अजय सेतिया / देश में सरकारी और निजी अस्पतालों आदि में 35 लाख नर्सें हैं , अगर एक नर्स दिन में आठ घंटे काम करे तो वह एक दिन में 400 टीके लगा सकती है | इस तरह एक दिन में देश भर में 14 करोड़ लोगों का वेक्सीनेशन किया जा सकता है | हालांकि अपने पास अभी इतनी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है , इस लिए सरकार कदम दर कदम आगे बढ़ रही है , अब पहली अप्रेल से 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है | अपना मानना है कि इस उम्र के लोगों में जागृति ज्यादा होने के कारण वैक्सीन सेंटरों पर भीड़ दिखाई देने लगेगी और टीकाकरण की रफ्तार बढ़ेगी | डाक्टर देवी शेट्टी सरकार का सुझाव है कि सभी निजी अस्पतालों को वेक्सीनेशन की इजाजत दे कर टीकाकरण में तेजी लानी चाहिए , इस लिए अपना मानना है कि हर रोज कम से कम दो करोड़ का लक्ष्य तय किया जाना चाहिए ताकि दो महीनों में सौ करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया जाए , इस के लिए जरूरी है कि दोनों निर्माता कम्पनियों को उत्पादन बढाने के लिए कहा जाए और जैसा कि अपन ने कल लिखा था फिलहाल निर्यात बंद किया जाए |
हालांकि यह भारतीय स्टेट बैंक का काम नहीं था , लेकिन बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग ने एक रिसर्च रिपोर्ट जारी कर के कहा है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर 100 दिनों तक चल सकती है | यानी 15 फरवरी से शुरू हुई यह लहर मई तक चलेगी और अप्रेल –मई में चरम पर होगी | रिसर्च रिपोर्ट का मानना है कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में केस तेजी से बढ़ेंगे कोरोना मामलों की संख्या 25 लाख पहुंचने की आशंका है | अगर वर्तमान दर से प्रतिदिन 40 से 45 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाए तो कुल आबादी का टीकाकरण चार महीने में खत्म होगा | ऐसे में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ानी होगी, जैसा कि अपन ने पहले पैराग्राफ में लिखा है , यह रफ्तार हर रोज दो करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन की तय की जानी चाहिए |
दूसरी लहर का असर भी पहली लहर की तरह महानगर मुंबई में ही ज्यादा दिखाई दे रहा है , यह रिसर्च करने की जरूरत है कि महाराष्ट्र , खासकर मुम्बई में कोरोनावायरस के इतनी तेजी से फैलने का कारण क्या है , अगर समुद्र के किनारे होने का कोई असर है , तो केरल, तमिलनाडू और आंध्र प्रदेश ज्यादा प्रभावित होने चाहिए थे | मुम्बई में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 5,504 नए केस दर्ज किए गए हैं, एक दिन में कोरोना के मामलों की यह सर्वाधिक संख्या है | देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 53,476 नए केस सामने आए हैं | उस से पिछले 24 घंटों में भी 53,364 मामले सामने आए थे |
इसी के साथ देश के 18 राज्यों में मिले 771 वैरिएंट्स में ‘डबल म्यूटेंट’ का पता लगने की खबरें भी सामने आई हैं | यह म्यूटेंट पिछले 6 से 8 महीनों में पाए गए मूल म्यूटेंट से अलग है , महाराष्ट्र के 206 और दिल्ली के 9 सैंपल्स में मिला है | नागपुर में लगभग 20 प्रतिशत सैंपल्स में डबल म्यूटेंट पाया गया है | इसकी सबसे ज्यादा डराने वाली बात यह है कि ये म्यूटेंट ज्यादा संक्रामक हैं और हमारे इम्यून सिस्टम को बाईपास कर सकते हैं, यानि हमारी प्रतिरोधक क्षमता को चकमा दे सकते हैं | आसान शब्दों में कहें तो जो लोग यह समझते थे कि उनकी इम्युनिटी काफी अच्छी है, वे भी इस ‘डबल म्यूटेंट’ के हमले से सुरक्षित नहीं हैं | इस लिए टीका लगवाने में किसी को ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए , जब तक टीका लग न जाए , तब तक सभी को अपनी इम्युनिटी बढाने के देसी फार्मूलों को भी नहीं भूलना चाहिए | यह याद रखना चाहिए कि दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में कोरोनावायरस का हमला कम होने का एक बड़ा कारण हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर होना है | इस लिए जरूरी है गर्म पानी में नमक डाल कर गरारे , हर रोज सोने से पहले हल्दी वाला दूध , तुलसी का काढा , आठ घंटे की नींद , धूप का सेवन और रोजाना के भोजन में हल्दी , अजवाईन , पिपली , काली मिर्च , दाल चीनी , सेंधा नमक का इस्तेमाल जरुर करें | यानी जब तक वैक्सीनेशन नहीं , तब तक ढिलाई नहीं |
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