संसद सत्र के दौरान नरेंद्र मोदी पर तीखे तीर दागने वाले राहुल गांधी का लोकसभा में तो मोदी से आमना सामना नहीं हुआ, लेकिन सत्र खत्म होते ही जब वह यूपी, पंजाब की चुनावी बिसात बिछाते हुए प्र्तिनीधिमंडल के साथ मोदी से मिले तो मोदी ने उन्हे अलग से मिलने का न्योता दिया. उल्लेकनीय है कि राहुल ने मोदी पर भ्र्ष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया है और सदन पटल पर सबूत रखने की धमकी दी हुई है.
राहुल गांधी कांग्रेस के नेताओ को ले कर मोदी को मिलने गए थे . मोदी ने उन की बाते सुनी,जो किसानो और नोटबंदी से जुडी थी, लेकिन जब राहुल गांधी उठने लगे तो नरेंद्र मोदी ने उन्हे कहा,मिलते रहा करो.इस बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि किसानों की समस्याओं के मुद्दे पर नरेन्द्र मोदी सिर्फ प्रतिनिधिमंडल की सुनते रहे, उन्होंने कुछ कहा नहीं. पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमरिंदर सिंह ने मुलाकात के बाद बताया कि हमने किसानों से जुड़ी समस्याओं जैसे कर्ज, आत्महत्या, न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात पीएम के सामने रखी. प्रधानमंत्री ने हमें इस मामले पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी को नोटबंदी के कारण हो रही समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा.न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के अनुसार, प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने माना कि उन्हें किसानों की समस्याओं की जानकारी है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि किसानों की समस्या गंभीर है. हालांकि फिर भी कर्ज माफी के मुद्दे पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा केवल सुनते रहें.
राहुल गांधी ने अभी बीते दिनों यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि उनके पास प्रधानमंत्री खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं. हालांकि उनके इस कथन के बाद भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पलटवार करते हुए कहा था कि राहुल गांधी अगर तीन महीने तक इन सबूतों को अदालत के समक्ष पेश नहीं करेंगे तो उन्हें तीन साल तक की जेल हो सकती है.
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