अजय सेतिया / पहले अपन ने सोचा था कि राफेल सौदे में फ्रांस की “द वायर” यानी “मीडिया पार्ट” की उस खबर पर लिखें , जिस पर राहुल गांधी की बांछें फिर खिल गई है , और उन्होंने आज ट्विटर पर लिखा था –“कर्म-किए कराए का भी खाता | इस से कोई नहीं बच सकता | #राफेल “ फिर जब देखा कि चंडूखाने की इस खबर को जब कांग्रेस समर्थक एनडीटीवी ने ही महत्व नहीं दिया , तो अपन क्यों दें | पर यह बताते जाएं कि यह मामला है क्या | जैसे भारत में वामपंथी विचारधारा की मुहीम चलाने वाली वेबसाईट “द वायर” है , वैसे ही फ्रांस में वामपंथी वेबसाईट “मीडिया पार्ट” है | उस ने यह चंडूखाने की खबर प्रसारित की है कि 60 हजार करोड़ के सौदे में आठ करोड़ 62 लाख रूपए की रिश्वत दी गई | और रिश्वत भी उसे दी गई , जिसे मोदी सरकार ने 2017 में अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में दलाली के लिए जेल में बंद किया था ( अभी जमानत पर रिहा है ) उस का नाम सुशेन मोहन गुप्ता है , जो कांग्रेस के बड़े नेता कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी का साझेदार है | “मीडिया पार्ट” की खबर हास्यस्पद थी , क्योंकि 60,000 करोड़ के सौदे में सिर्फ साढ़े आठ करोड़ की रिशत हास्यस्पद ही है , दूसरे इसी खबर में आगे जा कर यह भी लिखा है कि राफेल बनाने वाली कम्पनी “दासोज” ने साढे आठ करोड़ रुपए के 50 माडल बनवाए थे, जिस का बिल उन के रिकार्ड में है | इस लिए चंडूखाने के इस आरोप पर लिखना अपन ने इस कालम की बर्बादी समझ कर छोड़ दिया |
फिर अपन ने सोचा कि बंगाल में हुए तीसरे दौर के चुनाव पर लिखा जाए , पर यह भी रूटीन सा लगा | ज्यादा गंभीरता की खबर कोरोनावायरस का फिर से फैलना है | महाराष्ट्र के साथ साथ दिल्ली की हालत फिर से खराब हो गई है | उद्धव ठाकरे अपने गृह मंत्री अनिल देशमुख की हर महीने सौ करोड़ रूपए की रिश्वत मांगने की लानत से मिट्टी में मिली साख बचाने की फ़िक्र में दुबले हुए जा रहे हैं , और अरविन्द केजरीवाल को खुद का और अपने मां-बाप को टिका लगवाने का विज्ञापन देने से फुर्सत नहीं | मुम्बई हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख की कथित रिश्वतखोरी की सीबीआई जांच के आदेश दे कर उद्धव ठाकरे को कटघरे में खड़ा कर दिया | अनिल देशमुख का इस्तीफा होने से उद्धव की अलबत्ता ज्यादा बदनामी हुई है , इसलिए देशमुख नहीं बल्कि सीबीआई की जांच रुकवाने के लिए उद्धव सरकार सुप्रीमकोर्ट में गई है | कांग्रेस के नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी को मोटी फीस महाराष्ट्र सरकार के खजाने से जाएगी | बेशर्मी की हद है | और केजरीवाल को तो शर्म ही नहीं आ रही कि दिल्ली वासियों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए बन्दोबस्त पर पैसा खर्च करने की बजाए खुद का चेहरा चमकाने के लिए हर दस मिनट बाद हर चैनल पर आने के लिए सरकारी खजाने से अब तक ढाई सौ करोड़ खर्च कर चुके हैं | इतने में तो सारी सुविधाओं से सम्पन्न सौ बिस्तरे का एक नया अस्पताल खड़ा हो जाता |
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी किए तो पता चला कि पिछले 24 घंटों में देश में 96982 मामले सामने आए हैं , जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12686049 हो गई है | महाराष्ट्र में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट फरवरी में 6 फीसद हो गई थी, अब यह 24 फीसद हो गई है | सबसे अधिक कोरोना के मामले वाले पहले 7 जिले महाराष्ट्र के हैं | देश के कुल मामलों में से लगभग 58 फीसद मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं | कोविड से मृत्यु के मामलों के लगभग 34 फीसद महाराष्ट्र में दर्ज किए जा रहे हैं | महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे हफ्ते में 3,000 दैनिक औसत मामलों की तुलना में औसत दैनिक नए मामले 44,000 से अधिक हो गए | औसत दैनिक मृत्यु भी 32 से 250 हो गई है | मुंबई के 92% आईसीयू, 93% वेंटिलेटर बेड फुल हैं | जीवनरक्षक दवा रेमडेसिविर के लिए फिर लंबी क़तार दिखने लगी है | दिल्ली मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ , कर्नाटक और पंजाब में भी स्थिति बिगड़ रही है | दिल्ली , पंजाब और चंडीगढ़ में एक महीने के लिए रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक के लिए नाईट कर्फ्यू लगा दिया गया है | मोदी सरकार अभी 45 साल से अधिक उम्र वालों को ही टीका लगाने की पुरानी बात पर अड़ी है , जबकि उद्धव ठाकरे और अमरेन्द्र सिंह ने 25 साल से अधिक उम्र वालों को टीका लगाने की इजाजत माँगी है , जिसे मोदी सरकार नहीं दे रही | अपन पहले भी लिख चुके है कि निर्यात रोक कर पहले भारत में वैक्सीनेशन कम्प्लीट करना चाहिए |
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