लातूर: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा चलाए गए अभियान ने बीजेपी की झोली में महाराष्ट्र के लातूर की सीट लाकर रख दी है. पांच साल से सूखे की मार झेल रहे लातूर में बुधवार को चुनाव हुए थे जिसमें बीजेपी ने 70 सीटों वाले लातूर निकाय के चुनाव में जीत हासिल की है जिसमें आज़ादी के बाद से कांग्रेस का कब्ज़ा था. फडणवीस ने हाल ही में चुनावी अभियान में कहा ता कि अगर बीजेपी यहां जीतती है तो लातूर को सूखा-मुक्त बना देंगे.
फरवरी में अमरावती और पुणे के स्थानीय चुनावों में बीजेपी की शानदार जीत के लिए 46 साल के फडणवीस को श्रेय दिया गया था. मुंबई में शिवसेना को बीजेपी ने कड़ी टक्कर दी थी और एक बार फिर दोनों पार्टियों को हाथ मिलाना पड़ा. वहीं ग्रामीण इलाकों में जहां अभी तक एनसीपी और कांग्रेस का कब्ज़ा था, वहां भी स्थानीय चुनावों में बीजेपी ने पकड़ हासिल की है. इस महीने के शुरूआत में मुख्यमंत्री फडणवीस ने लातूर के वोटरों से कहा था कि जो किसान बिजली की कमी की वजह से इलेक्ट्रिक पंप का इस्तेमाल नहीं कर पाते, उन्हें बिजली का बिल नहीं देना पड़ेगा.
फडणवीस ने कहा था 'बिजली देने के लिए हम मराठवाड़ा क्षेत्र को 561 करोड़ रुपये देंगे. इससे पहले की सरकारें इस काम के लिए 300-400 करोड़ रुपए देती थी.' सीएम ने वादा किया था कि चुनाव जीतने पर पानी के टैंकर, बिजली और बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी. गौरतलब है कि लगातार पांच साल तक सूखा झेलने के बाद पिछले साल लातूर में पूरे चार महीने तक पानी से भरी ट्रेनें भेजी जाती रही.
लातूर को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख का गढ़ बताया जाता है. इस सीट का चले जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है जो पहले ही उस राज्य में कम सीट मिलने के सदमे में है जिस पर उसने 2014 तक यानि दस साल तक राज किया है. वहीं बीजेपी के लिए लातूर की जीत उसे महाराष्ट्र की नंबर वन पार्टी बनाती है जबकि कुछ साल पहले उसका स्थान चौथे नंबर पर था.
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