मुलायम सिंह ने कहा है कि उन्होने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया था और अब उन्हे हटा कर दो महीने के लिए मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते. लेकिन भविष्य के बारे में अखिलेश को हवा में लटका दिया है. उन्होने चुनाव के बाद बहुमत आने पर मुख्यमंत्री तय करने की बात नए सिरे से कह दी है.
समाजवादी पार्टी में विवाद को खत्म करने के लिए मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉफ्रेंस की. मुलायम के भाई शिवपाल उनके बगल में बैठै थे लेकिन सीएम अखिलेश यादव कॉफ्रेंस से नदारद थे. मुलायम सिंह ने कहा कि हमारा परिवार एक है, पार्टी एक है. पूरी ताकत से सभी नेता एक हैं. पार्टी में कुछ लोग साजिश कर रहे हैं.
विधायक मुख्यमंत्री चुनेंगे
अखिलेश मुख्यमंत्री बने रहेंगे.लेकिनअखिलेश को मुख्यमंत्री पद पर प्रोजेक्ट कर चुनाव लडने की बात से वह दुबारा मुकर गए हैं. उन्होने कहा कि विधायक मुख्यमंत्री चुनेंगे. उन्होने टिकट बंटवारे में भी अखिलेश को कोई अधिकार देने से इंकार कर दिया है. अखिलेश की अमर सिंह के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई पर भी मुलायम सिंह ने साफ इंकार कर दिया. यह अखिलेश यादव को करारा झटका है.
रामगोपाल की बात को नहीं देता महत्व
वहीं प्रोफेसर रामगोपाल यादव पर मुलायम ने कहा कि उसकी बात का कोई महत्व नहीं है. कैबिनेट में शिवपाल की वापसी पर कहा की इस पर फैसला अखिलेश लेंगे. मुलायम सिंह ने स्पष्ट किया कि वो मुख्यमंत्री बनने के इच्छुक नहीं हैं. हालांकि अखिलेश को औकात दिखाने की कोशिश करते हुए उन्होने कहा कि 2012 में बहुमत मेरे नाम पर मिला।
5 के सम्मेलन में जाएंगे अखिलेश
पार्टी अध्यक्ष और पिता मुलायम सिंह यादव के तीखे तेवर देख कर अखिलेश यादव के तेवर ढीले पडे हैं, उन्होने कहा कि मुझे मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री बनाया था, वह कहेंगे तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. अखिलेश यादव ने कहा कि वह नई पार्टी नहीं बनाने जा रहे और 5 नवम्बर की पार्टी के सम्मेलन में शामिल होंगे.
अखिलेश-शिवपाल एक दूसरे के काम में दखल नही.
समाजवादी पार्टी में घमासान पर मंगलवार को फिर मुलायम सिंह ने दो टूक बात की, उन्होने कहा को सरकार बेटे अखिलेश यादव चलाएंगे और शिवपाल और अमर सिंह पार्टी से निकाले नहीं जाएंगे. मुलायम सिंह यादव ने यह बात साफ कर दी कि पार्टी और परिवार में मचे घमासान के बावजूद वह अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री पद से हटाने की नहीं सोच रहे हैं
बहुमत मेरे नाम पर मिला
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में पूछे जाने पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि यह बात सही है कि समाजवादी पार्टी को बहुमत उनके नाम पर मिला था, लेकिन अब दो महीने के लिए वह मुख्यमंत्री बनने की नहीं सोच सकते हैं। लेकिन मुलायम सिंह ने यह कहकर अखिलेश यादव के समर्थकों की चिंता बढ़ा दी कि मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला जीत कर आए विधायक करेंगे। अखिलेश यादव के समर्थक चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी उन्हें साफ तौर पर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे।
अमर सिंह के लिए अगाध प्रेम
मुलायम के इस बयान से बढ़कर अखिलेश यादव के समर्थकों ने समाजवादी पार्टी दफ्तर के गेट के बाहर ऐसा हंगामा काटा कि मुलायम सिंह काफी देर तक पार्टी दफ्तर से नहीं गए. अखिलेश यादव के समर्थकों की पुलिस से झड़प भी हुई. अखिलेश यादव लाख मांग करें कि अमर सिंह ही पार्टी में मुसीबत की जड़ हैं लेकिन मुलायम ने साफ कर दिया कि उनके मन में अमर सिंह के लिए अगाध प्रेम है. जब उनसे पूछा गया कि अमर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है तो मुलायम सिंह का जवाब था अमर सिंह के खिलाफ साजिश हो रही है.
चुनाव पर फोक्स करेंगे अखिलेश
समाजवादी पार्टी में घमासान पर अखिलेश यादव एक न्यूज चैनल आज तक के साथ खास बातचीत में कहा कि वे अभी चुनावों पर फोकस कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि मैं जल्द ही चुनाव की तैयारियां शुरू करूंगा. उन्होने कहा कि उनके लिए उत्तर प्रदेश का हित सर्वोपरी है और जो बातें उनके वश में नहीं हैं उसकी उन्हें चिंता नहीं है.
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