सेक्यूलर मुठभेड़ पर भी बवाल

Publsihed: 06.Dec.2019, 15:21

अजय सेतिया / हैदराबाद की इस मुठभेड़ पर सारा देश झूम उठा है | छह दिसम्बर जहां बाबरी ढांचा टूटने के लिए याद किया जाता है , वहीं अब इन्साफ की इस अनोखी घटना के लिए भी याद किया जाएगा | तडके छह बजे हैदराबाद पुलिस ने हफ्ता भर पहले बलात्कार और हत्या करने वाले चारों को मुठभेड़ में मार डाला | मानवाधिकार वादी जैसे आतंकियों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए दुबले होते रहते हैं , वैसे ही बलात्कारियों के लिए भी दुबले हुए जा रहे हैं | निर्भय का परिवार जिस जश्न के लिए सात साल से इन्तजार कर रहा है , दिशा नायडू के परिवार ने उसे सात दिन में मना लिया | निर्भया की मां ने हैदराबाद पुलिस को बधाई दी | निर्भया के बलात्कारियों और हत्यारों ने राष्ट्रपति के सामने मर्सी पिटिशन लगाई हुई है | शुक्रवार को जब हैदराबाद की मुठभेड़ पर सारा देश झूम उठा तो राष्ट्रपति ने भी कहा कि मर्सी पिटिशन का प्रावधान खत्म होना चाहिए |

लोगों ने हैदराबाद पुलिस के जवानों को कंधों पर उठा लिया | पर जिन लोगों ने सोहराबुद्दीन और इशरत जहां के इनकाऊँटर को फर्जी बता कर सालों साल साम्प्रदायिक राजनीति की , वे इस सेक्यूलर मुठभेड़ पर भी परेशान हैं | उन सभी राजनीतिक दलों को याद करिए जिन्होंने सोहराबुद्दीन और इशरत की मुठभेड़ों को फर्जी बता कर अमित शाह को जेल पहुंचा दिया था | अमित शाह को सालों साल कटघरे में खड़ा करने वाले राजनीतिक दल अब हैदराबाद की सेक्यूलर मुठभेड़ पर भी बवाल मचा रहे हैं | शुक्रवार को लोकसभा में वही वामपंथी और कांग्रेसी परेशान दिखे | हालांकि नए नए कांग्रेसी हार्दिक पटेल ने बलात्कारियों को मौत के घाट उतारने का स्वागत किया है | अपन ने सेक्यूलर मुठभेड़ इस लिए कहा क्योंकि पुलिस हिरासत से भागते हुए मारे गए हत्यारे और बलात्कारियों में एक मुस्लिम और तीन हिन्दू बताए गए थे |

बलात्कार और हत्या के आरोप में जो चार लोग पकड़े गए थे , वे थे 26 साल के मोहम्मद आरिफ , तकरीबन 20 साल के जोलू शिवा, तकरीबन 20 साल के जोलू नवीन कुमार , तकरीबन 20 साल के चिन्ताकुंता चेन्ना | इस में महत्वपूर्ण यह है कि जिन तीन को हिन्दू बताया गया उन की सही उम्र नहीं लिखी गई | उत्तराखंड हाईकोर्ट के निर्देश पर जब मैं बाल आरोग के अध्यक्ष के नाते राज्य की जेलों का निरीक्षण कर रहा था , तो हल्द्वानी और हरिद्वार जेलों में निरीक्षण के समय बड़ा आश्चर्यजनक खुलासा हुआ | उस में कई बालकों को तकरीबन 20 साल का ही बता कर जेलों में डाला गया था , जबकि वे 18 साल से कम आयु के थे और उन्हें पोक्सो एक्ट के अनुसार आब्जर्वेशन होम में भेजा जाना चाहिए था | हैदराबाद पुलिस ने भी इन तीनों की उम्र “ तकरीबन 20 साल” लिखी है | पता नहीं यह जानकारी कितनी सही है , आने वाले दिनों में इस का भी खुलासा हो जाएगा | लेकिन हैदराबाद के सोशल मीडिया में यह बात दो दिन से वायरल हो रही थी कि चारों हत्यारे मुस्लिम थे | कल को जांच में उन की उम्र कम न निकल आए , इस लिए एहतियातन तीनों के नाम बदल दिए गए थे , जो कि पोक्सो के अंतर्गत जरूरी होता है | 

क़ानून तो कभी फर्जी मुठभेड़ की इजाजत नहीं देता | बलात्कारियों और हत्यारों को कानूनन सजा मिलनी चाहिए | पर निर्भया जैसे हजारों उदाहरण हमारे सामने है, जो सालों साल अदालतों में लटके रहते हैं | बलात्कार के मामलों में भारत में सजा की दर 29 प्रतिशत है | इस लिए समाज में आक्रोश है , अदालती प्रक्रिया और अदालतों ने देश को निराश किया है | इस लिए मुठभेड़ में बलात्कारियों को मौत के घाट उतारे जाने पर देश बिना झिझक झूम उठा है | यहाँ तक कि क़ानून की रक्षा करने वाली महिला वकीलों और महिला सांसदों ने भी एक स्वर से हैदराबाद पुलिस की तारीफ़ की | उन्नाव के बलात्कार केस में अदालत ने अपराधियों को जमानत दे दी थी , जमानत मिलते ही अपराधियों ने उस महिला को ज़िंदा जला दिया , जिस से बलात्कार के आरोप में उन्हें जेल भेजा गया था | अदालतों पर जनता का विश्वाश उठ गया है , इस लिए इस मुठभेड़ पर देश झूम उठा है , उसे इस से कोई मतलब नहीं कि मुठभेड़ असली है या फर्जी | 

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