ढांचा नहीं टूटता तो मंदिर कभी नहीं बनता

Publsihed: 06.Feb.2020, 16:43

अजय सेतिया / दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने लोकसभा में संविधान की मूल प्रति में बनाए गए भगवान श्रीराम और भगवान श्री कृष्ण के रेखा चित्र दिखा कर कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उस ने मुस्लिम परस्ती के चलते संविधान से हिन्दू देवी देवताओं के चित्र तक निकाल दिए | सांसद प्रवेश वर्मा नए हिन्दू नेता के रूप में उभर रहे हैं , करीब एक साल से वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से सरकारी भूमि पर बनी मस्जिदों को हटाने की मुहिम चला रहे हैं | दिल्ली विधान सभा चुनावों उन के तेवर इतने तीखे हो गए कि चुनाव आयोग ने उन के प्रचार पर पाबंदी लगा दी | इस पाबंदी के बाद जब वह लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोले तो उन्होंने सारी कसर पूरी कर दी | मोलवियों को 18 हजार रुपए महीने का वेतन देने पर उन्होंने केजरीवाल को आड़े हाथों लिया , तो राजीव गांधी को राजीव फिरोज खान कह कर पुकारा | जो उन का बायोलोजिकल नाम बनता है | उन के चचेरे भाई खुद को वरुण फ़िरोज़ गांधी लिखते हैं |

अब प्रवेश वर्मा के भाषण का वीडियो यूट्यूब पर उतना ही पापुलर हो गया है , जितना लोकसभा के मानसून सत्र में लद्दाख के सांसद जाम्यांग शेरिंग नामग्याल का भाषण हुआ था | 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में हिन्दू जागृति के बाद भाजपा के अनेक सांसद हिंदूवादी हो गए हैं | बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट बनाने का एलान किया तो भाजपाई बेंचों से मेजें थपथपाने और जय श्रीराम के नारे गूंजे तो विपक्षी बेंचों पर मुर्दनी छाई थी, जबकि उन्हें भी सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर अम्ल का स्वागत करना चाहिए था | सुप्रीमकोर्ट के फैसले के अनुसार तीन महीनों में ट्रस्ट तो बनना ही था , तीन महीने की यह अवधि शनिवार 8 फरवरी को को खत्म हो रही थी | उसी दिन दिल्ली विधानसभा के चुनाव हैं | ट्रस्ट बनने का दिल्ली के चुनावों से कोई सम्बन्ध नहीं , पर मुस्लिम परस्ती करने वालों की तरफ से ट्रस्ट का एलान करने के समय पर सवाल उठाया ही जाना था , सो कांग्रेस के सांसद मधु सूदन मिस्त्री ने ट्रस्ट बनाने के समय पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि मोदी वोटों की खेती कर रहे हैं |

मिस्त्री का बयान हास्यस्पद है क्योंकि वोटों की खेती के लिए ही तो कांग्रेस ने शाहबानों को गुजारा भत्ता रोका था , वोटों की खेती के कारण ही तो कांग्रेस अयोध्या का मसला हल नहीं होने दे रही थी | वोटों की खेती के कारण ही तो कांग्रेस नागरिकता संशोधन क़ानून और 370 हटाए जाने का विरोध कर रही है | वोटों की खेती के कारण ही तो कांग्रेस ने ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ वोट किया था | हैरानी तो तब हुई जब मिस्त्री ने कहा कि मुसलमानों को उसी परिसर में नमाज का हक होना चाहिए , यानी लगातार दो लोकसभा चुनाव हार कर भी कांग्रेस ने सबक नहीं सीखा | तब तक उन्हें यह नहीं पता था कि मस्जिद तो 18 किलोमीटर दूर बनेगी , वरना वह आपे से बाहर हो जाते |

असदुद्दीन ओवैसी का बयान कतई चकित करने वाला नहीं है | वह एक मात्र मुस्लिम नेता थे , जिन्होंने सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद भी सुन्नी वक्फ बोर्ड को रिव्यू पिटिशन डालने के लिए मजबूर किया था | इस लिए उन का ट्रस्ट की घोषणा को दिल्ली विधानसभा चुनावों के साथ जोड़ना स्वाभाविक ही है | ट्रस्ट की घोषणा ओवैसी को आदर्श आचार संहिता का उलंघन भी लगती है | पर अरविन्द केजरीवाल अब हिदुओं को और ज्यादा नाराज नहीं करना चाहते , वह फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं , इस लिए उन की प्रतिक्रिया सावधानी और घबराहट वाली थी , उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में 370 और रामजन्मभूमि मंदिर का फायदा उठा चुकी है | वह यह भी भूल गए कि ये दोनों मुद्दे लोकसभा चुनाव के बाद हल हुए हैं |

पर विपक्ष से ज्यादा दिलचस्प टिप्पणी उमा भारती की रही | वह बाबरी ढांचा तोड़ने की साजिश रचे जाने वाले मुकद्दमें में आडवानी , मुरली मनोहर जोशी , विनय कटियार जैसे दस नेताओं के साथ अभियुक्त हैं | राम जन्मभूमि का फैसला भले ही हो गया है , लेकिन बाबरी ढाँचे तोड़े जाने की तथाकथित साजिश वाले मुकद्दमें का फैसला होना बाकी है | उमा भारती ने कहा कि अगर बाबरी ढांचा नहीं टूटता तो रामजन्मभूमि मंदिर कभी नहीं बनता | ढांचा टूट गया था तो इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुदवाई करवा ली , जिस में नीचे मंदिर के अवशेष मिल गए , अगर ढांचा नहीं टूटा होता तो हाईकोर्ट खुदाई की इजाजत ही नहीं देती | सच यही है कि ढांचा टूटा तो पांच सौ साल पुराने विवाद का हल निकला |

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