दुल्हन सज रही है, दुल्हा तय नहीं 

Publsihed: 02.Jun.2017, 10:21

संसद के सेंट्रल हाल की रिपेयर शुरू हो गई है | नए राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं | बेंचों की रिपेयर और पालिश होगी , गलीचे बदले जाएंगे | सेंट्रल हाल को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा | बस दुल्हा तय होना अभी बाकी है | सेंट्रल हाल का दुल्हा ही नया राष्ट्रपति होगा | राष्ट्रपति में पति छुपा हुआ है, भले ही वह महिला हो, कहलाएगी राष्ट्र-पति ही | वैसे नाम तो वंकैयानायडू का भी उड़ा था | पर अपने वंकैयानायडू ने साफ़ कह दिया है कि वह अपनी पत्नी ऊषा के ही पति बने रहेंगे | इस तरह उन ने उडी हुई हवा को मज़ाक में उड़ा दिया | खैर जो भी हो, नए राष्ट्रपति को 25 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी | चीफ जस्टिस खेहर पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे | यह वही सेंट्रल हाल है , जहां भगत सिंह आज़ाद ने बम फैंका था | यह वही सेंट्रल हाल है , जहां संविधान सभा की बैठक हुई थी | जब से सेंट्रल हाल बना है , यहाँ बैंच नहीं बदले गए , बैंचों के कुष्ण जरुर बदले गए | सेंट्रल हाल की एक विशेषता और बता दें | सेंट्रल हाल के पंखे छत से नहीं लटकते | अलबत्ता जमीन से दस फुट ऊपर को पाईप जाती है | पाईप के ऊपर पंखे लगे हुए हैं | संसद सत्र नहीं होता तब भी सेंट्रल हाल खुला रहता है | सांसद,पूर्व सांसद और सीनियर पत्रकार वहां गप-शप के लिए अक्सर रोज़ मिलते हैं | अपन भी सेंट्रल हाल में जाते हैं, हालांकि रोज़ नहीं जा पाते | अब जब सेंट्रल हाल रिपेयर के लिए बंद है, तो पुरानी लाईब्रेरी बैठने का अड्डा है | रोज़ की तरह गुरूवार को भी महफ़िल सजी हुई थी | अब हर रोज़ का एक मुद्दा तो तय है | वह यह की 25 जुलाई को किस की शपथ होगी | सब की अपनी अपनी अटकल | कुछ पूर्व सांसद दावे के साथ किसी का नाम बता देते हैं | अगले दिन खुद ही किसी और का नाम बता देते हैं | पिछली लोकसभा में भाजपा सांसद रहे एक सज्जन गुरूवार को द्रोपदी मुर्मू का नाम, ले रहे थे | अपन यह नाम पहले ही बता चुके हैं | द्रोपदी मुर्मू  उड़ीसा की आदिवासी हैं | आज-कल संघ-भाजपा तालमेल की खूब चर्चा है | पिछले दिनों अमित शाह की संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात हुई | मुलाक़ात लम्बी चली , कोई दो घंटे | वैसे यह कोई बहुत बड़ी मुलाक़ात नहीं कह सकते | पर भाई लोगों की अटकल है कि राष्ट्रपति के नाम पर सहमति नहीं बनी | अपन नहीं जानते कि इस मुद्दे पर बात हुई भी या नहीं | पर कुछ अटकलें हैं कि मोहन भागवत ने किसी दलित या आदिवादी को बनाने का फार्मूला दिया है | अगर यह सच है , तो इस में कुछ नया नहीं | यह फार्मूला तो एक महीने पहले से चल रहा है | इसी लिए तो द्रोपदी मुर्मू और थावर चाँद गहलोत का नाम चर्चा में है | अगर यही सच है, तो दोनों नामों पर विपक्ष की नानी मर जाएगी | दोनों में से एक उम्मीन्दवार हुआ, तो विपक्ष किस मुहं से विरोध करेगा | वैसे भी विपक्ष के उम्मीन्दवार को भाजपा के उम्मीन्दवार से आधे वोट मिलने हैं | अगर द्रोपदी मुर्मू को उम्मीन्दवार बनाया गया, तो विपक्ष और कमजोर होगी | बीजू जनता दल भी भाजपा उम्मीन्दवार के समर्थन में आ जाएगा | जब उड़ीसा में भाजपा-बीजू जनता दल की साझा सरकार थी , तब द्रोपदी मुर्मू मंत्री थी | बाद में मोदी सरकार बनने पर द्रोपदी को गवर्नर बनाया गया | फिलहाल वह झारखंड की गवर्नर हैं | पिछले दिनों मुर्मू ने दिल्ली आ कर मोदी से मुलाक़ात की थी | वैसे जो भी गवर्नर दिल्ली आता है, पीएम से मिलने की कोशिश तो करता ही है | अगर पहले से तय न हो, तो कभी मुलाक़ात हो भी जाती है, कभी नहीं | अपन नहीं जानते मुर्मू की मुलाक़ात तय थी या नहीं | पर मुलाक़ात हुई, और शानदार हुई ,और मुलाक़ात का फोटो भी जारी हुआ | दलित के नाम पर दूसरा नाम थावर चाँद गहलोत का है | वह भाजपा के जमीनी दलित नेता हैं | चार बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं | अब राज्यसभा के सदस्य हैं | केंद्र में समाज विकास मंत्री भी हैं. भाजपा के महासचिव भी हैं | भाजपा की सर्वोच्च संस्था संसदीय बोर्ड के मेंबर हैं | संसदीय बोर्ड के सचिव भी रह चुके हैं | कई राज्यों के प्रभारी रह चुके हैं | वैसे सेंट्रल हाल का दुल्हा 15 दिन बाद तय होगा | तब तक सिर्फ अटकलें |

 

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