लो शारदा घोटाले वाले मुकुल राय भी आ गए

Publsihed: 03.Nov.2017, 21:24

अजय सेतिया / शायद नरेंद्र मोदी और अमित शाह अभी महसूस नहीं कर रहे | पर भाजपा के जमीनी वर्कर हताशा का शिकार हो रहे हैं | भाजपा की न सिर्फ केंद्र में सरकार है | अलबत्ता 13 राज्यों में खुद की सरकार है | पांच राज्यों में उपमुख्यमंत्री भी हैं | यानि भाजपा अठारह राज्यों में सत्ता में है | फिर भी भाजपा का वर्कर हताश है, तो कहीं न कहीं कुछ गडबड है | अपन केंद्र की बात करें , तो चार साल होने को हैं | अब एक साल बाकी बचा है | अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं | प्रदेशों से नियुक्ति के लिए आई सिफारशी चिठ्ठियाँ या तो पीएमओ की फाईलों में दब गईं | या 11, अशोका रोड पर धूल फांक रही हैं | पर केंद्र सरकार के आयोगों , बोर्डों , समितियों में भाजपा वर्करों की नियुक्तियां नहीं हुई | जहां कहीं नियुक्तिया हुई , वहां पीएमओ ने रिटायर्ड आईएएस अफसरों को लगवा दिया | भाजपा मुख्यालय से गई लिस्टों पर भी पीएमओ हावी रहा | जहां कहीं किसी पद पर नियुक्ति के लिए किसी मंत्रालय  से पीएमओ को फाईल भेजी गई | वह नए नाम की सिफारिश करने की हिदायत के साथ मंत्रालय लौट आई | नाम पीएमओ से ही सुझा दिया जाता था | कुल मिला कर भाजपा को अपनी सरकार होने का एहसास ही नहीं हुआ | सांसदों ने अपने वर्करों से आँख मिलाना छोड़ दिया है | प्रदेशों के नेता दिल्ली के चक्कर लगा लगा कर थक गए हैं | अब उन ने दिल्ली आना छोड़ दिया है | एक तरह सरकार बनाने के बाद अलग थलग पड़ने का दर्द | तो दूसरी तरफ सत्ता वाली राज्य सरकारों में दलबदलुओं का  दबदबा | उत्तराखंड में तो आधे मंत्री दलबदलू हैं | लोग उसे कांग्रेस की सरकार बता रहे हैं | उन्हीं में से एक मंत्री पर आज कल भाजपा के वर्कर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं |  उत्तराखंड और यूपी में जो बेचैनी थी ,सो थी | हिमाचल प्रदेश में तो चुनावों के दौरान ही भाजपा वर्कर उस समय हक्के बक्के रह गए | जब पंडित सुखराम सारे परिवार के साथ भाजपा में आ गए | सुखराम जब भ्रष्टाचार में पकडे गए थे | वह तब केंद्र की नरसिंह राव सरकार में मंत्री थे | उन के बिस्तरे के गद्दे के नीचे नोटों की गड्डीयाँ मिली थीं | स्टोर, बाथरूम जगह जगह नोटों के बंडल मिले थे | वीर भद्र सिंह पर भी केंद्र में मंत्री होते हुए करोड़ों रुपए कमाने का आरोप है | जिस की सीबीअई जांच कर रही है | नरेंद्र मोदी ने दो नवम्बर को अपने भाषण में कहा कि वीरभद्र जमानत पर हैं | तो सुख राम कहाँ जमानत पर नहीं | वह भी तो जमानत पर हैं | वह भाजपा में आ कर कैसे दूध के धुले हो सकते हैं | पिछली बार जब सुख राम की मदद से धूमल सीएम बने थे | तो भाजपा की देश भर में किरकिरी हुई थी | बड़े नेताओं को जवाब नहीं सूझ रहा था | अब हिमाचल में तो भाजपा वर्कर दुआ कर रहे है कि मंडी में उस का उम्मीन्द्वार हार जाए | सुखराम का बेटा अनिल शर्मा मंडी से भाजपा उम्मीन्द्वार हैं | वह पिछले हफ्ते तक वीरभद्र सरकार में मंत्री था | ठीक उत्तराखंड के यशपाल आर्य की तरह | वह आख़िरी दिन तक कांग्रेस सरकार में मंत्री थे | अब भाजपा सरकार में मंत्री हैं | जीत गए , तो अनिल शर्मा भी धूमल सरकार में मंत्री बनेंगे | उड़ीसा के गिरधर गोमांग और कर्नाटक के एसएम कृष्णा के भाजपा प्रवेश पर बड़े बूढ़े हैरान थे | नारायण राणे पर भी भाजपा वर्करों में बेचैनी चल रही है | संघ परिवार से जुड़े कुछ लोगों के वाट्सएप ग्रुप में शुक्रवार को दिन भर यही चर्चा चली | किसी ने लिखा -" काश आज दीन दयाल उपाध्याय होते | " तो उस के जवाब में किसी ने लिखा -" दीन दयाल उपाध्याय ज़िंदा होते , तो वह मार्गदर्शक मंडल में होते |" सुनते हैं संघ परिवार में इन दलबदलुओं की भीड़ पर बेचैनी है | लो अब शारदा घोटाले वाले मुकुल राय भी तृणमूल छोड़ कर भाजपा में आ गए | रविशंकर प्रसाद ने 'मुकुल रॉय को मीडिया के सामने पेश करते हुए उन की तारीफ़ के पुल बांधे | बोले-उन के अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा | क्योंकि कि मुकुल राय तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य रहे हैं | क्योंकि उन ने  तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी | इस लिए अब 2021 में वह भाजपा को सत्ता में लाएंगे | लगता है वह भाजपा को सत्ता दिलाने की सुपारी लेकर आए हैं | भाजपा ज्वाईन करने के बाद मुकुल राय ने ताल ठोकी कि 2021 में बंगाल में भाजपा की सरकार होगी | यानि सत्ता के लिए कुछ भी करेगा | वर्करों के सालों साल की कुर्बानी भी दी जाएगी | 

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