अजय सेतिया /सुशांत सिंह की मौत के बाद कंगना रानौत ने ड्रग माफिया , फिल्म इंडस्ट्री और राजनीतिज्ञों के गठजोड़ का खुलासा कर के सुशांत सिंह की हत्या किए जाने की आशंका जताई थी | मामला इतना तूल पकड़ा कि सुप्रीमकोर्ट में गया और कोर्ट के रास्ते सीबीआई के पास पहुंच गया | सीबीआई के बाद नारकोटिक्स जांच एजेंसी के पास पहुंच गया | रिया चक्रवर्ती का सारा परिवार ड्रग रैकेट में फंसता दिखाई दे रहा है , आने वाले दिनों में कई फ़िल्मी हस्तियों और राजनीतिज्ञों के फंसने के भी आसार हैं |
इस सारे घटनाक्रम से शिव सेना और खासकर शिवसेना के सांसद संजय राउत सब से ज्यादा परेशान हैं | उन्होंने कंगना रानौत के खिलाफ अनाप शनाप बोलना शुरू कर दिया और सारी मर्यादाएं तोड़ कर यहाँ तक कह दिया कि वह छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान कर रही हैं , अगर अपने बाप की औलाद हैं तो मुम्बई में आ कर दिखाएं | संजय राउत ने कंगना रानौत को हरामखोर तक कह डाला , जिस से सारे देश खासकर उत्तर भारतीयों में रोष है | कंगना क्योंकि हिमाचल मूल की हैं , इस लिए हिमाचल सरकार ने केंद्र सरकार से उन की सुरक्षा की दरख्वास्त की थी , जिस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कंगना को हिमाचल से बाहर सारे देश में वाई केटेगिरी की सुरक्षा दे दी है |
वाई केटेगिरी की सुरक्षा मिलने के बाद कंगना रानावत ने ट्विट जारी कर के गृहमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि अब किसी देशभक्त आवाज को कोई फासीवादी कुचल नहीं सकेगा | वैसे तो महाराष्ट्र सरकार को खुद सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए थी , लेकिन केंद्र की ओर से सुरक्षा देने पर महाराष्ट्र सरकार तिलमिला गई है , महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि केंद्र की ओर से कंगना को सुरक्षा देना दुर्भाग्यपूर्ण है | अनिल देशमुख और संजय राऊत दोनों ही कंगना के खिलाफ हिंसा भडकाने वाले बयान दे रहे हैं |
कंगना रानौत 9 सितम्बर को मुम्बई पहुंच रही है और आशंका जाहिर की जा रही है कि शिव सैनिक मुम्बई हवाई अड्डे पर उन के साथ बदसलूकी करेंगे | इस से भयभीत कंगना के पिता ने उसे मुम्बई नहीं जाने की सलाह देते हुए कहा है कि तू बहादुर तो बहुत है पर हम ने किसी से पंगा नहीं लेना |
आशंका यह भी है कि महाराष्ट्र सरकार कंगना के महाराष्ट्र प्रवेश पर प्रतिबंध लगा देगी और उन्हें हवाई अड्डे से ही वापस आना पड़े | हालांकि कंगना ने इन आरोपों का खंडन किया है कि उस ने छत्रपति शिवाजी महाराज का कहीं अपमान किया , अलबत्ता उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज पर फिल्म बनाई है | केंद्र सरकार की ओर से कंगना को सुरक्षा दिए जाने से महाराष्ट्र सरकार को दूसरा बड़ा झटका लगा है | शिवसेना इसे खुद पर केंद्र सरकार का हमला मान रही है , इसलिए उसने अपने नियन्त्रण वाली मुम्बई म्युनिस्पल कारपोरेशन के पांच अधिकारियों को कंगना के दफ्तर मणिकर्णिका पर छापा मरवाया , जहां अधिकारियों ने सभी दीवारों की नाप-जोख की नापा और अवैध निर्माण तोड़ने की धमकी दी , यहाँ तक कि उन के पडौसियों को भी धमकाया गया | कंगना ने एक ट्विट जारी कर कहा कि उन के पास निर्माण के सभी कागजात है , कुछ भी अवैध निर्माण नहीं हुआ , लेकिन उसे आशंका है कि शिवसेना ताकत के बल पर उस का सपना तोड़ देगी , जिसे उस ने 15 साल की मेहमत की कमाई से बनाया है |
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या केंद्र सरकार कंगना के जान-माल की सुरक्षा कर पाएगी | जान की सुरक्षा के लिए तो केंद्र ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है , हालांकि शिवसेनिकों के पुराने इतिहास को देखते हुए यह कहना भी ठीक नहीं होगा कि केंद्र की वाई सुरक्षा पर्याप्त होगी , लेकिन अगर शिवसेना के नियन्त्रण वाली बीएमसी सत्ता के बल पर कंगना की करोड़ों रुपए की बिल्डिंग मणिकर्णिका को तोड़ देती है , या उसका कुछ हिस्सा ही तोड़ देती है , तो भविष्य में कौन ड्रग माफिया के फ़िल्म इंडस्ट्री और राजनीतिज्ञों के साथ गठजोड़ को उजागर करने की हिम्मत कर पाएगा |
आपकी प्रतिक्रिया