ट्रिपल तलाक  के पक्ष में दी गयी बेतुकी दलील 

Publsihed: 20.May.2017, 08:14

कपिल सिब्बल आजकल सोशल मीडिया का चर्चित मुद्दा है | कोई वकील जब कोर्ट में जाता है तो उस की राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं देखी जाती | कोई वकील अपनी पार्टी के खिलाफ भी बोल सकता है | यह वकालत धर्म है | ऐसा कई बार हुआ है | दो महीने पहले तक उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार थी | हरीश रावत मुख्यमंत्री थे | रावत सरकार डेनिस सरकार के नाम से मशहूर हो गयी थी | असल में हरीश रावत सरकार ने शराब के जाने माने ब्रांडों की स्टेट में एंट्री बैन कर दी थी | डेनिस नाम का एक अनजान सा घटिया शराब का ब्रांड उत्तराखंड में लाया गया | हुआ यह था कि बड़े ब्रांड वालों से रिश्वत माँगी गयी थी | उन ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया | जो अफसर रिश्वत की सौदेबाजी कर रहा था , उस का स्टिंग आपरेशन हो गया था | सरकार का तो कुछ नहीं बिगड़ा | स्टिंग आपरेशन के बाद अफसर की छुट्टी हो गयी  | पर इसी स्टिंग आपरेशन के सहारे बड़े ब्रांडों वाली कम्पनियां कोर्ट पहुँच गयी | पता है कांग्रेस सरकार के खिलाफ वकील कौन था | आप सुन कर चौंक जाओगे | वह वकील थे पी.चिदंबरम | यूनाईटेड स्प्रीट लिमिटेड और परनोड रिकार्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने चिदम्बरम को अपना वकील बनाया था | चिदम्बरम ने यह केस जीता | पर दिलचस्प किस्सा कांग्रेसियों की फजीहत का है | नैनीताल के कांग्रेसियों को खबर मिली चिदंबरम आए हैं | कांग्रेसी चिदम्बरम का स्वागत करने के लिए फूलों के हार ले कर हाईकोर्ट पहुंच गए | वहां पता चला कि चिदंबरम तो हरीश रावत की शराब नीति के खिलाफ केस लड़ने आए हैं | तो कांग्रेसी मुंह छिपा कर चुपचाप खिसक लिए | अब कांग्रेसियों की वैसी ही फजीहत कपिल सिब्बल करवा रहे हैं | वह ट्रिपल तलाक के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में दलीलें दे रहे हैं | जिस ने कांग्रेस को शाहबानों केस की याद करवा दी है | तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को  गुजारा भत्ता मामले में कांग्रेस ने गलती करी थी | यह अब बड़े बड़े कांग्रेसी भी दबी जुबान से मानते हैं | लोग अब यहाँ तक कहने लगे हैं कि कहीं कपिल सिब्बल ने ही तो राजीव गांधी को गलत सलाह नहीं दी थी | शाहबानों केस के बाद कांग्रेस को केंद्र में कभी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला | अब सिब्बल मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ ट्रिपल तलाक की वकालत कर रहे हैं | तो लोग सिब्बल की दलीलों को कांग्रेस की राय मान रहे हैं | सिब्बल की एक दलील आजकल सोशल मीडिया में चर्चा का विषय है | इस दलील में कपिल सिब्बल ने कहा कि ट्रिपल तलाक मुसलमानों के धर्म, आस्था ,परम्परा का विषय है | बिलकुल वैसे ही जैसे हिन्दू यह मानते हैं कि राम अयोध्या में पैदा हुए | याद होगा अर्जुन सिंह जब मानव संसाधन मंत्री थे | तब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कह दिया था कि राम पैदा भी हुए थे या नहीं , इस का कोई प्रमाण नहीं | भारत और श्रीलंका के बीच रामसेतु पर भी कांग्रेस के ऐसे ही वकीलों ने कांग्रेस की किरकरी करवाई थी | पर बात सिब्बल की | सोशल मीडिया पर की गयी एक दिलचस्प टिप्पणी काबिल-ए-गौर है | किसी ने लिखा-" एक बार दो चौधरी साईकिल पर जा रहे थे | तभी एक चौधरी की साईकिल की चैन उतर गयी | तो दूसरे चौधरी ने कहा -क्या बात, तेरी चैन आज घड़ी घड़ी उतर रही है | इस पर उस ने जवाब दिया-क्या हो गया ,तेरी छौरी भी तो पिछले साल भाग गयी थी |" अब इस जवाब में कोई तुक लगा आप को | तीन तलाक पर भगवान राम के जन्मस्थान का जुमला भी ऐसा ही बेतुका  है | सोशल मीडिया पर तो यहाँ तक कहा जा रहा है आज अगर सती प्रथा का केस होता | आज अगर बाल विवाह का केस होता ,तो सिब्बल परम्परा के नाम पर उसे भी उचित ठहरा देते | 

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