नारायण दत्त तिवारी ने 2012 के विधानसभा चुनावो के समय मुलायम सिंह से नजदीकियां बनाई थीं और संकेत दे रहे थे कि वह सपा में चले जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 2014 के लोकसभा चुनावों के समय भी उहोंने कुमाऊं में अपनी गतिविधियां बढाई थीं.लेकिन हुआ कुछ नहीं. खबर है कि वह अपने नए पुत्र शेखर को राजनीति में लांच करने की कोशिश में हैं और दिल्ली में डेरा डाले सोनिया गांधी से वक्त मांग रहे हैं. लेकिन सोनिया से वक्त नहीं मिला या उन्होंने नए पुत्र को टिकट नहूीं दिया तो तिवारी भाजपा में चले जाएंगे. खबर है कि उत्तराखंड भाजपा के दिग्गज नेता भगत सिंह कोशियारी और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से तिवारी की पिछले दिवो काठगोदाम में मुलाकात हो गई है.
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