राष्ट्रपति पद पर सुगबुगाहटें हुई तेज 

Publsihed: 22.Apr.2017, 12:04

राष्ट्रपति का चुनाव 25 जुलाई से पहले होना है |  प्रणव मुखर्जी ने 25 जुलाई 2012 को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी | उस से पहले नए राष्ट्रपति का चुनाव हो जाना चाहिए | राष्ट्रपति के चुनाव कली प्रक्रिया 45 दिन की है | यानि जून के पहले हफ्ते में चुनाव का एलान हो जाएगा | लोकसभा और राज्यसभा के 776  सांसद और सभी 29  विधानसभाओं के 4120 सदस्य वोट डालेंगे | इन सभी के वोट की वेल्यू  10,98,882 बंटी है | अगर सभी सांसदों और विधायकों के वोट पद जाएं तो भाजपा 5,49,442 वोट चाहिए | हालांकि कुल 4896 सांसदों विधायकों में से अभी एनडीए के पास 2202 , कांग्रेस के पास 1297 और बाकी दलों के पास 1363 सीटें हैं |  भाजपा अब अपनी विचारधारा का राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनवा कर लाने की रणनीति पर काम कर रही है | जबकि आज भी भाजपा को अपना राष्ट्रपति चुनवा कर लाने के लिए करीब  24552 वोट कम पड रहे हैं | उत्तरप्रदेश की 325 और उत्तराखंड की 57 सीटों ने भाजपा की हिम्मत बढ़ा दी है | मणिपुर और गोवा में भाजपा की सरकारें बनने से भी एनडीए वोट बैंक में इजाफा हुआ है |  नरेंद्र मोदी ने भाजपा की ताकत बढाने की रणनीति बनाई है | इसी रणनीति के तहत एनडीए की मीटिंग हुई | इस मीटिंग में 33 दल शामिल हुए | इन में से कुछ दलों के सांसद तो है ही नहीं | फिर उन्होंने मीटिंग में उन्हें क्यों बुलाया | अपन ने जब एक बीजेपी सांसद से पूछा , तो उन का जवाब था कि उन दलों के विधायक तो हैं |  जो राष्ट्रपति पद के चुनाव में अहम् हैं |  सो एनडीए के सहयोगी दल जोड़ कर सिर्फ 12000 के करीब ही वोट कम हैं | राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी नोटिफिकेशन से डेढ़ महीना पहले शुरू हो चुकी है | लाल कृष्ण आडवानी को राष्ट्रपति पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था | मुरली मनोहर जोशी को उप राष्ट्रपति पद का दावेदार माना जा रहा था | हालांकि राजनीतिक हलकों में यह भी सुगबुगाहट थी कि दोनों को नहीं बनाया जाएगा | अब बाबरी ढांचा तोड़ने की साजिश का मामला फिर खुल गया है | तो भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के दोनों सदस्य दोनों पदों से आऊट हो गए हैं | यों उम्मीन्दवार बनाए जाने में कोई बाधा नहीं |  अगर आडवाणी को राष्ट्रपति पद का उम्मीन्दवार बनाया जाता है |  तब एनडीए की जीत सुनिश्चित हो जाएगी | तीसरे मोर्चे के नीतीश कुमार और बीजू जनता दल आडवाणी के समर्थन में आ जाएंगे | फिलहाल यूपीए इन दोनों दलों पर डोरे डालने की कोशिश में हैं | नीतीश कुमार की इस सम्बन्ध में सोनिया गांधी से बात हुई है | सोनिया गांधी संसद सत्र के समय लोकसभा में आई जरूर | पर अभी भी वह काफी बीमार हैं | उन ने अपने दौरे रद्द किए हुए हैं | इस लिए सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार को दिल्ली बुलाया | नीतीश कुमार ने दिल्ली आ कर सोनिया गांधी से मुलाक़ात की है | जब सोनिया गांधी की दिल्ली में नीतीश कुमार से मुलाक़ात हो रही थी | ठीक उसी समय ममता बेनर्जी ने नवीन पटनायक से मुलाक़ात की | ममता बेनेर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के भी सम्पर्क में है | इस तरह चार गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री ममता,नीतीश,नवीन पटनायक और केज्रावाल सक्रीय हो गए हैं | सोनिया गांधी चाहती है विपक्ष दोनों पदों पर साझा उम्मीन्दवार खडा करे | सोनिया गांधी दोनों पदों पर कांग्रेस का दावा छोड़ने को तैयार हैं | क्योंकि गैर कांग्रेसी विपक्षी दलों के सांसद-विधायक कांग्रेस से ज्यादा हैं | विपक्ष यह मान  कर चल रहा है कि दोनों पदों पर नरेंद्र मोदी को मात दी जा सकती है | सपा,बसपा, लेफ्ट,तृणमूल सब इक्कट्ठे किए जा सकते हैं | विपक्षी दलों की और से शरद यादव, शरद पवार ,मीरा कुमार के नाम उछले जा रहे हैं | लड़ाई को गंभीर बनाने के लिए  प्रणब मुखर्जी और मनमोहन सिंह के नाम भी लिए जा रहे हैं | इधर विपक्ष में मिलने जुलने और रणनीति बनाने का सिलसिला शुरू हुआ है  | तो उधर मोदी भी भांग पी कर नहीं सोये | तमिलनाडू की राजनीति में आया नाटकीय मोड़ भी राष्ट्रपति पद चुनाव से जुदा है | सुनते हैं लोकसभा के उपाध्यक्ष थम्बी दुरई की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात हुई है | मोदी की पहल पर ही अन्ना द्रमुक में एकता की शुरुआत हुई है | सुगबुगाहट तो यह है कि अन्नाद्रमुक एनडीए में शामिल हो रहा है | केन्द्रीय मंत्रीमंडल में अन्नाद्रमुक  के दो सांसद मंत्री बनेंगे | अन्नाद्रमुक के एनडीए में आते ही सोनिया,ममता,नीतीश की कोशिशों को लकवा मार जाएगा |  आडवाणी, जोशी को आऊट मानने वालों ने अब आनंदी बेन, सुषमा स्वराज, सुमित्रा महाजन के नाम चला रखे हैं | पता नहीं तीनों महिलाओं को ही क्यों दावेदार माना जा रहा है | राष्ट्रपति पद के लिए किसी पुरुष का नाम राजनीतिक गलियारों में नहीं सुना | हाँ उपराष्ट्रपति पद के लिए भी तीनों नामों के अलावा हुकमदेव नारायण यादव का नाम भी उछाला है | अफवाहों की मंडी में उपराष्ट्रपति पद के लिए नया नाम अरुण जेतली का है | 

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