मुंबई| भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना का मेयर बनाने पर सहमति नहीं दी तो महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूकंप आ सकता है.| जहां एक तरफ कांग्रेस की और से शिवसेना को समर्थन देने की बात चल रही है, वहीं अगर ऐसा होता है तो महाराष्ट्र की भाजपा सरकार भी खतरे में पड सकती है, क्योंकि कांग्रेस बीएमसी में समर्थन के बदले भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने की मांग कर सकती है, हालांकि शिवसेना को समर्थन देने के मामले में कांग्रेस में कडा विरोध भी शुरू हो गया है |
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव तथा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरुदास कामत ने बीएमसी में शिवसेना को किसी भी तरह के समर्थन के प्रति ‘कड़ा विरोध’ जताया। इस के बाद करारी हार के कारण नैतिक आधार पर इस्तीफा दे चुके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम ने भी खंडन किया है कि कांग्रेस शिव सेना को समर्थन देगी | जबकि राणे गुट समर्थन दे कर प्रदेश की भाजपा शिव सेना सरकार गिराने के पक्ष नें लाबिंग कर रहा है | केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आशंका जताई कि कांग्रेस प्रदेश में मध्यावधि चुनाव करवाने के लिए साजिश रच रही है|
जबकि पार्कांटी के एक वर्ग की ओर से शिव सेना को समर्थन देने की पैरवी का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता गुरुदास कामत ने कड़े शब्दों में लिखे गए एक बयान में कहा कि हम दोनों भगवा पार्टियों से उनकी विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ लड़ते रहे हैं और अगर हमने उनके साथ गठबंधन का प्रयास किया, तो जनता हमें कभी माफ नहीं करेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने अपनी राय से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी अवगत करा दिया है। बीएमसी में शिवसेना के समर्थन के लिए मैं किसी भी चर्चा पर कड़ा विरोध जताता हूं, चाहे वह गठबंधन के लिए हो या अप्रत्यक्ष समर्थन के लिए हो।
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