शशि थरूर को फटकार का मतलब

Publsihed: 12.Jul.2018, 21:10

अजय सेतिया / कांग्रेस ने मुस्लिमपरस्ती के कारण हिन्दुओं में अपनी साख घटाई | ऐसा अपना राजीव गांधी के जमाने मानना रहा है | वरना इंदिरा गांधी के जमाने तक कांग्रेस हिन्दुओ और मुसलमानों में तालमेल बना कर चलती थी | हालांकि शाहबानों केस में राहुल गांधी ने विधवा गुजारा भत्ता बंद करने का क़ानून बना कर मुस्लिमपरस्ती दिखाई थी | फिर भी कमला पति त्रिपाठी , नवल किशोर शर्मा, वीएन गाडगिल , नरसिंह राव जैसे नेता हिन्दू दबाव बनाए रखते थे | नर सिंह राव के जमाने में कांग्रेस ने मुस्लिमपरस्ती के आरोप से मुक्ति पाना शुरू किया | पर उसी समय बाबरी ढांचा टूट गया और हिन्दुओं का झुकाव भाजपा की तरफ हो गया | सीताराम केसरी के जमाने में कांग्रेस के हिंदूवादी नेता करीब करीब खत्म हो गए थे | सोनिया गांधी के बागडौर सम्भालते ही कांग्रेस में ईसाईयों का बोलबाला शुरू हो गया | अजीत जोगी, वाईएस राजशेखर रेड्डी औए विल्फर्ड डिसूजा एक साथ तीन तीन ईसाई मुख्यमंत्री बने | गोवा में विल्फर्ड डिसूजा के बाद लुइजिन्हो फलेरियो ,फान्सिसको सरदिन्हा भी ईसाई मुख्यमंत्री बने | पूर्वोत्तर में तो पहले ही चर्च के दबाव में कांग्रेस के ईसाई मुख्यमंत्री बनते थे |

2014 की करारी हार के बाद ए.के. एंटनी को छानबीन का जिम्मा सौंपा गया था | तब ईसाई होने के बावजूद उन्होंने ने ईमानदार रिपोर्ट दी थी | रिपोर्ट में कहा गया था कि मुस्लिमपरस्ती के कारण हिन्दू खफा हैं | हालांकि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में ईसाईयों को बढ़ावा देने की बात नहीं कही थी | पर रिपोर्ट का मतलब सिर्फ मुसलमान नहीं था | तब से सोनिया गांधी ने कांग्रेस का चार्ज राहुल गांधी को देने का मन बना लिया था | तीन साल तक राहुल गांधी के नाम की हवा बनाई गई | फिर गुजरात के चुनाव में राहुल गांधी को बाकायदा हिन्दू घोषित कर दिया गया | उन्हें मंदिर मंदिर घुमाया गया | जनेऊ पहनाया गया | अपन तब से मतलब निकाल रहे थे कि कांग्रेस अब संतुलन बना कर चलेगी | पर इस के बावजूद काग्रेस के पुराने पंगेबाज राहुल गांधी को भटका कर कांग्रेस की हवा बिगाड़ते रहे | कर्नाटक में हिन्दुओं को विभाजित करने का फार्मूला कांग्रेस को बहुत महँगा पडा | लगता था कि कांग्रेस में पचमढी जैसा गहरा मंथन होगा | कांग्रेस अपनी गलतियां सुधार कर पार्टी में हिन्दूवादी नेताओं को ढूंढ कर आगे लाएगी |

पर हो उलटा रहा है | कभी गुलामनबी आज़ाद हिन्दुओं को खफा करने वाला बयान दे देते हैं | कभी दिग्विजय सिंह , तो अब शशि थरूर भी कांग्रेस का सत्यानाश करने आगे आ गए | उन ने मणिशंकर अय्यर जैसी हरकते शुरू कर दी हैं | मणिशंकर अय्यर ने पहले लोकसभा चुनाव में कह दिया था कि एक चाय वाला देश का प्रधान मंत्री नहीं बन सकता | फिर जब वह प्रधानमंत्री बन गए , तो मणिशंकर ने मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तान से मदद मांग ली थी | गुजरात के चुनाव में मणिशंकर ने फिर नुक्सान पहुचाने वाली बयानबाजी की तो तंग आ कर उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया | अब हूँ ब हूँ मणिशंकर अय्यर जैसी हरकते शशि थरूर ने शुरू कर दी हैं | उन्होंने कह दिया कि मोदी 2019 में दुबारा प्रधानमंत्री बन गए तो भारत हिन्दू पाकिस्तान बन जाएगा | यानि भारत से मुसलमानों का वैसे ही सफाया शुरू होगा , जैसे पाकिस्तान में हिंदुयों का हुआ | कांग्रेस को इस बयान का नफ़ा नुसान समझने में 24 घंटे का वक्त लगा | शुरू में कांग्रेस का अंदरुनी आकलन था कि इस से मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में लामबंद होंगे | इस लिए कुल मिला कर कांग्रेस को फायदा होगा | पर बाद गम्भीर आकलन यह उभर कर आया कि 2014 जैसे हालात फिर बन जाएंगे | मुस्लिम वोट एकमुश्त कांग्रेस की तरफ आए तो हिन्दू वोट मोदी के साथ लामबंद हो जाएंगे | नतीजतन कांग्रेस को 2014 जैसी हार का मुहं देखना पडेगा |

इस लिए 24 घंटे बाद गुरूवार को कांग्रेस ने शशि थरूर के बयान से नाता तोड़ लिया | एक तरह से फटकार लगाते हुए कहा कि भारत कभी पाकिस्तान नहीं बन सकता | कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने बयान जारी करते हुए भारत में लोकतंत्र की मजबूती का हवाला दिया | कहा  कि भारत के मूल्य इतने मजबूत हैं कि कभी पाकिस्तान बनने की स्थिति में नहीं जा सकता | इस के साथ ही अब कांग्रेस ने अपनी लाईन तय कर दी है कि राहुल गांधी हिन्दू हैं | कांग्रेस ने अपने नेताओं को नसीहत भी दी कि भाजपा के खिलाफ बोलते समय वे पूरी सावधानी बरतें | इस का मतलब यह है कि मोदी के खिलाफ बोलते समय सावधानी बरतें | क्योंकि मोदी किसी भी बात को घूमा कर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर देंगे |

 

आपकी प्रतिक्रिया