अजय सेतिय/ मीडिया में एक तबका है जो कांग्रेस के हर कदम को तुरुप का पत्ता बताते रहते हैं | जब 2009 और फिर 2014 के चुनाव में राहुल गांधी फेल साबित हुए | तो उन्होंने प्रियंका गांधी को तुरुप का पत्ता बताना शुरू कर दिया था | 2019 के चुनाव में सक्रिय रूप से उभरने के बाद जब वह अपने भाई राहुल गांधी की अमेठी सीट भी नहीं बचा पाई | तो भक्त मीडिया ने कांग्रेस की छोटी छोटी बातों को तुरुप का पत्ता लिखना शुरू किया | अब पंजाब में अमरेन्द्र सिंह को हटा कर चरण जीत सिंह चन्नी को सीएम बनाने को तुरुप का पत्ता बता रहे हैं | जबकि यही बात उन्होंने तब नहीं कही और लिखी जब भाजपा ने कर्नाटक में लिंगायत येदुयुरप्पा की जगह पर लिंगायत ही बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया | या गुजरात में विजय रुपानी की जगह भूपेन्द्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया | तब उन की लिखने बोलने की टोन आलोचनात्मक हो जाती है | वे निष्पक्ष पत्रकारिता नहीं कर पाते , जबकि भाजपा ने भी दोनों राज्यों में तुरुप का पत्ता चला था | वैसे तुरुप के पत्ते का तो बाद में ही पता चलता है | जैसे प्रियंका गांधी वाला तुरुप का पत्ता नहीं चला | भाजपा येदुयुरप्पा को रिटायर करना चाहती थी | कर्नाटक में आम धारणा है कि भाजपा अगर लिंगायत येदुयुरप्पा को हटा कर किसी गैर लिंगायत को सीएम बनाती तो उस के लिए मुश्किल होती | इस लिहाज से यह तुरुप का पत्ता था | सांप भी मर गया, लाठी भी नहीं टूटी | विजय रूपानी की रहनुमाई में भाजपा को 2017 में ही नाको चने चबाने पड़े थे | पटेल भाजपा से बेहद नाराज थे | अब जब कि चुनाव को सिर्फ एक साल बचा है | तो भाजपा ने पटेल को मुख्यमंत्री बना कर सारे घर के बल्ब भी बदल डाले | इस लिहाज से यह तुरुप का पत्ता था | पर ये तुरुप के पत्ते तो तब साबित होंगें , जब भाजपा को चुनाव जितवाएंगे |
वैसे पंजाब में कांग्रेस की हालत सिर मुंडाते ही ओले पड़ने वाली हो गई है | जिसे वे दलित मुख्यमंत्री बता कर तुरुप का पत्ता बता रहे थे | बाद में पता चला कि वह तो धर्मान्तरण कर के बहुत पहले ही ईसाई हो चुका था | वह हर संडे अपनी पत्नी के साथ गाँव कोटला नौरंग की चर्च में जाता है | जब सोनिया गांधी ने वाईएसआर रेड्डी को आंध्रा में और अजित जोगी को छतीसगढ़ में सीएम बनाया था | तब भी यह बात उठी थी कि उन्हें ईसाई होने का फायदा मिला | अब चन्नी को ईसाई होने का फायदा मिला | वरना वह तो “मी-ठू” के उन दागी नेताओं में शामिल हैं , जिन्होंने रूतबे का फायदा उठा कर महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें की थीं | चन्नी के सीएम बनते ही वे फोटो भी वायरल हो गए , जिनमें चन्नी एक औरत की पीठ पर हाथ फेरते हुए एक उंगुली से दबा रहे हैं | नवजोत सिंह सिद्धू ने दावा किया है कि उन्होंने चन्नी को सीएम बनवाया | पहले तो सिद्धू ने राहुल-प्रियंका के माध्यम से सोनिया पर सीएम बदलने का दबाव बनाया | फिर जब सोनिया रंधावा को सीएम बनवाना चाहती थी | तो सिद्धू ने एस.एस रंधावा की जगह धर्मान्तरित ईसाई चन्नी को सीएम बनवाया | माना कि पंजाब में दलितों की तादाद काफी है | इसीलिए अकाली दल ने भाजपा से रिश्ता तोड़ने के बाद बहुजन समाज पार्टी से रिश्ता जोड़ा है | चन्नी को क्योंकि जाहिरा तौर पर दलित माना जाता है इसलिए मायावती तिलमिलाई | उनने कहा कि पांच महीने के लिए दलित को सीएम बनाना दलितों का अपमान है |
पर अपन मुद्दे पर आते हैं , क्या यह कांग्रेस का तुरुप का पत्ता बनेगा | अपना मानना कुछ अलग है | अब जट्ट सिख कांग्रेस के खिलाफ एकजुट होंगे | जिस का खामियाजा खुद नवजोत सिंह सिद्धू को भुगतना पड़ेगा , जिसने चन्नी को सीएम बनवाने का श्रेय लिया है | वह चुनाव बाद सीएम बनने का ख़्वाब देख रहे हैं | उधर अमरेन्द्र सिंह का अपमान अब जट्टों का अपमान बन गया है | अमरेन्द्र सिंह ने सिद्धू को किसी भी हालत में सीएम नहीं बनने देने की कसम खाई है | धर्मान्तरित ईसाई चन्नी का सीएम बनना अमरेन्द्र सिंह के लिए कांग्रेस को हराने का तुरुप का पत्ता बन गया है | अब अमरेन्द्र सिंह अकाली दल में जाएं या भाजपा में जाएं या पंजाब में टीएमसी बनवाएं | उन का लक्ष्य एक ही है , वह है प्रियंका राहुल की कांग्रेस को हरवाना | उन ने कह दिया है कि वह नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव ही नहीं जीतने देंगे |
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