निर्वाचन आयोग ने अखिलेश यादव को ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मान्यता दे दी है और ‘साइकिल’ पर हक भी. चुनाव आयोग ने अपने फैसले के 37सवे पैराग्राफ में लिखा है कि मुलायम सिंह ने सानसदो और विधायको के हल्फिया बयान दाखिल ही नहीं किए. इससे अखिलेश गुट में उल्लास का माहौल है.
उधर समाजवादी पार्टी (सपा) के चुनाव चिह्न् पर निर्वाचन आयोग का फैसला आने से पहले ही आज लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में कब्जे को लेकर अखिलेश और मुलायम समर्थकों के बीच तीखी झड़प हो गई.
सपा कार्यालय के भीतर पहली बार मुलायम सिंह यादव की मौजदगी में उन के विरोध में नारेबाजी की गई. दिन में दोहपर बाद पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पार्टी कार्यालय पहुंचे थे. वह कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, इसी बीच कार्यालय के बाहर अखिलेश यादव के समर्थक हंगामा करने लगे. मुलायम सिंह यादव के खिलाफ नारेबाजी होने लगी. जिस पर मुलायम सिंह यादव के साथ बैठक में मौजूद कार्यकर्ता भी बाहर आ गए. फिर कार्यालय के बाहर अखिलेश तथा मुलायम के समर्थक भिड़ गए .
इसी बीच हंगामा करने वालों को वहां से हटाने के लिए नरेश उत्तम को पार्टी कार्यालय से बाहर आना पड़ा. नरेश उत्तम ने अपनी गाड़ी में बैठाकर किन्नर सोनम यादव को रवाना किया. नरेश उत्तम ने पार्टी आफिस से बहार निकल कर के कार्यकर्ताओं को काफी समझाया. इसके बाद पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव तथा शिवपाल सिंह यादव भी अपने आवास रवाना हो गए.सपा कार्यालय पर किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए कार्यालय पर पुलिस की तैनाती की गई है.
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