अजय सेतिया / दिल्ली में कपिल मिश्रा हिन्दुओं के और ताहिर हुसैन मुसलमानों का चेहरा बन गए हैं | भाजपा कह रही है कि हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का हाथ है , जिस के घर में पत्थरों –इंटों और तेज़ाब का जाखीरा पकड़ा गया है | आई बी अफसर अंकित शर्मा के घर वालों ने आरोप लगाया है कि हत्या ताहिर हुसैन ने की थी | अंकित शर्मा का शव ताहिर हुसैन के घर के साथ ही गंदे नाले में मिला था | सोशल मीडिया पर एक वीडियो चल रहा है , जिस में उस नाले और ताहिर हुसैन के घर और फेक्ट्री की छत को दिखाया जा रहा है | छत पर ताहिर हुसैन खुद डंडा ले कर खड़ा है | ताहिर हुसैन ने कबूल कर लिया है कि वीडियो में दिख रहा आदमी वही है , लेकिन उस ने सफाई दी है कि कुछ लोग उस की फेक्ट्री की छत पर चढ़ गए थे , जिन्हें वहां से निकालने के लिए वह छत पर गए थे |
ताहिर हुसैन की फेक्ट्री और छत पर पत्थरों –इंटों और तेज़ाब का जाखीरा पकड़े जाने के बाद उन की फेक्ट्री को सील कर दिया गया है | आम आदमी पार्टी ताहिर के बचाव में आ गई है , सौरभ भारद्वाज से ले कर खुद केजरीवाल तक उस के बचाव में उतर आए हैं | भाजपा ने ताहिर हुसैन को निशाना बनाया हुआ है , तो आम आदमी पार्टी ने अपने पुराने विधायक कपिल मिश्रा को | कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कपिल मिश्रा को हिंसा का जिम्मेदार ठहराए जाने के बावजूद भाजपा और मोदी सरकार उन का खुल कर बचाव कर रही है | यहाँ तक कि बुधवार को केंद्र सरकार के सालिसीटर जनरल तुषार मेहता तक ने कपिल मिश्रा का बचाव किया था , केंद्र के बचाव को दरकिनार कर कपिल मिश्रा के खिलाफ ऍफ़आईआर दर्ज करने का आदेश जारी करने वाले जस्टिस एस मुरलीधर का अगले ही दिन यानी बृहस्पतिवार को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में तबादला हो गया |
कांग्रेस इस मुद्दे पर राष्ट्रपति को शिकायत कर आई है | हालांकि कोल्जियम ने सिर्फ 15 दिन पहले 12 फरवरी को उन के ट्रांसफर की सिफारिश की थी , लेकिन कांग्रेस उन के तबादले को कपिल मिश्रा के खिलाफ आदेश को जोड़ कर देख रही है | इस सम्बन्ध में विधि एंव न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सफाई दी है कि सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता में 12 फरवरी को ही उनके तबादले की सिफारिश कर दी गई थी | किसी भी जज के ट्रांसफर पर उनकी भी सहमति ली जाती है और इस प्रक्रिया का भी पालन किया गया है | रवि शंकर प्रशाद का कहना है कि इस मुद्दे का का राजनीतिकरण के करके कांग्रेस ने एक बार फिर न्यायपालिका के प्रति अपनी दुर्भावना दिखाई है |
तो सवाल खड़ा होता है कि क्या जज ने कपिल मिश्रा के खिलाफ ऍफ़आईआर का आदेश अपने तबादले को राजनीतिक विवाद का मुद्दा बनाने के लिए दिया था | आखिर जज को तो पता ही था कि उस के तबादले की फाईल चल चुकी है और कोलिजियम ने तबादले को हरी झंडी दे दी है | कपिल मिश्रा ने 24 फरवरी को धरना स्थल पर जा कर पुलिस को चेतावनी दी थी कि वह तीन दिन के भीतर सडकें खाली करवाएं , नहीं तो वह पुलिस की बात भी नहीं मानेंगे | जहां विपक्षी दल उन के इस बयान को हिंसा भडकाने वाला बता रहे हैं और हाईकोर्ट ने उन के खिलाफ ऍफ़आईआर दायर करने के आदेश दिए हैं , वहीं कपिल मिश्रा बेफिक्र हैं | बृहस्पतिवार को उन्होंने जंतर मंतर पर मृतक पुलिस वाले रत्न लाल और अंकित शर्मा का श्रद्धांजली समारोह रखा | जब मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया उस ने मीडिया पर ही आरोप लगा दिया कि वह छद्म धर्मनिरपेक्षता का लाबादा औढे हुए है | वह 80 दिन से दिल्ली में हिंसा कर रहे लोगों से सवाल नहीं पूछ रहा , जबकि 35 हजार लोगों का मार्ग खोलने के लिए पुलिस को चेतावनी देने वाले से सवाल पूछ रहा है |
इस बीच बृहस्पतिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा की कोई नई वारदात नहीं हुई | पर 6 घायलों के दम तोड़ने और नाले में 2 और शव मिलने के बाद बृहस्पतिवार शाम तक 35 लोगों की मौत हो चुकी थी ,संख्या 60 तक सकती है | हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में 48 एफ़आईआर दर्ज हो चुकी है और 130 उपद्रवियों को गिरफ़्तार किया गया है , इन में ज्यादातर मुसलमान हैं | क्राईम ब्रांच ने जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है |
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