अजय सेतिया / अब यह शीशे की तरह साफ हो रहा है कि मुस्लिम कट्टरपंथी जेएनयू को भारत का एक ओर विभाजन करने के लिए अपनी रणनीति के केंद्र के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं । जेएनयू के लगभग 400मुस्लिम युवाओं का एक संगठन बन चुका है, जो पहले वामपंथी दलों के तीनों छात्र संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे थे । इन्हीं मुस्लिम छात्रों के साथ मिल कर 9 फरवरी 2018 को जेएनयू में संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु की बरसी मनाई गई थी, जिसमें इस मुस्लिम ग्रुप के सदस्यों ने भारत तेरे टुकडे होंगे , इनशाह अल्लाह इनशाह अल्लाह और अफजल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं के नारे लगाए थे ।
हालांकि जांच एजेंसियां इन भारत विरोधी नारेबाजों तक नहीं पहुंच पाई थीं , लेकिन शाहीन बाग के धरने ने जेएनयू के इस भारत विरोधी मुस्लिम गिरोह को बेनकाब कर दिया है । इस गिरोह की रहनुमाई जेएनयू में आधुनिक इतिहास की पढ़ाई कर रहा शरजिल इमाम कर रहा है । वह पेशे से इंजीनियर है और बाकायदा नौकरी कर रहा था , लेकिन उसने जेएनयू के मुस्लिम छात्रों कों भारत के खिलाफ एकजुट करने के इरादे से एक रणनीति के तहत जेएनयू में एडमिशन ली थी । उस ने सफलतापूर्वक 400 के करीब मुस्लिम छात्रों को अपने साथ जोड़ लिया , वही शाहीन बाग के मुस्लिम धरने के आयोजन का कर्ताधर्ता है ।
फेसबुक पर उस के प्रोफाइल में उसने खुद को पटना का बताया है , फेसबुक के अनुसार वह आईआईटी में पढा चुका है और डेनमार्क की राजधानी डेनमार्क में भी एक कंपनी में काम कर चुका है । यहां उल्लेखनीय यह है कि डेनमार्क का नाम भी उन देशों में शुमार है , जो इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित हैं ।
शाहीन बाग में एक महीने तक सफलतापूर्वक धरने के बाद शरजिल इमाम ने देश भर में दौरे करना शुरू कर दिया है ,उसकी जेएनयू की टीम के सदस्य भी देश भर में फैल चुके हैं , जो जगह जगह पर उसके भाषणों का आयोजन कर रहे हैं । वह अब तक पटना , गया , वाराणसी, बरेली , कानपुर आदि जगहों पर भाषण दे चुका है , अपने भाषणों में वह मुसलमानों को भारत के खिलाफ भड़काता है और उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग , रेलमार्ग आदि ठप्प करने को कहता है ।
शरजील इमाम दि वायर , क्विंट , फर्स्ट पोस्ट में लिखता है और एनडीटीवी पर भी अक्सर आता है | देश में घूम घूम कर दिए गए उसके भाषणों को फेसबुक पर लाईव दिखाया जाता है । उसके कई भाषण वायरल हो गए हैं , जिनमें वह भारत के खिलाफ बगावत के लिए मुसलमानों को उकसा रहा है |
अपने भाषणों में उस ने कांग्रेस और वामपंथी दलों को मुसलमानों का फर्जी हितैषी बताते हुए यहाँ तक कहा कि इन के दिमाग में भारत की सोच एक देश की है , उन की सोच में इंडियन नेशन है | लेकिन मुसलमान को देश और संविधान से कुछ भी लेना देना नहीं है | वह कुरआन के मुताबिक़ ही चलेगा | एक भाषण में उसने यह भी कहा कि गांधी बीसवीं सदी का सब से बडा फासिस्ट था , वह राम राज लाने की बात करते थे , गांधी ने कांग्रेस को हिन्दू पार्टी बनाया | हमें गांधी और नेशन से कोई लगाव नहीं ,ये सब हमारे दुशमन हैं |
वह कहता है कि कन्हैया की रैली में पांच लाख लोग थे , लेकिन उस का कोई मकसद नहीं है , वह सिर्फ गुस्सा पैदा करता है , लेकिन हमारे पास 5 लाख लोग हों तो हम असम को देश से काट दें , असम में सेना की आवाजाही रोक दें | असम को भारत से अलग कर दें , असम हमारा है , मुसलमानों का है , लेकिन असम में मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में रखा जा रहा है | उन का कत्ल-ए –आम हो रहा है | आवाम अगर गुस्से में हो तो उस का प्रोडेकटिव इस्तेमाल होना चाहिए |
वह चाहता है कि दिल्ली में इतने दंगे हो जाएं कि दुनिया भर में बगावत की खबर हो | उन्होंने मुसलमानों से कहा कि आग लगाने के लिए तैयार रहें , हमे आग लगानी है , हम लाठियां खाने को तैयार रहें | वह अपने एक भाषण में कहता है कि हमें सेक्यूलरिज्म से कुछ भी लेना देना नहीं | हमे इस्लाम की फ़िक्र करनी है , सेक्यूलरिज्म की नहीं | उसकी 40 सेकिंड की एक एक वीडियो भी सामने आई है , जिस में वह मुसलमानों को अरबी या फारसी में सम्बोधित कर रहा है |
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