राज्यसभा मे सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन के मुह्न पर कहा था कि नोटबंदी का फैसला उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव सामने देख कर लिया गया है, न कि काला धन खत्म करने के लिए. नरेश अग्रवाल की इस लाईन को को सभी विपक्षी दलो ने अपनाना शुरु कर दिया है. लखनऊ में आज बसपा प्र्मुख मायावती के बाद राज्यसभा में काग्रेस के सांसद कपिल सिब्बल ने भी आरोप लगाया कि नोटबंदी की वजह आर्थिक नहीं, अलबत्ता राजनीतिक है. केवल उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतने के लिए यह सबकुछ किया जा रहा है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद कपिल सिब्बल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और खुर्शीद अहमद सैयद ने उप्र कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की बैठक में शिरकत की. इस बैठक में सिब्बल ने नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो संसद के प्रति जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रहे हैं. सिब्बल ने कहा कि देश का चौकीदार जनता को परेशान कर खुद चैन की नींद सो रहा है. नोटबंदी को लेकर सरकार की अधूरी तैयारी पर सवाल उठाते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिब्बल ने कहा कि करेंसी छापने के लिए छह महीने और लगेंगे. सरकार बोल रही है कि 50 दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी. उन्होंने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये की करेंसी बाजार में उतारी गयी है जबकि देश को 15 लाख करोड़ करेंसी की जरूरत है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह संसद में प्रवेश करने से डरते हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि जो सवाल उठ रहे हैं उसका वह उत्तर नहीं दे पाएंगे और बेनकाब हो जाएंगे. उन्हें समझना चाहिए कि नोटबंदी से देश बदल नहीं रहा है, बल्कि जल रहा है. सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का फैसला तो ले लिया, लेकिन अब उन्हें पता नहीं कि आगे कैसे बढ़ें.
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