राज्यसभा में कांग्रेस की औकात घटी

Publsihed: 23.Mar.2018, 19:14

अजय सेतिया / आज़ादी के बाद पहली बार राज्यसभा का स्वरूप बदला है | मोरारजी देसाई, चरण सिंह, वीपी सिंह ,चंद्रशेखर , देवगौड़ा, गुजराल सभी कांग्रेसी थे | पर गैरकांग्रेसी प्रधानमंत्री बने | वाजपेयी पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने थे | सात गैर कांग्रेसी सरकारों के बावजूद राज्यसभा में कांग्रेस का बहुमत बरकरार रहा | राज्यसभा में अब कांग्रेस का बहुमत तो नहीं रहा | औकात भी बहुत घट गई है | अप्रेल से राज्यसभा में भाजपा के 70 सदस्य होंगे और कांग्रेस के 54 ही | अब मनोनीत तीन सदस्य का कार्यकाल भी खत्म होने वाला है |  रेखा , अन्नू आगा , सचिन तेंदुलकर 26 अप्रेल को रिटायर होंगे | एक और चौथे मनोनीत के परासरन का कार्यकाल भी 8 जून को पूरा हो जाएगा | मनोनीत हुए चारों नए सदस्य भाजपा में शामिल हुए, तो भाजपा की तादाद 74 हो जाएगी | यानी कांग्रेस से 20 ज्यादा  | राज्यसभा में अच्छी खासी तादाद के कारण कांग्रेस सरकार को कई बार पटकनी दे देती थी | अब उस की खुद की  और उस के सहयोगियों की ताकत में भारी गिरावट आई है | उधर लोकसभा में चार उप चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस की सीटें 48 हुई हैं | यानी दोनों सदनों में कांग्रेस 102 रह जाएगी |

आओ जरा राज्यसभा का इतिहास जान लें | 15 मई 1953 को जब राज्य सभा की जब पहली बैठक शुरू हुई थी | तब इस सदन का नाम द्वितीय चेम्बर था | 23 अगस्त 1954 को इसे राज्यसभा का नाम दिया गया था | 9 जनवरी 2018 भारत की लोकतांत्रिक राजनीति में अहम दिन था | जब राज्यसभा के इतिहास में कांग्रेस पहली बार सब से बड़ी पार्टी नहीं रही थी | तब तक कांग्रेस राज्यसभा में सब से बडी पार्टी रही | 9 जनवरी को हरदीप सिंह पुरी राज्यसभा के लिए चुने गए | वह जैसे ही यूपी विधानसभा से चुने गए , भाजपा सब से बड़ी पार्टी हो गई | लोकसभा में वह पहले ही सब से बड़ी पार्टी थी |  हरदीप सिंह पुरी के आते ही राज्यसभा में भाजपा के  58 सदस्य हो गए थे , जबकि कांग्रेस के 57 रह गए थे | हरदीप सिंह पुरी सिर्फ 2 साल 10 महीने के लिए मनोहर परिकर की सीट पर चुने गए थे |

राज्यसभा की 59 सीटों के चुनाव नतीजों से स्थिति और बदल रही है | भाजपा की अब 21 राज्यों में सरकार आ गई है | तो आने वाले चार -पांच साल कांग्रेस के सदस्य घटते जाएंगे और भाजपा के सदस्य बढ़ते जाएंगे | अप्रेल में 58  सदस्य रिटायर हो रहे हैं | उप चुनावों समेत 59 नए सदस्य चुने गए | इन में से 33 का  चुनाव सर्वसम्मति से  गया | बाकी 26 का वोटिंग से चुनाव हुआ | जिनमें भाजपा के 17, जिस की जगह पर 29 जीत गए | कांग्रेस के 12, जिस की जगह 9 जीते हैं | सपा के छह के छह रिटायर हुए पर जीता एक | जदयू के तीन रिटायर हुए जीते दो | तृणमूल कांग्रेस के 3 रिटायर हुए , चार जीते | माकपा के एक सदस्य रिटायर हुए थे | ममता बेनर्जी ने उस की जगह कांग्रेस के सिंघवी का जुगाड़ कर दिया | तेलुगु देशम भी दोनों सीटें वापस ले आई | बीजद के अपनी दो के बदले तीन सीटें ले आई | शरद पवार पंवार को जरुर झटका लगा | रांकापा के दो सदस्य रिटायर हो रहे हैं, पर जीता एक है | शिवसेना भी अपनी सीट वापस ले आई | बसपा का एक सदस्य रिटायर हुआ, पर अब के खाता नहीं खुला | दो निर्दलीयों का कार्यकाल पूरा होन जा रहा हैं |

मोदी के मंत्री अरुण जेटली, जेपी नड्डा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर को दुबारा जीत आए हैं  | कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला, रेणुका चौधरी रिटायर हो रहे हैं | इन में से कोई नहीं लौटा | राजीव शुक्ला ने बहुत हाथ पाँव मारे | गुजरात में झपटा मारने की कोशिश में बैठे थे | प्राईवेट विमान से जाने की तैयारी थी , पर कांग्रेस आला कमान ने पूछा तक नहीं | अब राजीव शुक्ला के पास एक ही विकल्प बचा है | वह है भाजपा ज्वाइन कर जुगाड़ बिठाने का विकल्प | साला रविशंकर और क्रिकेट राजनीति के गुरु अरुण जेटली वह भी संभव बना सकते हैं | भाजपा में अब जुगाडियों का ही राज है | पर बात चुनाव नतीजों की | तो यूपी ने भाजपा की बल्ले बल्ले कर दी है | खाली हो रही दस सीटों में से नौ का भाजपा ने जुगाड़ कर लिया | नरेश अग्रवाल को भाजपा में ला कर अमित शाह ने मायावती की सीट झपट ली | सपा बसपा कांग्रेस का साझा उमीन्द्वार भीमराव अम्बेडकर हार गया | भाजपा का व्यपारी अनिल अग्रवाल जीत गया | कोई भी राजनीतिक दल जब विधायकों के जुगाड़ न फंसता है | तो वह व्यापारियों की शरण में जाता है | सो राज्यसभा में व्यापारियों की भरमार  लगी हैं | केजरीवाल ने भी दो व्यपारी भेजे  | 

सपा बसपा ने मिल कर भाजपा को गौरखपुर और फूलपुर में चारो खाने चित्त किया था | तो अमित शाह ने राजसभा चुनाव में दोनों से  ले लिया | हरियाणा की एकमात्र सीट भाजपा को मिल गई | मध्य प्रदेश की खाली होने वाली पांच सीटों में से भाजपा को चार और कांग्रेस को एक मिली | आंध्र प्रदेश की तीन में से दो तेलुगु देशम को मिली | तेलंगाना की तीनों सीटें टीआरएस ने जीत लीं | महाराष्ट्र की खाली हो रही छह सीटों में से तीन भाजपा को मिली | बाकी एक शिवसेना, एक कांग्रेस , एक शरद पंवार की पार्टी को गई | कर्नाटक की चार में से तीन सीट कांग्रेस और एक भाजपा को आई है | भाजपा रिपब्लिक टीवी के मालिक राजीव चन्द्र शेखर को लाई है | पिछली बार वह पैसे के बूते केरल से निर्दलीय जीत कर आए थे | अब रिपब्लिक और जी टीवी के मालिक बारास्ता भाजपा राज्यसभा पहुँच गए हैं | 

पश्चिम बंगाल से खाली हो रही राज्यसभा की पांच सीटों में से चार तृणमूल कांग्रेस ने जीती | तो राजस्थान से रिटायर हुए करोडपति वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने पांचवीं सीट का जुगाड़ किया | वह कांग्रेस के वोटों ,बचे हुए तृणमूल वोटों और बाकी जुगाड़ से जीत गए | माकपा का उम्मीन्द्वार सिंघवी के हाथों पिट गया | सिंघवी का राजस्थान से दानापानी खत्म हुआ | तो बंगाल से जुगाड़ हो गया | वकीलों का जुगाड़ कर ही देती है कांग्रेस | अब वकीलों की बहुत जरुरत पड़ेगी , सो उन का बंदोबस्त सोनिया की जिम्मेदारी थी | गुजरात में जरुर भाजपा को एक सीट का नुकसान हुआ | गुजरात में चार में से दो सीटें भाजपा और दो कांग्रेस को मिलीं | इस लिए अरुण जेटली को यूपी से आना पडा | छत्तीसगढ़ की अकेली सीट भाजपा की झोली में गई | जहां भाजपा में विरोध के बावजूद सरोज पांडे की लाटरी खुली | बिहार की छह में से तीन सीटें जदयू-भाजपा गठबंधन को | बाकी दो सीटें लालू यादव की राजद को , एक कांग्रेस को मिली हैं | झारखंड में एक सीट कांग्रेस और भाजपा को मिली |

उत्तराखंड से भाजपा के अनिल बलूनी आए हैं | शायद वह राज्यसभा में सब से कम उम्र के सांसद होंगे | उन की उम्र 44 साल है | हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस की खाली हुई एक सीट से भाजपा के जेपी नड्डा दुबारा आ गए | ये दोनों सीटें फिलहाल कांग्रेस के पास थी | राजस्थान की खाली हो रही तीनों सीटें इस बार भाजपा की झोली में आ गई हैं | ओडिशा में तीन में से दो बीजद को मिली | केरल से एमपी वीरेन्द्र कुमार फिर से राज्यसभा में लौट आए हैं | इस तरह राज्यसभा में जनता दल के शरद यादव गुट का प्रवेश हो गया है | एमपी वीरेन्द्र कुमार ने उस समय राज्य सभा से इस्तीफा दे दिया था | जब नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन किया था | यह अपनी सीट पर उप चुनाव में दुबारा जीते | झारखंड में एक सीट बीजेपी और एक कांग्रेस जीत  गई | 

पर बड़ा सवाल दूसरा है | भाजपा बड़ा डाल बन कर क्या करेगी | या कश्मीर की धारा 370 हटा देगी | क्या भाजपा संसद से रामजन्मभूमि मंदिर का प्रस्ताव पास करवा देगी | क्या भाजपा समान नागरिक संहिता लागू करने का प्रस्ताव लाएगी | अपन को लगता है ये तीनों मुद्दे संसद में नहीं आएँगे | जो सरकार सिनेमा हाल में राष्ट्रगान के मुद्दे पर बिदक जाए | वह श्यामा प्रशाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय के इन तीनों मुद्दों को क्या याद करेगी | तो अपन बता दें , तीन तलाक पर अप्रेल में ज्वाइंट सेशन हो सकता है | तीन तलाक समान नागरिक संहिता की पहली सीढी होगी | विधि आयोग ने सामान नागरिक संहिता पर काम शुरू कर दिया है | सरकार लोकसभा विधानसभाओं के चुनाव साथ करवाने पर आगे बढ़ेगी | सरकार की नियत साफ़ हो, तो 370 राष्ट्रपति के आदेश से रद्द हो सकता है | संसद से पास करवाने की जरुरत ही नहीं | संविधान में ही लिखा हुआ है,यह अस्थाई है | जहां तक रामजन्मभूमि मंदिर का सवाल है | तो अपन को लगता है सुप्रीमकोर्ट से 2018 में ही फैसला आ जाएगा | मोदी अपने इसी टर्म में मंदिर निर्माण शुरू करवाने का श्रेय ले सकते हैं |  

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