मंडी। हिमाचल प्रदेश के इस शहर में महाशिवरात्रि के पर्व पर सैकड़ों मंदिरों के 200 से अधिक देवता इकट्ठा हो रहे हैं। मंडी को छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। महाशिवरात्रि पूरे देश में शुक्रवार को मनाई जा रही है, लेकिन मंडी में इकट्ठा हो रहे देवता एक दिन बाद शनिवार को यह पर्व मनाएंगे।
यह त्योहार 1526 से मनाया जा रहा है, जब इस शहर की स्थापना अजबर सेन (1499-1534) के शासन में हुई थी। उन्होंने सभी स्थानीय देवताओं को नए शहर की स्थापना के समय आमंत्रित किया था। त्योहार के मुख्य आयोजक उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि यहां शिवरात्रि का सप्ताह भर चलने वाला मेला शनिवार से शुरू होगा। इस उत्सव में भाग लेने के लिए 200 से ज्यादा देवताओं को आमंत्रित किया गया है।
इस समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह करेंगे और राज्यपाल आचार्य देवव्रत आखिरी दिन दो मार्च को समारोह में शामिल होंगे। त्योहार के पहले दिन भगवान विष्णु के अवतार और प्रमुख देवता के रूप में भगवान माधो राय का एक जुलूस शहर में निकाला जाएगा।
इनके पीछे आमंत्रित देवताओं की सुंदर सजी पालकियां होंगी। ये सभी भगवान शिव को समर्पित भूतनाथ मंदिर पर इकट्ठा होंगे। इस मंदिर का निर्माण 1526 में हुआ था।
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