्यादा सोचने वाला राज्य अब हिमाचल बन गया है | भाजपा वहां तीनों विधानसभा सीटें और मंडी लोकसभा सीट भी हार गई | विधानसभा की तीन में से एक सीट जुब्बल कोटखाई भाजपा के पास थी | पार्टी में गुटबाजी के चलते दिवंगत विधायक नरेंद्र सिंह बरागटा के बेटे चेतन बरागटा को टिकट नहीं दिया गया | वह बागी हो कर लडा और भाजपा उम्मीन्द्वार से नौ गुना ज्यादा वोट हासिल किए | वह भाजपा के उम्मीन्द्वार होते तो यह सीट भाजपा के पाले में होती | इसी तरह की गलती भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट पर की | यह सीट लगातार दो बार से भाजपा के पास थी | राम स्वरूप के असमय निधन से खाली हुई सीट पर महेश्वर सिंह भाजपा के अच्छे उम्मीन्द्वार हो सकते थे | वह 1989 , 1998 और 1999 में मंदी सीट जीत चुके हैं | पर भाजपा आलाकमान उन्हें टिकट देने की बजाए कंगना रानौत पर दांव खेलना चाहती थी |
कंगना चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हुई तो भाजपा ने सैनिक कार्ड चलते हुए कारगिल युद्ध के हीरो रहे ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह को मैदान में उतारा था | ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह की यूनिट 18 ग्रेनेडियर ने ही तोलोलिंग और टाइगर हिल पर भारतीय झंडा फहराया था | मंडी संसदीय हलके में पूर्व सैनिकों के अच्छे-खासे वोट भी हैं मगर पार्टी की रणनीति सफल नहीं रही | कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने रिटायर्ड ब्रिगेडियर को 8766 वोटों से हरा दिया | भाजपा के लिए यह सब से बड़ा सदमा है कि उस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के गृह राज्य में उसे झटका लगा है | जयराम ठाकुर खुद के विधानसभा क्षेत्र वाली मंडी सीट नहीं जीता पाए | चुनाव नतीजों के बाद जयराम ठाकुर ने वह बात कह दी है , जिसे भाजपा आलाकमान मानने को कभी तैयार नहीं हुआ | उन्होंने कहा कि भाजपा महंगाई की वजह से चुनाव हारी है |
जयराम ठाकुर के इस बयान से विरोधी दलों को केंद्र सरकार पर भी निशाना साधने का मौका मिल गया है | अलबत्ता विपक्षी दल अब सिर्फ महंगाई को मुद्दा बना कर आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाएंगे | स्वाभाविक है कि जयराम ठाकुर के इस बयान से अब उन की कुर्सी खतरे में है | हिमाचल का यह संदेश स्वाभाविक तौर पर भाजपा आलाकमान को सोचने का मौक़ा देता है कि उसे महंगाई के बारे में कुछ सोचना होगा | खासकर पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों पर जल्द ही निर्णायक फैसला लेने का वक्त आ गया है | भाजपा शासन वाले यूपी, उत्तराखंड और गोवा के चुनाव तो सिर पर हैं और फिर हिमाचल विधानसभा भी दूर नहीं |
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