अजय सेतिया / दीपावली की राम राम | भाजपा ने इस बार हफ्ता भर दीपावली मनाई | चौदह नवम्बर को दीपावली थी और दस नम्बर को बिहार विधानसभा के साथ देश की कई विधानसभाओं के 39 उपचुनावों के नतीजे आए थे | जिन में से 30 भाजपा जीती थी | डोनाल्ड ट्रम्प की तरह तेजस्वी यादव भी अपनी हार नहीं मान रहे थे | पर 16 नवम्बर को नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण हो गया तो दस नवम्बर से शुरू हुई दीपावली ने भी जश्न का हफ्ता पूरा कर लिया |
कांग्रेस को अब समझ आया होगा कि भगवान राम के अस्तित्व को नकारने का क्या मतलब होता है | सोनिया गांधी और उन के बच्चे खुद को हिन्दू कहते नहीं थकते | गुजरात का चुनाव जीतने के लिए राहुल गांधी मंदिर मंदिर भटके थे | पर किसी दीपावली के बाद सोनिया के घर में लक्ष्मी और गणेश की पूजा की खबर नहीं आई | राजद के बड़े नेता शिवानन्द तिवारी ने तो यह कह कर पूरे परिवार की पोल ही खोल दी कि जब बिहार में चुनाव हो रहे थे ( और देश भगवान राम की अयोध्या वापसी पर दीपावली की तैयारी कर रहा था ) तो राहुल गांधी शिमला में अपनी बहन कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के घर पिकनिक मना रहे थे | कांग्रेस के पिकनिकिया नेतृत्व के कारण जेल में बैठे लालू भी माथा पीट रहे होंगे |
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा कई बार ऐसी बातें कह देते हैं जो राजनीति में विरोधियों के लिए कहना शोभा नहीं देती | पर वह ऐसी ही भाषा के लिए जाने जाते हैं | उन्होंने राहुल गांधी को पनौती कह दिया | हिन्दी में पनौती का मतलब होता है “ अपशकुन ” , हॉउस फुल मूवी में अक्षय कुमार को पनौती के रूप में दिखाया गया है | यानी ऐसा आदमी , जिस के आते ही सब गडबड हो जाता है | 2016 में राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे और तमिलनाडू में कांग्रेस के कारण डीएमके सत्ता में नही आ सकी क्योंकि कांग्रेस का स्ट्राईक रेट बहुत कम था | 2017 में उत्तर प्रदेश में राहुल के कारण अखिलेश मुख्यमंत्री नहीं बन सके और अब बेचारे तेजस्वी यादव | 2019 के आंध्र विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी से हाथ मिला कर चंद्रबाबू ने अपनी लुटिया डुबोई |
हालांकि अपन संबित पात्रा की तरह राहुल गांधी को पनौती नहीं मानते , क्योंकि कांग्रेस मध्यप्रदेश ,राजस्थान और छतीसगढ़ में चुनाव जीतने का श्रेय राहुल गांधी को देती है | पर अखिलेश और तेजस्वी जरुर मन ही मन ऐसा मानते होंगे | अखिलेश यादव ने तो कान पकड़ लिए हैं , हालांकि उतर प्रदेश विधानसभा के चुनावों को अभी सवा साल बाकी है , पर उन्होंने दीपावली वाले दिन सैफई से चुनाव का आगाज करने हुए साफ़ कर दिया कि किसी बड़े दल से चुनावी गठबंधन नही करेंगे | मतलब कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे , जो खुद को बड़ा दल मानती है | अखिलेश ने 2022 के चुनाव का नारा दिया है 22 में बाईसकिल ( सपा का चुनाव निशान साईकिल )
तेजस्वी ने अभी भविष्य के बारे में कोई बात नहीं कही है , उन्हें अभी भी उम्मींद है कि चार चार सीटों वाले जीतन राम माझी और मुकेश साहनी एनडीए की सरकार गिरा कर उन के साथ आ जाएंगे और वह कांग्रेस की मदद से सरकार बना लेंगे | इस लिए जहां शिवानन्द तिवारी के साथ साथ कपिल सिब्बल जैसे कांग्रेस के नेता खुद राहुल गांधी के खिलाफ बोल रहे हैं , तेजस्वी चुप्पी साधे हैं | वह कह रहे हैं कि जनता ने सब से बड़ी पार्टी के रूप में उन्हें जनादेश दिया है | हालांकि नीतीश के शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने बधाई का ट्विट कर दिया |
तेजस्वी के बाद जो बन्दा सब से ज्यादा दुखी है , वह है चिराग पासवान | तेजस्वी की तरह चिराग को भी लगता है कि नीतीश अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेंगे | उन्होंने ट्वीट कर कहा-“ नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनने की बधाई | उम्मीद है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और आप एनडीए के ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे |” खुद एनडीए में बने रहने के लिए हाथ पाँव मार रहे चिराग पासवान को लगता है कि वह एक बार फिर भाजपा को छोड़ कर तेजस्वी के साथ मिल कर सरकार बना लेंगे | हालांकि अपने को भी नहीं लगता कि नीतीश पांच साल पूरे करेंगे | पर अपन को कुछ और लगता है | अपन को लगता है कि दो-एक साल बाद नितीश केंद्र में मंत्री बनेंगे और मुख्यमंत्री भाजपा का होगा | वैसे कुछ लोग उम्मींद लगाए हैं कि एनडीए उन्हें अगस्त 22 में उप राष्ट्रपति बना देगा |
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