फारूख के बयान पर जवाब कांग्रेस को देना है 

Publsihed: 05.Apr.2017, 23:43

फारूख अब्दुल्ला ने कश्मीर के अलग वतन की बात की है | उनने सेना पर पत्थर फैंकने वालों का समर्थन किया है | फारूख ने कहा -सेना पर पत्थर फैंकने वालों को टूरिज्म से कुछ लेना देना नहीं | पत्थर फैंकने वाले वतन के लिए लड़ रहे हैं | वे भूखे सो जाएंगे | लेकिन वे चाहते हैं वतन का फैसला हो |  यह खुल्लम खुल्ला पत्थर फैंकने वालों का समर्थन है | पाकिस्तान ने इन पत्थर फैंकने वालों को 500 रूपए रोज के हिसाब से भाड़े पर लिया है | यानि फारूख ने पाकिस्तान की रणनीति का समर्थन किया |  भारत को तोड़ने वाली रणनीति | यानि फारूख ने कश्मीर के अलग वतन की तारीफ़ की | क्योंकि वह कांग्रेस की मदद से कश्मीर का लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं | तो जवाब कांग्रेस को देना होगा | क्या कांग्रेस भी सेना पर पत्थर फैंकने वालों का समर्थन करते हैं ? क्या कांग्रेस भी कश्मीर के अलग वतन का समर्थन करती है ? कांग्रेस को जवाब देना पडेगा | उसे अपनी स्थिति साफ़ करनी पड़ेगी | अब्दुल्ला परिवार वक्त वक्त पर बदलता रहा है | कश्मीर समस्या का एक कारण अब्दुल्ला परिवार खुद है | कश्मीर की इस हालत के लिए नेहरू का शेख अब्दुल्ला प्रेम भी जिम्मेदार है | अब अगर 1990 की तरह कांग्रेस फिर चुप रही | तो फिर एक बड़ी गलती करेगी | 1990 में कश्मीरी हिन्दुओं का कत्लेआम हुआ, तो कांग्रेस चुप रही थी | कश्मीरी लड़कियों के साथ घाटी के मुसलमानों ने वही किया | जो पाकिस्तान में रह गए हिन्दुओं की लड़कियों से हो रहा | अब फिर शेख अब्दुल्ला के बेटे फारूख अब्दुल्ला ने राग पाकिस्तान गाया है | उन ने पत्थरबाज़ी में पाक का हाथ होने से इनकार किया | कश्मीर को अलग वतन कहा | पत्थर फैंकने वाले भाड़े के टटुयो को वतन के लिए लड़ने वाला बताया | तो एक सवाल फारूख अब्दुल्ला से भी | फिर वह भारत की संसद का सदस्य क्यों बनना चाहते हैं | वह भारत के संविधान की शपथ ले कर चुनाव क्यों लड़ रहे हैं | वह जीत कर भारत की संसद में क्यों बैठना चाहते हैं | एक सवाल चुनाव आयोग से भी | क्या वह उम्मीन्द्वारों के भाषणों पर निगाह रख रहा | आयोग ने यूपी के चुनाव में छोटे मोटे बयानों पर भाजपा नेताओं को नोटिस दिया था | क्या वह फारूख अब्दुल्ला के बयान का नोटिस नहीं लेगा | नहीं लेगा, तो आयोग को बताना होगा | भारत विरोधियों का तुष्टिकरण क्यों  ?  भारत की हर संस्था को तुष्टिकरं छोड़ना होगा | चाहे वह कोई राजनीतिक दल हो या सरकारी संस्था | यूपी का चुनाव नतीजा तुष्टिकरण के खिलाफ जनादेश है | जनता चुनाव आयोग का तुष्टिकरण नीति भी बर्दाश्त नहीं करेगी | क्या फारूख ने चुनाव आयोग की शर्तों का उलंघन नहीं किया | क्या उन की उम्मींदवारी रद्द नहीं होनी चाहिए | क्या भारत कश्मीर के गद्दारों के खिलाफ एक टुक निर्णय लेगा | क्या भारत सरकार की कोई सख्त और ठोस नीति बनेगी | सेना आतंकवादियों को जब जब जहां जहां घेरती है , पत्थरबाज वहां वहां पहुँच रहे हैं | वे सेना के आपरेशन में बाधा पहुंचाते हैं | आतंकवादियों के लिए ढाल बनाते हैं |  फारूख अब्दुल्ला सेना पर पत्थराव की वकालत कर रहे हैं | तो वह भी प्त्थ्रबाजों से कम नहीं | क्या ऐसा शख्श भारत की संसद का सदस्य बनाना चाहिए | सेनाध्यक्ष ने उस दिन साफ़ कहा था , सेना के काम में दखल देने वालों को आतंकी माना जाएगा | फारूख भी सेना के काम में दखल देने वालों का समर्थन कर रहे हैं | कांग्रेस से इस मुद्दे पर जवाब की उम्मींद नहीं | कांग्रेस ने सेनाध्यक्ष के बयान पर बवाल किया था | कांग्रेस अभी भी नहीं समझ रही कि उस का यह हश्र क्यों हुआ | वह अभी भी सही लाईन पर नहीं आई, तो मोदी का सपना जल्द पूरा होगा | भारत कांग्रेस मुक्त होने जा रहा है | मोदी को जनादेश कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण नीति, भ्रष्टाचार और कश्मीर नीति के कारण मिला है |  इन तीनों मुद्दों पर मोदी को नतीजे दिखाने होंगे | सब से पहले कश्मीर में | 

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