क्या दिल्ली विधानसभा भंग होगी 

Publsihed: 26.Apr.2017, 22:55

मुहल्लों में जब औरतों की लड़ाई होती थी , तो जम कर गाली गलौज होता था | औरतें एक दुसरे को शाप देती थी | कोई कहती तुम्हे कीड़े पड़ेंगे, कोई कहती तुम्हें कोढ़ होगा | अरविन्द केजरीवाल ने जब कहा कि आप के बच्चे को डेंगू होगा, चिकनगुनिया होगा तो मुझे मुहल्ले की वो औरतें याद आ गईं |  जब केजरीवाल दिल्ली की जनता को शाप दे रहे थे उन्हें तभी पता था कि वह हार रहे हैं | हार का पता नहीं होता , तो अपने वोटरों को ऐसा शाप क्यों देते | अब वह ईवीएम मशीनों को दोष दे रहे हैं | हार के बाद वह ईवीएम मशीनों को दोष देंगे, यह किस को नहीं पता था | आप की मीटिंग के बाद  दुसरे नंबर के नेता गोपाल राय का बयान था-- "यह मोदी लहर नहीं, ईवीएम लहर है | " मनीष सिसोदिया से लेकर राज्यसभा की उम्मींद लगाए बैठे संजय सिंह और आशुतोष तक सब ईवीएम मशीनों पर बरसे | इन से समझदार टिप्पणी तो अलका लांबा की आई | अलका  लांबा ने ट्वीट कर कहा --"मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र की सभी तीनों सीटों पर पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेती हूँ |  इस लिए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे की पेशकश करती हूं | " अपन को कुमार विशवास की टिप्पणी का इन्तजार था | वह कहीं नहीं दिखी | शायद उन का विशवास पहले ही डोल चुका है | जब पूरे देश में ईवीएम के बहाने पर थू थू हो गई | तब जा कर शाम को केजरीवाल ने भाजपा को बधाई दी | हार पर टीम केजरीवाल से मेच्योर प्रतिक्रिया तो अजय माकन ने दी | उन ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया | यों यूपी में हार के बाद जब मायावती ने ईवीएम को दोषी ठहराया था | तब केजरीवाल , अखिलेश के साथ कांग्रेस को भी मशीनें जी का जंजाल लगाने लगी थीं | अजय माकन ने अपनी हार कबूल कर मनोज तिवारी को बधाई दी | योगेन्द्र यादव और अन्ना हजारे को केजरीवाल की बात नहीं जंच रही | अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी की हार का जिम्मेदार खुद केजरीवाल को बताया | अन्ना ने कहा --" जनता ने इस बीच अरविंद केजरीवाल की कथनी-करनी में अंतर देख लिया था |" अब केजरीवाल पर इस से बड़ी कोई टिप्पणी नहीं हो सकती | अन्ना हजारे ने आगे भी केजरीवाल की पोल खोली | बोले --केजरीवाल ने  पहले कहा था कि बंगला और गाड़ी नहीं लेगें | फिर सब कुछ ले लिया तो केजरीवाल की विश्वसनीयता कम हुई | अन्ना ने ईवीएम मशीनों वाला केजरीवाल का जुमला भी ठुकरा दिया | उनने कहा--" चुनाव आयोग ने आप को चुनौती दी थी,  तो वहां जाते, बताते मशीन में क्या दोष है | " योगेन्द्र यादव की स्वराज पार्टी का हाल तो केजरीवाल से भी बुरा हुआ | खाता ही नहीं खुला | फिर भी योगेन्द्र यादव खुश हैं कि केजरीवाल का घमंड टूटा | योगेन्द्र यादव ने तर्क से बात की है | उन ने कहा कि यह केजरीवाल के खिलाफ रेफ्रंडएम है | नगर पालिका चुनावों में वही सारे वोटर हैं , जो विधानसभा चुनाव में थे | उन्हीं वोटरों ने केजरीवाल को ठुकरा दिया है, तो वह किस मुहं से मुख्यमंत्री बने रहेंगे | योगेन्द्र यादव ने केजरीवाल से इस्तीफा माँगा है | केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनते ही जिन जिन को आप से निकाला था उन सब ने दिवाली मनाई | सूचना प्रसारण मंत्री एम. वैंकेया नायडू  का बयान तो आना ही था | उन ने केजरीवाल को सब से तगड़ा जवाब दिया | बोले --" वह जो मशीनों का रोना रो रहे हैं , क्या 2015 में ईवीएम मशीनें नहीं थी ,जब वह चुनाव जीते थे | सच तो यह है कि आम आदमी पार्टी राष्ट्र का मूड समझने में नाकाम रही है | राष्ट्र का मूड मोदी के पक्ष में है और केजरीवाल केंद्र सरकार के साथ काम नहीं करना चाहते है | इस लिए जनता ने हरा दिया |" वैसे केजरीवाल की हार और भाजपा की जीत का एक कारण और भी है | वह है अमित शाह की रणनीति | रणनीति की दो ख़ास बातें | पहली- बिहार मूल के मनोज तिवारी को प्रदेश अध्यक्ष बना कर पूर्व के वोटों को रिझाना | जो विधानसभा चुनाव में आप के साथ थे | दूसरी-- तीनों मेयरों सहित सभी 148 पार्षदों का टिकट काटना | अब भाजपा में हड़कंप मचा पडा है | विधानसभाओं के चुनावों में 75 परसेंट टिकट कटेंगे | लोकसभा चुनावों में 50 परसेंट | फिलहाल दिल्ली की बात | बड़ा सवाल यह है कि केजरीवाल की हार है या नहीं ? हार है तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या नहीं  ? इस पर अपन ने योगेन्द्र यादव की इस्तीफे की मांग बता ही दी है | बीजेपी के पूर्व विधायक आरपी सिंह ने लोजिकल बात कही | उनने कहा कि खुद केजरीवाल ने पूरी दिल्ली में केजरीवाल बनाम विजेंद्र गुप्ता के पोस्टर लगाए थे | विजेंद्र गुप्ता विधानसभा में भाजपा का नेता है | दोनों के फोटुओं वाले पोस्टर में जनता से पूछा गया था -" केजरीवाल या विजेंद्र गुप्ता |" वैसे भाजपा चुनावों में इस बहस में नहीं पडी थी | पर यह डाव तो खुद केजरीवाल ने खेला था | अब जब दिल्ली की जनता ने विजेंद्र गुप्ता को चुन लिया , तो केजरीवाल को सीएम बने रहने का क्या हक़ है | पर वह इस्तीफा नहीं देंगे | लोकसभा के चुनाव सामने होते, तो वह पीएम का डाव खेलने के लिए इस्तीफा दे देते | उस से भी बड़ा सवाल यह है कि क्या केजरीवाल सीएम बने रह सकेंगे | जब नतीजे आ रहे थे , तभी छन कर खबर आ रही थी कि आप के 27 विधायक टूट रहे हैं | आप के 21 विधायकों पर बर्खास्तगी की तलवार पहल्रे से लटकी है | विधानसभा का स्पीकर पाला बदल ले , तो केजरीवाल सरकार का राम नाम सत्य समझो | पता नहीं क्यों, पर अपन को लगता है दिल्ली में मध्यावधि चुनाव होंगे | जो 2018 में राज्यसभा की उम्मींद लगाए बैठे हैं , उन की उम्मींदों पर पानी फिरेगा | 

 

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